आपकी बात…राजनीतिक दलों को चंदा देने वालों का नाम उजागर होने का क्या असर होगा? | What will be the impact of revealing the names who donate to party | News 4 Social

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आपकी बात…राजनीतिक दलों को चंदा देने वालों का नाम उजागर होने का क्या असर होगा? | What will be the impact of revealing the names who donate to party | News 4 Social

आपकी बात…राजनीतिक दलों को चंदा देने वालों का नाम उजागर होने का क्या असर होगा? | What will be the impact of revealing the names who donate to party | News 4 Social

चंदा देने वालों का स्वार्थ का पता चल सकेगा
राजनैतिक दलों को चुनाव बॉन्ड द्वारा चंदा देने वाले का नाम उजागर होने से राजनैतिक दलों का चुनाव व्यय पर अंकुश लग सकेगा। दूसरी और चंदा देने वालों का स्वार्थ और आय स्त्रोत का भी पता लगेगा।
रत्न प्रकाश गुप्ता, बैंगलूरु
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गैर कानूनी चंद पर लगेगी रोक
राजनीतिक दलों को चंदा देने वालों का नाम उजागर होने से यह पता चलेगा कि किसी व्यक्ति, उद्योगपति व संस्था ने किस पार्टी को कितना चंदा दिया। बदले में उस पार्टी ने क्या कोई राजनीतिक या सरकारी लाभ दिया है। इससे गलत चंदा देने वालों के प्रति कानूनी कार्रवाई हो सकेगी। भविष्य में भी लोग चंदा देने में सचेत रहेंगे । इसे गैर कानूनी चंदे पर भी रोक लगेगी ।

अरविंदर सिंह, कोटपुतली राजस्थान
……………………………………………….. पारदर्शिता सुनिश्चित होगी
राजनीतिक दलों को चंदा देने वालो के नाम उजागर से राजनीति और व्यापारी ,अपराधी गठजोड़ का पता लगेगा । लोकतंत्र जनता का शासन है और जनता को जानने का अधिकार है। पारदर्शिता को सुनिश्चित करने का कदम साबित होगा।
-दिव्या मुंजाल, गंगानगर
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सत्ता व विपक्ष दोनों को समान अवसर मिलेंगे
यदि देश में चंदा देने वालो का नाम उजागर हो जाए तो राजनैतिक पार्टियां की आड़ में जो कालाधन व भ्रष्टाचार हो रहा है उस पर लगाम लगाई जा सकती है। राजनैतिक पार्टियां चंदा लेने के बदले में उन उद्योगपतियों, दूसरे देश की शर्तो की गुलामी करने से बच सकती है। इससे सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को समान मौका मिलेगा। जनता तक चुनाव प्रचार से अपनी बात रखने का।
-सुन्दर गहलोत,बींजवाड़िया,जोधपुर
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चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी
नाम उजागर होने से देश की जनता को पता चल सकेगा कि किस दल को कौन व कितना चंदा दे रहा है। चंदा लेने वाला दल, चंदा देने वाले को क्या किसी तरह से फायदा पहुंचा रहा है। इसका भी पता चल सकेगा। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी। चुनाव लड़ने तथा जीतने के लिए राजनीतिक दल लाखों – करोड़ों रूपए खर्च करते हैं। उसकी पूर्ति पार्टी सदस्यों के अंशदान से नहीं की जा सकतीं इसलिए ये बडे़ – बडे़ उद्योगपतियों से चंदा लेते हैं ।
– वसंत बापट, भोपाल
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भ्रष्टाचार में कमी आएगी
राजनीतिक दलों को चंदा देने वालों का नाम उजागर होने से भ्रष्टाचार में कमी आएगी। चंदे का उपयोग सही और पारदर्शी तरीके से होगा। कई लोग इनकम टैक्स में चोरी करने के लिए राजनीतिक दलों को चंदा दे देते हैं और इनकम टैक्स भरने से बच जाते हैं। अगर नाम उजागर उन्हें इनकम टैक्स भरना ही पड़ेगा। कुछ हद तक भ्रष्टाचार में कमी आएगी
लहर सनाढ्य, उदयपुर राजस्थान
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राजनीतिक लाभ के लिए चंदा देना भ्रष्टाचार को बढावा
राजनीतिक दलों को चंदा देना कोई अपराध नहीं हैं। किसने, कितना चंदा दिया, इसको जानने का अधिकार हर भारतीय को है। चंदा देने के बदले उसको क्या मिला, इसका भी खुलासा होना चाहिए। पार्टी चाहे कोई भी हो राजनीतिक लाभ के लिए चंदा प्राप्त करके भ्रष्टाचार को न्यौता देना भारतीय लोकतंत्र के लिए खतरा है। सरकारी एजेंसी जांच करे कि चंदा देने वाले के धन का स्रोत क्या है। राजनेताओं को भी इनका पक्ष नहीं लेना चाहिए। तभी भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन की नींव रखी जा सकेगी।
– बलवीर प्रजापति, हरढा़णी जोधपुर

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