इंदौर में 27 अप्रैल को आईटी कॉन्क्लेव: 200 कंपनियां आएंगी, इंदौर में तैयार हो रहे दो पार्क; 19 हजार को मिलेगा रोजगार – Indore News

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इंदौर में 27 अप्रैल को आईटी कॉन्क्लेव:  200 कंपनियां आएंगी, इंदौर में तैयार हो रहे दो पार्क; 19 हजार को मिलेगा रोजगार – Indore News

इंदौर में 27 अप्रैल को आईटी कॉन्क्लेव: 200 कंपनियां आएंगी, इंदौर में तैयार हो रहे दो पार्क; 19 हजार को मिलेगा रोजगार – Indore News

इंदौर में 27 अप्रैल को आईटी काॅन्क्लेव का आयोजन होगा।

इंदौर में 27 अप्रैल को आईटी कॉन्क्लेव का आयोजन होने वाला है। मुख्यमंत्री डॉ. सीएम मोहन यादव ने इसके लिए तैयारियां करने को कहा है और आईटी कॉन्क्लेव के लिए देश की बड़ी आईटी कंपनियों को बुलाने के लिए कहा गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक दिनी

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इंदौर में होने वाले आईटी कॉन्क्लेव का आयोजन कहां और किस स्वरूप में होगा यह अभी तय नहीं हुआ है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि यह कॉन्क्लेव इंदौर में ब्रिलियंट कन्वेशन सेंटर में आयोजित किया जाएगा। इस आईटी कॉन्क्लेव में आईटी कंपनियां, आईटी से जुड़े स्टार्टअप, एआई, सेमीकंडक्टर और प्रॉपर्टी से जुड़ी कंपनियों को निमंत्रण भेजा जाएगा। बताया जा रहा है कि आईटी कॉन्क्लेव में देश-विदेश की लगभग 200 कंपनियां हिस्सा लेंगी।

बता दें कि हाल ही में भोपाल में ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का आयोजन हुआ था। यह दूसरी बार था जब जीआईएस का आयोजन इंदौर से बाहर किया गया था। उस समय इंदौर के औद्योगिक और व्यापारिक संगठनों का मानना था कि समिट को भोपाल में करने के फैसले से इंदौर की औद्योगिक और व्यापारिक संभावनाओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। जिसके बाद से ही इंदौर में ही आईटी कॉन्क्लेव कराने को लेकर चर्चा तेज हो गई थी। जिसकी घोषणा सीएम ने खुद कर दी।

इंदौर में तैयार हो रहे दो आईटी पार्क

इंदौर में आईटी पार्क 3 और 4 का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। यह दोनों ही आईटी पार्क लगभग 3 हेक्टेयर जमीन पर तैयार किए जा रहे हैं। इन्हें तैयार करने में लगभग 550 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। आईटी पार्क 3 का 38 प्रतिशत पूरा हो चुका है और 4 का काम 30 प्रतिशत पूरा हो चुका है। आईटी पार्क 3 में 1 हज़ार करोड़ का निवेश प्रस्तावित है जहां पर 15 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। वहीं, आईटी पार्क 4 में 500 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है जहां पर 4 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। आईटी पार्क 3 दिसंबर 2025 तक तो वहीं और आईटी पार्क 4 जनवरी 2026 तक पूरा हो जाएगा।

प्रस्तावित आईटी पार्क।

आईटी और फिनटेक हब को नेक्स्ट लेवल पर ले जाने की तैयारी

इंदौर के आईटी सेक्टर का केवल निर्यात ही इस समय 18,000 करोड़ रुपए से अधिक का है। इंदौर में टीसीएस, इंफोसिस, यश, इंफोबिंस, इम्पेटस, टास्कयूज, टेलीमार्ट सहित 300 से अधिक मध्यम और छोटी आईटी/बीपीओ कंपनियां कार्यरत हैं। 1,000 से अधिक आईटी स्टार्टअप भी इंदौर में काम कर रहे हैं। सरकार का लक्ष्य है कि माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, आईबीएम जैसी बड़ी आईटी कंपनियां इंदौर में अपना बड़ा सेंटर खोलें।

बड़ी फिनटेक कंपनियों के मुख्यालय इंदौर में स्थापित किए जाएं। एआई और मशीन लर्निंग की रिसर्च और डेवलपमेंट कंपनियों को इंदौर में लाया जाए। सरकार 501 करोड़ रुपए की लागत से आईटी पार्क-3 और 47 करोड़ रुपए की लागत से आईटी पार्क-4 बना रही है। वहीं इंदौर शहर के निकट 400 हेक्टेयर भूमि पर आईटी और फिनटेक जोन विकसित करने की तैयारी है।

3 साल में इंदौर को 1 एसईजेड और 1 नॉन एसईजेड की जरूरत

आईटी एक्सपर्ट की मानें तो हम अभी आईटी हब की तीन A, B और C में से B की नंबर 1 सिटी हैं। हमारा अहमदाबाद, नागपुर और विशाखापट्नम से मुकाबला है। वहीं, इंदौर B कैटेगरी में अहमदाबाद, नागपुर, जयपुर, वडोदरा और रायपुर जैसे बड़े शहरों को पीछे छोड़कर नंबर 1 पर आया है। इंदौर को दो साल में 1 एसईजेड और 2 नॉन एसईजेड आईटी पार्क की जरूरत है।

प्रस्तावित आईटी पार्क।

इंदौर इसलिए बना आईटी कंपनियों की पसंद

  • कॉस्ट ऑफ ऑपरेशन: इंदौर में कॉस्ट ऑफ ऑपरेशन मेट्रो शहरों की तुलना में कम है। ऑफिस बिल्डिंग और घरों का किराया बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे से काफी कम है।
  • एयर कनेक्टिविटी: रोजाना 90 से ज्यादा उड़ानें और 26 शहरों के लिए सीधी फ्लाइट हैं। इंदौर से शारजहां के लिए सीधी उड़ान है। वहीं इंदौर से बैंकॉक, सिंगापुर और दुबई के लिए शुरू होना हैं।
  • स्वच्छता: 7 बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बनने की चर्चा सिलिकॉन वैली तक है। बाहर से आने वाले इंडस्ट्रीज प्रोफेशनल क्वालिटी ऑफ लाइन को प्राथमिकता देते हैं।
  • गोलाकार बसाहट: बेंगलुरु, मुंबई और दिल्ली में ऑफिस पहुंचने के लिए रोजाना एक से डेढ़ घंटे ट्रैवल करना पड़ता है। इंदौर में यह दूरी कम है क्योंकि बसावट गोलाकार है।
  • खानपान: उत्तर भारत का एक बड़ा युवा वर्ग बेंगलुरू और हैदराबाद इसलिए नहीं जाना चाहता क्योंकि वहां का खानपान मनमाफिक नहीं है। इंदौर में हर राज्य के खाने के साथ 15 देशों का खाना मिलता है। स्ट्रीट फूड को स्वच्छता के लिए FSSAI द्वारा प्रमाणित किया गया है।
  • एकमात्र शहर जिसमें IIT और IIM दोनों: रियल एस्टेट का उभरता बाजार, पीथमपुर, सांवेर रोड और राऊ में विशाल औद्योगिक इकाइयां, बेहतर रेल नेटवर्क और देश का एकमात्र शहर जिसमें IIT और IIM दोनों हैं।

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