आतंकियों के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन मिले, अब एनआइए करेगी जांच | Nia Will Investigate The Case Of Terrorists Of Jmb Caught From Bhopal | Patrika News h3>
भोपाल में पकड़े गए थे जमात-ए-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश के चार आतंकी…।
भोपाल
Updated: April 08, 2022 02:07:34 pm
भोपाल। राजधानी में पकड़े गए जमात ए मुजाहिद्दीन बांग्लादेशी के आतंकियों के केस की जांच अब राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआइए) करेगी। 8 अप्रैल को सभी की न्यायिक हिरासत खत्म हो रही है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट के जरिए इसकी पुष्टि की है। इनकी साजिश भोपाल के मंत्रालय, विधानसभा भवन और बिड़ला मंदिर जैसे इलाकों में बड़ी वारदात करने की थी।
मध्यप्रदेश की राजधानी समेत प्रदेश के कई शहरों में आतंकी वारदात और बम विस्फोट की साजिश रचने वाले आतंकियों की हिरासत शुक्रवार को खत्म हो रही है। आज ही के दिन उनको एनआइए के हैंडओवर किया जाएगा। इसके बाद आगे की जांच एनआइए (National Investigation Agency) करेगी। इस मामले में एटीएस से केस डायरी एनआइए के पास चले जाएगी।
ऐशबाग क्षेत्र से पकड़ाए थे आतंकी
यह आतंकवादी 12 मार्च की रात को भोपाल के ऐशबाग इलाके से गिरफ्तार किए गए थे। एटीएस ने किराए के घर में रह रहे चार आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इनकी निशानदेही पर दो अन्य आतंकियों को भी गिरफ्तार किया था। इन आतंकियों में एक बिहार और तीन बांग्लादेश के रहने वाले हैं। इनकी गिरफ्तारी के बाद 14 दिन की रिमांड पर लिया गया था। रिमांड पूरी होने के बाद चारों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। शुक्रवार 8 अप्रैल को इनकी न्यायिक हिरासत पूरी हो रही है।
भोपाल से पकड़े गए आतंकी संगठन JMB के 4 आतंकियों के मामले की जांच NIA करेगी।@mohdept pic.twitter.com/zLGvh8E2o7
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) April 7, 2022
बगैर वैरिफिकेशन रह रहे थे आतंकी
ऐशबाग इलाके में यह चारों आतंकी किराए के मकान में रहते थे। इनके पास से आपत्तिजनक साहित्य और हथियार भी बरामद हुए थे। यह लोग भोपाल के कई इलाकों की रैकी भी कर चुके थे, जहां वे बम विस्फोट करना चाहते थे। किराए मकान दिलाने वाले सलमान से भी एटीएस से भी पूछताछ की गई। सलमान कंप्यूटर सुधारने का काम करता है। आतंकियों के पास मिला जिहादी साहित्य डिजिटल फॉर्म में है। जबकि 10 हजार पन्नों का जिहादी साहित्य भी बरामद हुआ है। धार्मिक ग्रंथों के नाम पर इन्होंने एक एलग ही जिहादी साहित्य तैयार किया है। इसी के आधार पर वे युवाओं का ब्रेनवॉश करने का काम करते थे। वे इसके जरिए स्लीपर सेल बनाते थे।
यह भी है खास
जमात-ए-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश यानी जेएमबी खतरनाक आतंकी संगठन है। यह कई सीरियल ब्लास्ट का जिम्मेदार रहा है। साल 2005 में इसने बांग्लादेश के 50 शहरों और कस्बों के 300 स्थानों पर करीब 500 छोटे बम विस्पोट किए थे। इसने बांग्लादेश में भी बड़े स्तर पर नरसंहार किया था। 2014 में पश्चिम बंगाल के वर्धमान बम ब्लास्ट में भी इनका हाथ था। जिसमें दो लोग मारे गए थे। 2018 में बोधगया में हुए ब्लास्ट में भी इस संगठन का नाम आया था। इसके बाद भारत सरकार ने साल 2019 में इसे पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था।
