‘इफ्तारी में नफा और हनुमंत कथा में नुकसान, ब्रेनवाश के शिकार तेजस्वी यादव?’ h3>
नीलकमल, पटना: राजधानी से सटे (तरेत) नौबतपुर में पिछले 5 दिनों से बाबा धीरेंद्र शास्त्री हनुमंत कथा सुना रहे थे। लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं को वो सनातनी बनने की सलाह भी दे रहे थे। बाबा का कहना है कि अगर बिहार के पांच करोड़ लोग टीका लगाकर निकलना शुरू करें तो देश जल्द ही हिंदू राष्ट्र बन जाएगा। बाबा के हिंदू राष्ट्र वाले बयान पर बिहार में राजनीति भी चरम पर पहुंच चुकी है। बीजेपी को छोड़ तमाम विपक्षी दलों ने बागेश्वर धाम के बाबा पर लगातार हमले किए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोई कुछ भी बोलता रहे, ये उसका अधिकार है। वहीं, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का कहना है कि ऐसे कथा से जनता का भला नहीं होता। लालू प्रसाद यादव ने तो बाबा को पहचानने से ही इनकार कर दिया। अब बीजेपी की ओर से तेजस्वी यादव पर प्रहार किया गया है।
‘हनुमंत कथा से नहीं बल्कि अजान से फायदा नजर आता है?’
बीजेपी के पूर्व विधायक और प्रदेश प्रवक्ता मनोज शर्मा ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आज धर्म को नफा और नुकसान से जोड़ने लगे हैं। यानी लालू यादव के पुत्र अब धर्म को लाभ-हानि के नजरिए से देखते हैं। तेजस्वी यादव खुद तो सनातन धर्म के हैं। लेकिन, तुष्टिकरण की राजनीति इस कदर हावी है कि अपने सनातन धर्म का अपमान करके लोगों के सामने मुखौटा पहनकर खड़े हो जाते हैं। ऐसा लगता है कि वो उनके सबसे बड़े हितेषी है। तेजस्वी यादव की तुष्टिकरण की राजनीति देखिए, उनके पास सनातन धर्म के लिए समय नहीं है। हिंदुओं की आस्था का अपमान करके तेजस्वी यादव कहते हैं कि हनुमंत कथा में जाने से जनता को फायदा नहीं है। क्या तेजस्वी यादव को अजान सुनने का फायदा होगा? जबकि उनको इसी समाज ने विधायक बनाया और आज वो उसी के बदौलत उपमुख्यमंत्री हैं।
‘इफ्तार की पार्टी से फायदा और नवरात्र में फलाहार से घाटा?’
मनोज शर्मा ने कहा कि तेजस्वी यादव के मुताबिक इफ्तार की पार्टी देने में जनता को फायदा होता है। नवरात्र में फलहारी पार्टी देने में जनता का नुकसान हो जाता है। तेजस्वी यादव के बयान को माने तो दरगाह पर जाने में जनता का फायदा होता है और मंदिर में जाने में जनता का नुकसान हो जाता है। इतना ही नहीं तेजस्वी यादव को टोपी पहनने में जनता का फायदा होता नजर आता है और तिलक लगाने में जनता का नुकसान हो जाता है। मनोज शर्मा ने कहा कि स्थिति ये हो गई है कि मुसलमानों को खुश करने के लिए तेजस्वी यादव जनता के फायदे के लिए मक्का-मदीना तक चले जाएंगे। लेकिन, इनको हनुमंत कथा जाने में जनता का नुकसान हो जाता है। तेजस्वी यादव जरा ये बताएं कि उनको सनातन धर्म से जनता का क्या नुकसान हो गया? मुसलमानों को खुश करने में जनता को कितना फायदा हो गया?
