आज भी प्रेरणा हैं सम्राट की न्याय-व्यवस्था और शौर्य: CM बोले- पीएम मोदी विक्रमादित्य की तरह खुद को शासक नहीं, प्रधान सेवक कहते हैं – Bhopal News

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आज भी प्रेरणा हैं सम्राट की न्याय-व्यवस्था और शौर्य:  CM बोले- पीएम मोदी विक्रमादित्य की तरह खुद को शासक नहीं, प्रधान सेवक कहते हैं – Bhopal News

आज भी प्रेरणा हैं सम्राट की न्याय-व्यवस्था और शौर्य: CM बोले- पीएम मोदी विक्रमादित्य की तरह खुद को शासक नहीं, प्रधान सेवक कहते हैं – Bhopal News

दिल्ली के माधव पार्क में ‘विक्रमादित्य महानाट्य’ के मंचन के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सम्राट विक्रमादित्य की न्याय-व्यवस्था आज भी एक अद्वितीय प्रतिमान है।

दिल्ली के माधव पार्क में ‘विक्रमादित्य महानाट्य’ के मंचन के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सम्राट विक्रमादित्य की वीरता, दानशीलता और उनकी न्याय-व्यवस्था आज भी एक अद्वितीय प्रतिमान है। न्यायप्रिय विक्रमादित्य ने अपनी पत्नी के भाइयों तक को स

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उन्होंने ने आगे कहा कि चोरों को पकड़कर उनकी जीवन-शैली बदलने का कार्य विक्रमादित्य ने किया। बत्तीस पुतलियों और बेताल पच्चीसी की घटनाएं सभी विक्रमादित्य के शौर्य की कहानियां कहती हैं। सम्राट विक्रमादित्य की तरह ही हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी स्वयं को शासक नहीं, बल्कि प्रधान सेवक कहते हैं, जो उनके विनम्र और सेवा-भाव का प्रतीक है।”

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश ‘विरासत से विकास’ की थीम के अंतर्गत 14 जनवरी 2025 (संक्रांति) से गीता जयंती तक पूरे प्रदेश में श्रीकृष्ण पाथेय और सांस्कृतिक विरासत के विविध पहलुओं को जन-जन से जोड़ा गया है। इस संकल्पना के केंद्र में हैं उज्जयिनी के सार्वभौम सम्राट विक्रमादित्य, जिन्होंने 57 ईसा पूर्व शकों को पराजित कर विक्रम संवत् की स्थापना की थी।

CM बोले- सम्राट विक्रमादित्य की तरह ही हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी स्वयं को शासक नहीं, बल्कि प्रधान सेवक कहते हैं, जो उनके विनम्र और सेवा-भाव का प्रतीक है।

सिंधिया बोले-विक्रमादित्य की शासन-पद्धति इतिहास में अद्वितीय

इसी कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि महाराज विक्रमादित्य की शासन-पद्धति और न्यायप्रियता इतिहास में अद्वितीय है। सम्राट विक्रमादित्य की शौर्यगाथा से दिल्ली गूंज उठी है। उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास के सबसे कुशल शासक सम्राट विक्रमादित्य के गौरवशाली इतिहास को इस महानाट्य उत्सव के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाने के लिए मैं मध्यप्रदेश सरकार एवं मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करता हूं।”

माधव दास पार्क नई दिल्ली में विक्रमादित्य महानाट्य के मंचन के दौरान सीएम डॉ. मोहन यादव, दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया।

सोमवार को दिल्ली के लाल किला मैदान पर आयोजित वीरता एवं पराक्रम के प्रतीक चक्रवर्ती सम्राट महाराज विक्रमादित्य के जीवन पर आधारित ‘विक्रमादित्य महानाट्य’ मंचन कार्यक्रम में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शामिल हुईं।

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उपराष्ट्रपति बोले- समय आ गया है अंग्रेजियत छोड़ने का

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भारत के संविधान में दर्शाए गए 22 सांस्कृतिक चित्रों का उल्लेख करते हुए कहा, “प्रारंभ में गुरुकुल और रामायण जैसे चित्र यह संकेत देते हैं कि शिक्षा, संस्कृति और धर्म भारत के शासन-दर्शन के मूल तत्व रहे हैं। भाषा को लेकर उन्होंने साफ कहा, “अब वह समय आ गया है जब हमें अंग्रेजियत को छोड़ देना चाहिए। तकनीकी शिक्षा अब विभिन्न भारतीय भाषाओं में संभव हो चुकी है। यह एक क्रांतिकारी बदलाव है। पढ़िए पूरी खबर।

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