आधी रात ऑटो से मस्ती करने निकले 4 दोस्त, हादसे में जख्मी हुआ दोस्त तो मरता छोड़ भाग गए 3 साथी
नीतेश (17) परिवार समेत नंद नगरी के सुंदर नगरी इलाके में रहते थे। वो 7 मार्च की रात को घर नहीं पहुंचे तो 8 मार्च को पिता राजेंद्र गुप्ता ने नंद नगरी थाने में गुमशुदगी की शिकायत दी। पुलिस ने 9 मार्च को गुमशुदगी दर्ज कर ली। लेकिन नीतेश का कुछ अता-पता नहीं चला। विवेक विहार थाना पुलिस ने 10 मार्च को ऑटो के नंबर के जरिए नीतेश के दोस्तों को पकड़ लिया। इनसे पूछताछ के बाद पूरे मामले का खुलासा हो गया। इसके बाद परिजनों को मौत की सूचना दी गई।
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पुलिस पूछताछ में मृतक नीतेश दोस्तों ने बताया कि होलिका दहन के बाद चारों सुंदर नगरी से गगन सिनेमा की तरफ जा रहे थे। ऑटो चला रहे पवन के बगल में दाईं तरफ नीतेश बैठा था। पीछे बृज मोहन और दूसरा नाबालिग थे। तेज रफ्तार में मोड़ते वक्त ऑटो दाईं तरफ पलट गया। नीतेश नीचे दब गया। तीनों ने ऑटो उठा कर उसे बाहर निकाला। जीटीबी अस्पताल के लिए निकल पड़े। रास्ते में नीतेश की हालत बिगड़ने लगी तो फेंक कर भाग गए। नीतेश के परिजनों को भी सूचना नहीं दी।
छह बहनों का था इकलौता भाई
परिजनों ने बताया कि नीतेश छह बहनों का इकलौता भाई था। एक बहन बड़ी है, जबकि बाकी की पांच बहनें छोटी हैं। बड़ी बहन की शादी अप्रैल में तय थी, जिसकी तैयारी में परिवार जुटा था। अब भाई की मौत से सारी खुशियां मातम में बदल गईं। पिता राजेंद्र गुप्ता लोनी गोल चक्कर पर फलों की रेहड़ी लगाते हैं, जिस काम में नीतेश उनकी मदद करता था। परिजन इसे हत्या करार दे रहे हैं, लेकिन पुलिस अफसरों का कहना है कि शुरुआत में मामला हत्या का ही लग रहा था, लेकिन पोस्टमॉर्टम के बाद डॉक्टरों की राय ली गई तो सड़क हादसे की बात सामने आई है।