आदमखोर बाघ को जेसीबी में बैठकर किया बेहोश: वन विभाग की टीम को काबू करने में लगे 10 घंटे, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व भेजा – Balaghat (Madhya Pradesh) News h3>
बाघ को इस तरह रेस्क्यू कर ले जाया गया।
बालाघाट में वन विभाग की टीम ने सोमवार को 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आदमखोर बाघ को काबू में कर लिया। इस बाघ ने 3 मई को एक किसान पर हमला कर उसकी जान ले ली थी।
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टीम ने सुबह 6 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जो शाम 5 बजे तक चला। बाघ को ट्रेंक्यूलाइज कर मेडिकल टीम के साथ सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के चूरना वन क्षेत्र भेज दिया गया है। वहां बाघ की हिंसक प्रवृत्ति का अध्ययन किया जाएगा।
सीसीएफ गौरव चौधरी के अनुसार, बाघ सोमवार सुबह नाले के पास दिखा था। टीम ने बाघ के खेत की तरफ जाने का इंतजार किया। खेत में पहुंचने पर कान्हा से आए डॉ. संदीप अग्रवाल ने जेसीबी की मदद से बाघ को ट्रेंक्युलाइज किया।
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान स्थानीय विधायक गौरव पारधी, सीसीएफ गौरव चौधरी, वनमंडल अधिकारी अधर गुप्ता समेत 100 से ज्यादा पुलिस और वन विभाग के लोग मौजूद थे। बाघ के आतंक से परेशान ग्रामीणों में आक्रोश था। विधायक गौरव पारधी ने ग्रामीणों को शांत रखने में मदद की। बाघ के पकड़े जाने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
देखिए आदमखोर बाघ के रेस्क्यू की 3 तस्वीरें-
बेहोश करने के बाद बाघ को इस तरह ले गए वन विभाग के कर्मचारी।
बाघ को ट्रैंक्युलाइज करने के बाद स्ट्रेचर तैयार करती टीम।
बाघ को काबू करने में करीब 10 घंटे का समय लगा।
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किसान की मौत के बाद उसकी झोपड़ी तक पहुंचा बाघ
बालाघाट के कटंगी परिक्षेत्र स्थित कुड़वा कॉलोनी में बाघ का आतंक जारी है। 3 मई को बाघ ने किसान प्रकाश पाने पर हमला कर उनकी जान ले ली थी। रविवार को ग्रामीणों ने बताया कि बाघ एक बार फिर प्रकाश पाने के खेत की झोपड़ी तक आ गया। पूरी खबर पढ़ें…
रविवार को इस झोपड़ी तक फिर से पहुंचा था बाघ।
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किसान को जबड़े में दबाकर ले गया था बाघ
कटंगी रेंज की कुड़वा कॉलोनी के पास खेत में काम कर रहे किसान पर बाघ ने हमला किया था।
शनिवार सुबह बालाघाट में कटंगी रेंज के कुडवा कॉलोनी के पास खेत में काम कर रहे किसान पर बाघ ने हमला कर दिया। किसान की मौके पर ही मौत हो गई। बाघ शरीर का निचला हिस्सा खा गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हम लोग रोज की तरह सुबह पांच बजे खेत में काम करने पहुंच गए थे। करीब 6 बजे बाघ ने पीछे से प्रकाश पाने (45) पर हमला कर दिया। हम लोग चिल्लाते हुए वहां से भागे। थोड़ी दूर जाकर हमने पत्थर फेंककर बाघ को भगाने की कोशिश भी की। तब तक बाघ उसे अपना शिकार बना चुका था। पूरी खबर पढ़ें…