ई-रिक्शा के खिलाफ अभियान को तीन हफ्ते पूरे: 26,000 से अधिक चालान, 8,700 से ज्यादा वाहन बंद – Lucknow News h3>
उत्तर प्रदेश में बिना पंजीकरण और अवैध ई-रिक्शा वाहनों के विरुद्ध चलाए जाने वाले चेकिंग अभियान का तीन f
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हफ्ते यानी कि 21 दिन पूरा हो गया, जिसमें राज्य भर के 75 जिलों को शामिल किया गया। अभियान के दौरान बड़े पैमाने पर कार्रवाई करते हुए कुल 26,019 चालान किए गए। इनमें से 2,928 ई-रिक्शा बिना पंजीकरण पाए गए, जबकि 8,792 वाहन बंद कराए गए और अन्य विभिन्न अभियोगों में 23,091 चालान किए गए।
अवैध ई रिक्शा के खिलाफ प्रदेश भर में चल रहा अभियान।
आइए जानते हैं कि किस संभाग में कितने चलान हुए..
लखनऊ संभाग में 19 अपंजीकृत ई-रिक्शा पकड़े गए, 168 वाहन बंद किए गए और 984 अन्य मामलों में चालान हुए, जिससे कुल चालानों की संख्या 1,003 रही।
अयोध्या संभाग में 236 चालान दर्ज किए गए।गोण्डा संभाग में 278, बस्ती संभाग में 232, कानपुर संभाग में 258 और प्रयागराज संभाग में 244 चालान किए गए।
बांदा संभाग ने पूरे राज्य में सबसे अधिक कार्रवाई की। यहां 119 अपंजीकृत ई-रिक्शा पकड़े गए, 865 वाहन बंद किए गए और 2,132 अन्य अभियोगों में चालान हुए, जिससे कुल 2,251 चालान दर्ज हुए।
बरेली संभाग में 461 और मुरादाबाद संभाग में 602 चालान किए गए।वाराणसी संभाग में 195 चालान हुए, वहीं गोरखपुर संभाग में 1,297 चालान दर्ज किए गए।आजमगढ़ संभाग में 231 और झांसी संभाग में केवल 50 चालान हुए, जो राज्य में सबसे कम हैं।
मेरठ संभाग ने 793, गाजियाबाद संभाग ने 584 और सहारनपुर संभाग ने 1,269 चालान किए।आगरा संभाग में भी बड़ी कार्रवाई देखने को मिली, जहां 65 अपंजीकृत ई-रिक्शा पकड़े गए, 1,264 वाहन बंद किए गए और 2,619 अन्य अभियोगों में चालान हुए, जिससे कुल चालान संख्या 2,684 हो गई, जो राज्य में सबसे अधिक है।और अलीगढ़ संभाग में 568 चालान दर्ज किए गए।
उत्तर प्रदेश के परिवहन आयुक्त बीएन सिंह ।
परिवहन आयुक्त बीएन सिंह का बयान
वही परिवहन आयुक्त बीएन सिंह ने बताया कि यह विशेष अभियान राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने और सभी ई-रिक्शा को पंजीकृत करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। इस दौरान प्रत्येक दिन वाहनों की जांच की जा रही है और आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।