अगली खबर

भोपाल में पकड़े गए थे जमात-ए-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश के चार आतंकी…।
भोपाल
Updated: April 08, 2022 02:07:34 pm
भोपाल। राजधानी में पकड़े गए जमात ए मुजाहिद्दीन बांग्लादेशी के आतंकियों के केस की जांच अब राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआइए) करेगी। 8 अप्रैल को सभी की न्यायिक हिरासत खत्म हो रही है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट के जरिए इसकी पुष्टि की है। इनकी साजिश भोपाल के मंत्रालय, विधानसभा भवन और बिड़ला मंदिर जैसे इलाकों में बड़ी वारदात करने की थी।
मध्यप्रदेश की राजधानी समेत प्रदेश के कई शहरों में आतंकी वारदात और बम विस्फोट की साजिश रचने वाले आतंकियों की हिरासत शुक्रवार को खत्म हो रही है। आज ही के दिन उनको एनआइए के हैंडओवर किया जाएगा। इसके बाद आगे की जांच एनआइए (National Investigation Agency) करेगी। इस मामले में एटीएस से केस डायरी एनआइए के पास चले जाएगी।
ऐशबाग क्षेत्र से पकड़ाए थे आतंकी
यह आतंकवादी 12 मार्च की रात को भोपाल के ऐशबाग इलाके से गिरफ्तार किए गए थे। एटीएस ने किराए के घर में रह रहे चार आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इनकी निशानदेही पर दो अन्य आतंकियों को भी गिरफ्तार किया था। इन आतंकियों में एक बिहार और तीन बांग्लादेश के रहने वाले हैं। इनकी गिरफ्तारी के बाद 14 दिन की रिमांड पर लिया गया था। रिमांड पूरी होने के बाद चारों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। शुक्रवार 8 अप्रैल को इनकी न्यायिक हिरासत पूरी हो रही है।
भोपाल से पकड़े गए आतंकी संगठन JMB के 4 आतंकियों के मामले की जांच NIA करेगी।@mohdept pic.twitter.com/zLGvh8E2o7
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) April 7, 2022
बगैर वैरिफिकेशन रह रहे थे आतंकी
ऐशबाग इलाके में यह चारों आतंकी किराए के मकान में रहते थे। इनके पास से आपत्तिजनक साहित्य और हथियार भी बरामद हुए थे। यह लोग भोपाल के कई इलाकों की रैकी भी कर चुके थे, जहां वे बम विस्फोट करना चाहते थे। किराए मकान दिलाने वाले सलमान से भी एटीएस से भी पूछताछ की गई। सलमान कंप्यूटर सुधारने का काम करता है। आतंकियों के पास मिला जिहादी साहित्य डिजिटल फॉर्म में है। जबकि 10 हजार पन्नों का जिहादी साहित्य भी बरामद हुआ है। धार्मिक ग्रंथों के नाम पर इन्होंने एक एलग ही जिहादी साहित्य तैयार किया है। इसी के आधार पर वे युवाओं का ब्रेनवॉश करने का काम करते थे। वे इसके जरिए स्लीपर सेल बनाते थे।
यह भी है खास
जमात-ए-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश यानी जेएमबी खतरनाक आतंकी संगठन है। यह कई सीरियल ब्लास्ट का जिम्मेदार रहा है। साल 2005 में इसने बांग्लादेश के 50 शहरों और कस्बों के 300 स्थानों पर करीब 500 छोटे बम विस्पोट किए थे। इसने बांग्लादेश में भी बड़े स्तर पर नरसंहार किया था। 2014 में पश्चिम बंगाल के वर्धमान बम ब्लास्ट में भी इनका हाथ था। जिसमें दो लोग मारे गए थे। 2018 में बोधगया में हुए ब्लास्ट में भी इस संगठन का नाम आया था। इसके बाद भारत सरकार ने साल 2019 में इसे पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था।
अगली खबर