‘लालू के पढ़ाए गए पाठ को ही आगे बढ़ा रहे तेजस्वी’
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि एक कहावत है कि नया मुल्ला प्याज ज्यादा खाता है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को जो लालू यादव ने पढ़ाया, वही कच्चा और अधूरा पढ़कर डिप्टी सीएम आगे बढ़ा रहे हैं। तेजस्वी यादव ने लालू यादव की पाठशाला में अपनी पढ़ाई की है। उन्होंने कभी भी समाज पाठशाला में पढ़ाई नहीं की है। इसीलिए वो लालू यादव के नक्शे-कदम पर समाज को तोड़ने वाली राजनीति करते हैं। अक्सर वो अपनी फायदे वाली राजनीति करते हैं। बहुसंख्यक समाज को क्या फायदा होगा, इसकी राजनीति वो कभी नहीं करते हैं।
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‘हनुमंत कथा से नहीं बल्कि अजान से फायदा नजर आता है?’
बीजेपी के पूर्व विधायक और प्रदेश प्रवक्ता मनोज शर्मा ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आज धर्म को नफा और नुकसान से जोड़ने लगे हैं। यानी लालू यादव के पुत्र अब धर्म को लाभ-हानि के नजरिए से देखते हैं। तेजस्वी यादव खुद तो सनातन धर्म के हैं। लेकिन, तुष्टिकरण की राजनीति इस कदर हावी है कि अपने सनातन धर्म का अपमान करके लोगों के सामने मुखौटा पहनकर खड़े हो जाते हैं। ऐसा लगता है कि वो उनके सबसे बड़े हितेषी है। तेजस्वी यादव की तुष्टिकरण की राजनीति देखिए, उनके पास सनातन धर्म के लिए समय नहीं है। हिंदुओं की आस्था का अपमान करके तेजस्वी यादव कहते हैं कि हनुमंत कथा में जाने से जनता को फायदा नहीं है। क्या तेजस्वी यादव को अजान सुनने का फायदा होगा? जबकि उनको इसी समाज ने विधायक बनाया और आज वो उसी के बदौलत उपमुख्यमंत्री हैं।
‘इफ्तार की पार्टी से फायदा और नवरात्र में फलाहार से घाटा?’
मनोज शर्मा ने कहा कि तेजस्वी यादव के मुताबिक इफ्तार की पार्टी देने में जनता को फायदा होता है। नवरात्र में फलहारी पार्टी देने में जनता का नुकसान हो जाता है। तेजस्वी यादव के बयान को माने तो दरगाह पर जाने में जनता का फायदा होता है और मंदिर में जाने में जनता का नुकसान हो जाता है। इतना ही नहीं तेजस्वी यादव को टोपी पहनने में जनता का फायदा होता नजर आता है और तिलक लगाने में जनता का नुकसान हो जाता है। मनोज शर्मा ने कहा कि स्थिति ये हो गई है कि मुसलमानों को खुश करने के लिए तेजस्वी यादव जनता के फायदे के लिए मक्का-मदीना तक चले जाएंगे। लेकिन, इनको हनुमंत कथा जाने में जनता का नुकसान हो जाता है। तेजस्वी यादव जरा ये बताएं कि उनको सनातन धर्म से जनता का क्या नुकसान हो गया? मुसलमानों को खुश करने में जनता को कितना फायदा हो गया?
‘लालू के पढ़ाए गए पाठ को ही आगे बढ़ा रहे तेजस्वी’
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि एक कहावत है कि नया मुल्ला प्याज ज्यादा खाता है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को जो लालू यादव ने पढ़ाया, वही कच्चा और अधूरा पढ़कर डिप्टी सीएम आगे बढ़ा रहे हैं। तेजस्वी यादव ने लालू यादव की पाठशाला में अपनी पढ़ाई की है। उन्होंने कभी भी समाज पाठशाला में पढ़ाई नहीं की है। इसीलिए वो लालू यादव के नक्शे-कदम पर समाज को तोड़ने वाली राजनीति करते हैं। अक्सर वो अपनी फायदे वाली राजनीति करते हैं। बहुसंख्यक समाज को क्या फायदा होगा, इसकी राजनीति वो कभी नहीं करते हैं।