आत्महत्या के बाद पत्नी-बेटे ने फेंक दिया था शव: बदायूं में किसान की मौत का खुलासा, 3 गिरफ्तार, ईंट भट्ठे से मिली थी लाश – Badaun News h3>
बदायूं15 मिनट पहले
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पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल।
बदायूं के बिल्सी थाना क्षेत्र में 14 जनवरी को बंद पड़े ईंट भट्ठे में मिली किसान की लाश के पीछे का सच पुलिस ने अब उजागर कर दिया है। पुलिस जांच में सामने आया कि किसान रमाकांत ने पारिवारिक कलह से परेशान होकर घर में ही फांसी लगा ली थी। लेकिन, परिवार ने इसे छिपाने के लिए लाश को भट्ठे में फेंक दिया, जिससे मामला हत्या जैसा लगे।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुलिस को हुआ अंदेशा शुरुआत में जब पुलिस को ईंट भट्ठे में रमाकांत की लाश मिली, तो गले पर निशान देखकर मामला हत्या का लगा। लेकिन, जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई, तो मौत की वजह फांसी से दम घुटना पाई गई। यहीं से पुलिस को शक हुआ कि कहीं कुछ तो गड़बड़ है।
जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, पुलिस के हाथ चौंकाने वाली जानकारी लगी। मृतक की पत्नी ओमवती, बेटा विनेश और पड़ोसी वीरपाल ने मिलकर शव को बैलगाड़ी में लादा और सुनसान पड़े ईंट भट्ठे में फेंक दिया। पुलिस को सबसे बड़ा सवाल यह सता रहा था कि जहां शव मिला, वहां आत्महत्या करने के लिए कोई पेड़ या अन्य चीज़ मौजूद नहीं थी। जब पुलिस ने गांव के लोगों से पूछताछ की, तो शक की सुई मृतक के परिवार और पड़ोसी की तरफ घूमी।
मां-बेटे करते थे प्रताड़ित, नहीं देते थे खाना।
पड़ोसी की हरकतों से खुली पोल गांववालों ने बताया कि घटना के बाद से ही वीरपाल, मृतक की पत्नी और बेटे के घर बार-बार आ रहा था। पुलिस ने जब वीरपाल को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की, तो उसने कबूल किया कि 13 जनवरी की रात रमाकांत ने घर में फांसी लगा ली थी। डर के मारे पत्नी और बेटे ने वीरपाल को बुलाया और तीनों ने मिलकर शव को घर से निकालकर ईंट भट्ठे में फेंक दिया, ताकि मामला हत्या का लगे और पुलिस की जांच किसी और दिशा में चली जाए।
मां-बेटे करते थे प्रताड़ित, नहीं देते थे खाना जांच में यह भी सामने आया कि रमाकांत का परिवार उसके साथ दुर्व्यवहार करता था। पत्नी और बेटा उसे अक्सर खाना नहीं देते थे, जिससे वह काफी परेशान रहता था। गांव में चर्चा है कि घटना से दो दिन पहले भी उसे खाने के लिए कुछ नहीं दिया गया था और उसके साथ मारपीट भी की गई थी। इसी से आहत होकर उसने आत्महत्या कर ली थी।
तीनों आरोपी गिरफ्तार, मां-बेटे पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस बिल्सी थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह पुंडीर ने बताया कि रमाकांत की पत्नी ओमवती और बेटा विनेश पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है, जबकि पड़ोसी वीरपाल पर साक्ष्य छिपाने का आरोप लगाया गया है। तीनों को जेल भेज दिया गया है।
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बदायूं15 मिनट पहले
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पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल।
बदायूं के बिल्सी थाना क्षेत्र में 14 जनवरी को बंद पड़े ईंट भट्ठे में मिली किसान की लाश के पीछे का सच पुलिस ने अब उजागर कर दिया है। पुलिस जांच में सामने आया कि किसान रमाकांत ने पारिवारिक कलह से परेशान होकर घर में ही फांसी लगा ली थी। लेकिन, परिवार ने इसे छिपाने के लिए लाश को भट्ठे में फेंक दिया, जिससे मामला हत्या जैसा लगे।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुलिस को हुआ अंदेशा शुरुआत में जब पुलिस को ईंट भट्ठे में रमाकांत की लाश मिली, तो गले पर निशान देखकर मामला हत्या का लगा। लेकिन, जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई, तो मौत की वजह फांसी से दम घुटना पाई गई। यहीं से पुलिस को शक हुआ कि कहीं कुछ तो गड़बड़ है।
जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, पुलिस के हाथ चौंकाने वाली जानकारी लगी। मृतक की पत्नी ओमवती, बेटा विनेश और पड़ोसी वीरपाल ने मिलकर शव को बैलगाड़ी में लादा और सुनसान पड़े ईंट भट्ठे में फेंक दिया। पुलिस को सबसे बड़ा सवाल यह सता रहा था कि जहां शव मिला, वहां आत्महत्या करने के लिए कोई पेड़ या अन्य चीज़ मौजूद नहीं थी। जब पुलिस ने गांव के लोगों से पूछताछ की, तो शक की सुई मृतक के परिवार और पड़ोसी की तरफ घूमी।
मां-बेटे करते थे प्रताड़ित, नहीं देते थे खाना।
पड़ोसी की हरकतों से खुली पोल गांववालों ने बताया कि घटना के बाद से ही वीरपाल, मृतक की पत्नी और बेटे के घर बार-बार आ रहा था। पुलिस ने जब वीरपाल को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की, तो उसने कबूल किया कि 13 जनवरी की रात रमाकांत ने घर में फांसी लगा ली थी। डर के मारे पत्नी और बेटे ने वीरपाल को बुलाया और तीनों ने मिलकर शव को घर से निकालकर ईंट भट्ठे में फेंक दिया, ताकि मामला हत्या का लगे और पुलिस की जांच किसी और दिशा में चली जाए।
मां-बेटे करते थे प्रताड़ित, नहीं देते थे खाना जांच में यह भी सामने आया कि रमाकांत का परिवार उसके साथ दुर्व्यवहार करता था। पत्नी और बेटा उसे अक्सर खाना नहीं देते थे, जिससे वह काफी परेशान रहता था। गांव में चर्चा है कि घटना से दो दिन पहले भी उसे खाने के लिए कुछ नहीं दिया गया था और उसके साथ मारपीट भी की गई थी। इसी से आहत होकर उसने आत्महत्या कर ली थी।
तीनों आरोपी गिरफ्तार, मां-बेटे पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस बिल्सी थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह पुंडीर ने बताया कि रमाकांत की पत्नी ओमवती और बेटा विनेश पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है, जबकि पड़ोसी वीरपाल पर साक्ष्य छिपाने का आरोप लगाया गया है। तीनों को जेल भेज दिया गया है।