आबरू पर हाथ डालने की सज़ा महज ‘दो जूते’, VIDEO: मुजफ्फरनगर में मामला रफा-दफा करने को पंचायत, पंचों के फैसले पर भड़क उठी भीड़ – Muzaffarnagar News

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आबरू पर हाथ डालने की सज़ा महज ‘दो जूते’, VIDEO:  मुजफ्फरनगर में मामला रफा-दफा करने को पंचायत, पंचों के फैसले पर भड़क उठी भीड़ – Muzaffarnagar News

आबरू पर हाथ डालने की सज़ा महज ‘दो जूते’, VIDEO: मुजफ्फरनगर में मामला रफा-दफा करने को पंचायत, पंचों के फैसले पर भड़क उठी भीड़ – Muzaffarnagar News

वरुण शर्मा | मुजफ्फरनगर11 मिनट पहले

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मुजफ्फरनगर के चरथावल थाना इलाके में रंगों के पर्व होली की शाम एक ऐसी घटना ने पूरे गांव को हिलाकर रख दिया, जिसने न सिर्फ कानून-व्यवस्था की पोल खोल दी, बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी शर्मसार कर दिया।

एक 60 साल के बुजुर्ग किसान पर गांव की ही 26 साल की युवती ने छेड़खानी और जोर-जबरदस्ती का सनसनीखेज आरोप लगाया है। मामला इतना बिगड़ गया कि पंचायत से लेकर थाने तक हंगामा मच गया और आरोपी को भरी सभा में ‘दो जूते’ मारने की सजा भी सुनाई गई, जिसका वीडियो अब सामने आ चुका है।

होली की शाम शुरू हुआ ‘बवाल’

जानकारी के मुताबिक, यह शर्मनाक घटना 15 मार्च 2025 की शाम को हुई। उपले बनाने के लिए घर से गोबर लेने जा रही युवती ने आरोप लगाया कि पहले से ही घात लगाकर बैठे 60 वर्षीय बुजुर्ग किसान उसे जबरन उठाकर अपनी ट्यूबवेल के कमरे में ले गया। वहां उसने युवती के कपड़े फाड़ते हुए जोर-जबरदस्ती कर दुष्कर्म की कोशिश की। पीड़िता के शोर मचाने और किसी तरह वहां से निकलने के बाद गांव में यह खबर आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते गांव में तनाव की स्थिति बन गई।

पंचायत में ‘दो जूते’ का फैसला, भीड़ ने खोया आपा

मामले को ‘रफा-दफा’ करने के लिए उसी रात गांव में पंचायत बुलाई गई। लेकिन पंचायत में पहुंची भीड़ इतनी आक्रोशित थी कि उसने अपना आपा खो दिया। गुस्साए लोगों ने आरोपी बुजुर्ग पर हमला बोल दिया और उसकी पिटाई की कोशिश की।

हालात बिगड़ते देख पंचों ने बीच-बचाव किया और भरी सभा में आरोपी को ‘दो जूते’ मारने का फैसला सुनाया। पंचायत में ही आरोपी को जूते मारे गए, जिसका लाइव वीडियो अब सार्वजनिक हो गया है। हालांकि यह सजा भी पीड़ित पक्ष को संतुष्ट नहीं कर सकी।

मुकदमा दर्ज़ होते ही मैदान में कूदी भाकियू

पंचायत के फैसले से असंतुष्ट पीड़िता और उसके परिजनों ने चरथावल थाने पहुंचकर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। 16 मार्च की दोपहर बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। लेकिन जैसे ही यह खबर आरोपी के समर्थकों तक पहुंची, भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता उसके पक्ष में उतर आए।

यूनियन ने छेड़खानी के आरोप को झूठा और बेबुनियाद बताते हुए दावा किया कि खेत में घुसने की रोक-टोक पर युवती ने मनगढ़ंत आरोप लगाए हैं। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने थाने के बाहर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया।

गांव में तनाव, पुलिस जांच में जुटी

इस घटना ने पूरे गांव को दो खेमों में बांट दिया है। एक तरफ पीड़िता के समर्थक सख्त सजा की मांग कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ आरोपी के समर्थक इसे साजिश बता रहे हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। सामने आए वीडियो में पंचायत में जूते मारने का दृश्य साफ दिखाई दे रहा है, जिसके बाद पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर पंचायत में कानून हाथ में क्यों लिया गया?

होली की खुशियां मातम में बदलीं

जिले के इस छोटे से गांव में होली की खुशियां उस वक्त आक्रोश में बदल गईं, जब यह घटना सामने आई। पंचायत का फैसला हो या थाने में दर्ज मुकदमा, मामला अब चर्चा का विषय बन चुका है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या ‘दो जूते’ की सजा किसी की आबरू पर हाथ डालने की सही कीमत है? फिलहाल, पुलिस की जांच और कोर्ट का फैसला ही इस सनसनीखेज मामले में सच का पता लगा सकेगा।

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