इंदौर में स्वामी रामदयाल जी का पाटोत्सव सोमवार को: छावनी रामद्वारा में आचार्य स्वामी राम किशोर जी महाराज की पुण्यतिथि मनाई – Indore News h3>
300 वर्ष पुराने अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के 14वें आचार्य स्वामी राम किशोर जी महाराज की पुण्यतिथि मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारम्भ रामस्नेही संप्रदाय के वर्तमान पीठाधीश्वर आचार्य रामदयाल जी महाराज ने सतीश कचोलिया, मुकेश कचोलिया, कोषाध्यक्ष योगेश
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ब्रह्मलीन स्वामी रामकिशोर जी महाराज को श्रद्धासुमन अर्पित करते स्वामी रामदयाल जी महाराज
पुण्यतिथि के कार्यक्रम में सतीश कचौलिया , देवेंद्र मुच्छाल रामनिवास मोड, घनश्याम गिलड़ा , प्रेम लता सैनी,किरण बेदान्ती आदि ने स्वामीजी के श्रद्धासुमन अर्पित किए। वाणी जी का पाठ पश्चात् देवास के बाल संत पुनीत रामजी एवं आनंदराम जी ने प्रवचन से कार्यक्रम को प्रारंभ किया संत राम नारायण जी, दिल्ली से पधारे संत मुमुक्षु राम के प्रवचन हुए ।
जगद्गुरु रामदयाल जी महाराज ने इस अवसर पर कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी रामकिशोर जी महाराज एक बिरले संत थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन संप्रदाय एवं धर्म को बढ़ाने में समर्पित किया, नाम सुमिरन को समर्पित कर दिया। यहां तक की उनके अंतिम समय में भी अस्वस्थ होते हुए भी ऑक्सीजन सिलेंडर साथ में लगाकर भी प्रवचन करते थे। स्वामी रामकिशोर दास जी महाराज जिस भी भक्त की जिंदगी में आए उनकी जिंदगी बदल गई, जिंदगी हरी भरी हो गई। स्वामी रामकिशोर दास महाराज बहुत ही दृढ़ निश्चय थे, वे भक्ति के अवतार थे, गुणों के भंडार थे, अनूठाअदभुत आत्मीयता थी।
आरती करते श्रद्धालु
मुकेश कचोलिया और सुनील जायसवाल ने बताया कि 20 जनवरी सोमवार को 300 वर्ष पुराने अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय शाहपुरा के 15 वे वर्तमान पीठाधीश्वर आचार्य जगद्गुरु स्वामी रामदयाल जी महाराज का 30 वां आचार्य पदप्रतिष्ठित पाटोत्सव महोत्सव पारसी मोहल्ला स्थित छावनी रामद्वारे में मनाया जाएगा। कार्यक्रम में प्रातः 9.30 मंगल कलश एवं शाही लावाजमे के साथ रामद्वारा परिसर में भव्य पदरावनी होगी, वाणीजी का पाठ, संतों के प्रवचन एवं आचार्यश्री का आशीर्वचन भी होगा। कार्यक्रम में देश के विभिन्न प्रांतों से भी श्रद्धालु भक्तजन आएंगे। सतीश कचोलिया एवं रीतेश कृपलानी ने बताया कि आज से 32 साल पहले परमपूज्य जगद्गुरु आचार्य स्वामी श्री श्री 1008 श्री रामदयाल जी महाराज इस ऐतिहासिक अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के 15 वे आचार्य के रूप में पद प्रतिष्ठत हुए थे। इस अवसर पर शाहपुरा धाम के नवनीत रामजी, सुरेश हेड़ा, सतनारायण गिलड़ा, आशीष सोनी, हेमन्त काकाणी राधेश्याम सोमानी रामबिलास राठी, राजेश मंगल, राजेश चंडकआदि उपस्थित थे।