इंदौर के पान दुकान से शोहरत की बुलंदियों तक, ये है आवेश खान की कहानी, मैदान पर जान लेकिन दिल अस्पताल में भर्ती मां के पास

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इंदौर के पान दुकान से शोहरत की बुलंदियों तक, ये है आवेश खान की कहानी, मैदान पर जान लेकिन दिल अस्पताल में भर्ती मां के पास

Curated by | Navbharat Times | Updated: Apr 8, 2022, 3:30 PM

पिछले सीजन तक दिल्ली कैपिटल्स की ओर से खेलने वाले आवेश खान इस बार लखनऊ सुपरजायंट्स का हिस्सा है। 25 वर्षीय इस पेसर को लखनऊ ने 10 करोड़ में खरीदा था, उन्हें इंडियन टीम में भी चुना जा चुका है। आवेश की यह सफलता कई कठिन डगर से होकर गुजरती है। आवेश के संघर्ष को आपसे रूबरू करवाने की कोशिश करते हैं।

 

नई दिल्ली: महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली, फाफ डुप्लेसिस… ये वर्ल्ड क्रिकेट के वो बल्लेबाज हैं, जिनके नाम से ही गेंदबाज थर्राते हैं। बॉलिंग करने से घबराते हैं। मगर एक अनजान पेसर ने एक ही सीजन में तीनों को आउट कर आईपीएल में सनसनी मचा दी थी। यह बॉलर कोई और नहीं बल्कि आवेश खान (Avesh Khan) हैं। वही आवेश खान जिन्हें इस साल लखनऊ सुपरजायंट्स (Lucknow Super Giants) ने मेगा ऑक्शन में 10 करोड़ रुपये में खरीदा था। इंदौर के रहने वाले आवेश के लिए फर्श से अर्श तक का यह सफर कतई आसान नहीं था।

अस्पताल में भर्ती मां को समर्पित मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड

दिल्ली के खिलाफ मैच में गुरुवार रात आवेश भले ही कोई बड़ा कमाल नहीं कर पाए, लेकिन सनराइजर्स हैदराबाद के विरुद्ध पिछले मुकाबले में अपनी टीम को जीत दिलाने के बाद उन्हें मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड दिया गया था। उन्होंने डेथ ओवर में शानदार गेंदबाजी करते हुए अपनी टीम को दूसरी जीत दिलाई थी। अवॉर्ड अपनी मां को समर्पित करते हुए उन्होंने कहा था, ‘मेरी मां अस्पताल में भर्ती हैं। मुझे उनका काफी सपोर्ट मिला। मैच के बाद, मैंने अपना फोन उठाया और वीडियो कॉल पर उससे जुड़ा और उन्हें मैच के बारे में जानकारी दी।’

ब्रेस्ट कैंसर से जंग जीत चुकीं मां

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आवेश खान की मां को दो साल पहले ब्रेस्ट कैंसर हुआ था, उन्होंने दिल्ली के खिलाफ मैच से पहले कहा था, ‘वह अभी भी अस्पताल में ही हैं, लेकिन पहले से ठीक हैं, उसे यूरिन इन्फेक्शन है और दो साल पहले उसे ब्रेस्ट कैंसर हुआ था, जिससे वह प्रभावित हुई, लेकिन अब सबकुछ बेहतर हैं। मैं पिछले गेम में मैच जिताने वाला प्रदर्शन करके अच्छा महसूस कर रहा हूं, लेकिन हर दिन एक नया दिन है और मैं उसी लय के साथ गेंदबाजी करने और अपनी टीम को मैच जीतने की कोशिश करूंगा।’

​पिता चलाते थे पान दुकान

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इंदौर के एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले आवेश खान का बचपन संघर्षों में बीता। पिता आशिक खान शुरूआती दिनों में पान की दुकान चलाकर परिवार का पेट पालते थे। दरअसल, उनके पिता की नौकरी चली गई थी, जिसके बाद वह रोड किनारे पान की दुकान लगाने लगे, लेकिन सड़क चौड़ीकरण में प्रशासन ने पान की दुकान भी हटा दी। 2014 में U19 में डेब्यू करने वाला यह युवा सितारा क्रिकेट मैच से मिलने वाली कमाई से घर में सहयोग देने लगा।

​सटीक यॉर्कर, आवेश की पहचान

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आवेश पिछले सीजन तक दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा थे। वे 2021 सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर थे। अपने सटीक यॉर्कर और बेहतरीन गेंदबाजी से चर्चा में आए आवेश परफेक्शन के लिए बोतल या जूता रखकर घंटों अभ्यास करते हैं। दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) के लिए उन्होंने बीते सीजन 16 मैचों में 24 विकेट चटकाए थे। आवेश के टीममेट रहे एनरिक नॉर्किया ने कहा था कि वह इस यंग पेसर से सटीक यॉर्कर डालने की कला सीखना चाहते हैं।

​RCB से शुरू हुआ था IPL का सफर

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10 साल में टेनिस बॉल से शुरू हुआ क्रिकेट का सफर यहां तक पहुंचेगा पूरे परिवार ने नहीं सोचा था। मेहनत के दमपर उन्होंने 5 फरवरी 2018 को विजय हजारे ट्रॉफी में मध्य प्रदेश की तरफ से लिस्ट-ए क्रिकेट में डेब्यू किया। 2017 को आईपीएल में विराट की अगुवाई में उन्हें पहली बार रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम में मौका मिला था।



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