आशियाना बचाने को सरकार से गुहार, डेप्युटी सीएम तारकिशोर प्रसाद के आवास पर हंगामा, राजीव नगर के लोग धरने पर बैठे h3>
पटना : डेप्यूटी सीएम तारकिशोर प्रसाद के आवास पर आज भारी हंंगामा देखने को मिला। आवास का घेराव करने वाले लोग अपना घर बचाने के लिए सीएम मे आवा पर पहुंचे। सुबह से ही राजीव नगर के लोगों ने 4 देशरत्न मार्ग आवास का घेराव किया। यह मामला करीब 1024 एकड़ जमीन का है जिसे अब तक न सरकार की ओर से अधिग्रहित किया गया था और न ही इस जमीन का किसानों को इसका मुआवाजा ही दिया गया है। लेकिन अब सरकार ने करीब 20 घरों को तोड़ने का फरमान जारी कर दिया है। दरअसल इस जमीन 1024 एकड़ जमीन को 1974 में अधिग्रहित करने का आदेश दिया गया था। तत्कालीन सरकार ने गजट जारी कर यह जमीन हाउसिंग बोर्ड को दी गई थी। उस वक्त कांग्रेस की सरकार थी।
लोगों ने पूछा 50 साल से कहां थी सरकार
स्थानीय लोगों का कहना है कि उस वक्त इस जमीन पर हाउंसिंग बोर्ड की ओर से सोशल वेलफेयर के लिए एचआइजी, एलआइजी और एमआइजी फ्लैट्स बनाने का आदेश दिया गया था। लेकिन हाउंसिंग बोर्ड ने 50 साल में कोई काम नहीं किया। स्थानीय अभिषेक सिंह का कहना है कि सरकार की ओर से न तो जमीन अधिग्रहित की गई और न ही इस जमीन का उन्हें मुआवजा दिया गया। आज भी जमीन किसानों के ही कब्जे में हैं। जिसे वो तरह जरुरत के हिसाब से बेच रहे हैं। विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि सरकार की देरी का खामियाजा जनता क्यों भुगते। अब यहां सरकार और गैर सरकारी आवास बन गए हैं। लेकिन सरकार की ओर से उन 20 घरों पर बुल्डोजर चलाने की बात कही जा रही है जिसका जिसका सरकार ने न तो अधिग्रहण किया और न ही किसान को उसकी कीमत चुकाई। तोड़ने स्थानीय लोगों का कहना है यहांं बड़ी-बड़ी सरकारी बिल्डिंग बन गई है।
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एसएसबी का घुड़दौड कैंपस भी कब्जे की जमीन पर
स्थानीय लोगों का कहना है कि 10 सालों से एसएसबी का घुड़दौड़ कैम्पस भी किसानों की कब्जे की जमीन पर बना हुआ है। सरकार की ओर से किसानों को मुआवजा नहीं दिया गया। जिसकी वजह से एनओसी का मामला लंबे समय से लटका है। नतीजा ये है कि आज भी हाउसिंग बोर्ड इस जमीन पर एक ईंट नहीं जोड़ पाया है। बताते चलें इस मामले राजीव नगर में रहने वाले लोग पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। अब गुस्साए लोगों ने डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद के सरकारी बंगले पांच देश रत्न मार्ग का घेराव कर दिया है।
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एक दिन में नहीं बने 20 मकान, अधिकारियों पर भी को कार्रवाई
श्रीनाथ सिंह, अध्यक्ष दीघा कृषि भूमि आवास बचाव संंघर्ष समिति के अध्यक्ष का कहना है कि लोग बड़ी मेहनत से घर जोड़ते जब घर बन रहे थे तब प्रशासनिक अधिकारी कुछ नहीं बोलते फिर अचानक सरकार उजाड़ने को खड़ी हो जाती है। संगठन के महामंत्री बिरेंद्र सिंह का कहना है कि मकान एक दिन में नहीं बने उन अधिकाकियों की संपत्ति जब्त होनी चाहिए जिनके कार्यकाल में यहां मकान बने। कंचन सिंह का कहना है आदेश के बाद भी भूमि अधिग्रहण पचास साल पहले क्यों नहीं किया गया। सरकार की गलती का खामियाजा जनता क्यों भुगते?
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ये है मामला
दीघा- नेपाली नगर जमीन विवाद को लेकर वहां के स्थानीय लोग धरने पर बैठ गए। दरअसल, विवाद गर्म होने का मुख्य कारण पटना सदर के सीओ का नोटिस है, जिसमें 20 एकड़ जमीन पर बने भवनों को तोड़ने का निर्देश जारी किया गया है। सीओ ने तीन सुनवाई के बाद अपने फैसले में कहा है कि नेपालीनगर की 20 एकड़ जमीन आवास बोर्ड ने अधिग्रहित की थी और इस पर बने मकानों को अवैध करार दे दिया हैं और अब उन मकानों को एक सप्ताह के अंदर तोड़ा जाए। इसी को लेकर उप मुख्यमंत्री आवास के बाहर स्थानीय लोग धरने पर बैठे रहे।
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स्थानीय लोगों का कहना है कि उस वक्त इस जमीन पर हाउंसिंग बोर्ड की ओर से सोशल वेलफेयर के लिए एचआइजी, एलआइजी और एमआइजी फ्लैट्स बनाने का आदेश दिया गया था। लेकिन हाउंसिंग बोर्ड ने 50 साल में कोई काम नहीं किया। स्थानीय अभिषेक सिंह का कहना है कि सरकार की ओर से न तो जमीन अधिग्रहित की गई और न ही इस जमीन का उन्हें मुआवजा दिया गया। आज भी जमीन किसानों के ही कब्जे में हैं। जिसे वो तरह जरुरत के हिसाब से बेच रहे हैं। विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि सरकार की देरी का खामियाजा जनता क्यों भुगते। अब यहां सरकार और गैर सरकारी आवास बन गए हैं। लेकिन सरकार की ओर से उन 20 घरों पर बुल्डोजर चलाने की बात कही जा रही है जिसका जिसका सरकार ने न तो अधिग्रहण किया और न ही किसान को उसकी कीमत चुकाई। तोड़ने स्थानीय लोगों का कहना है यहांं बड़ी-बड़ी सरकारी बिल्डिंग बन गई है।
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स्थानीय लोगों का कहना है कि 10 सालों से एसएसबी का घुड़दौड़ कैम्पस भी किसानों की कब्जे की जमीन पर बना हुआ है। सरकार की ओर से किसानों को मुआवजा नहीं दिया गया। जिसकी वजह से एनओसी का मामला लंबे समय से लटका है। नतीजा ये है कि आज भी हाउसिंग बोर्ड इस जमीन पर एक ईंट नहीं जोड़ पाया है। बताते चलें इस मामले राजीव नगर में रहने वाले लोग पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। अब गुस्साए लोगों ने डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद के सरकारी बंगले पांच देश रत्न मार्ग का घेराव कर दिया है।
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