आजमगढ़ में रोके गए बिहार और नेपाल के श्रद्धालु: कुंभ स्नान में शामिल होने जा रहे थे श्रद्धालु, अव्यवस्थाओं के बीच प्रशासन ने वापस भेजा – Azamgarh News

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आजमगढ़ में रोके गए बिहार और नेपाल के श्रद्धालु:  कुंभ स्नान में शामिल होने जा रहे थे श्रद्धालु, अव्यवस्थाओं के बीच प्रशासन ने वापस भेजा – Azamgarh News

आजमगढ़ में रोके गए बिहार और नेपाल के श्रद्धालु: कुंभ स्नान में शामिल होने जा रहे थे श्रद्धालु, अव्यवस्थाओं के बीच प्रशासन ने वापस भेजा – Azamgarh News

प्रयाग जा रहे नेपाल और बिहार के श्रद्धालुओं को आजमगढ़ से जिला प्रशासन ने बैरंग लौटाया।

प्रयागराज महाकुंभ में मंगलवार की देर रात को हुई भगदड़ के हादसे के बाद से महाकुंभ जाने वाले वाहनों की पुलिस बुधवार को आजमगढ़ में सुबह से चेकिंग कर रही है। ऐसे में शासन के निर्देश पर चलाए गए इस अभियान के अंतर्गत जिले में बुधवार को दिनभर अभियान चलाया गया

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आजमगढ़ के आईटीआई मैदान में रोकी गई थी बसें।

इस अभियान के तहत प्रयागराज और आजमगढ़ की सीमा से लगने वाले बॉर्डर इलाकों का जिले एसएसपी हेमराज मीणा और एसपी ग्रामीण चिराग जैन निरीक्षण भी किया। इस दौरान प्रयागराज जाने वाली सभी गाड़ियों को रोक दिया गया। इमरजेंसी और आपातकालीन सेवाओं के अतिरिक्त किसी भी वहां को प्रयागराज जाने नहीं दिया गया। ऐसे में बिहार और नेपाल से कई बसों और गाड़ियों में भरकर प्रयागराज जा रहे श्रद्धालुओं को भी आजमगढ़ में रोक लिया गया।

नेपाल और बिहार के श्रद्धालुओं को आजमगढ़ में रोका गया।

पांच बसों में सवार थे 170 से अधिक श्रद्धालु

आजमगढ़ जिले में चल रहे इस चेकिंग अभियान के अंतर्गत बिहार और नेपाल से प्रयागराज जा रहे हैं श्रद्धालुओं को रोक लिया गया। पुलिस पांच बसों में सवार 170 श्रद्धालुओं को रोका और आईटीआई परिसर में बने अस्थायी शिविर में ले गई।

अस्थाई शिविर में रहने, शौचालय, खाने-पीने की कोई व्यवस्था न होने से श्रद्धालु परेशान रहे। आईटीआई मैदान के शिविर में लाये गए नेपाल के रहने वाले महेश गुप्ता ने बताया कि पुलिस बस को रोक कर यहाँ लाई है। यह भी बताया गया कि शिविर में खाने-पीने हर चीज की व्यवस्था है। लेकिन यहाँ सभी कमरों में ताला बंद है। शौचालय भी बंद है।

महिलाओं ने किया खुले में स्नान

प्रयाग जा रही इन महिलाओं ने हैंडपंप पर खुले में महिलाएं स्नान कर रही है। खाने का भी कोई इंतजाम नही है। खाने की कोई बात नहीं है हमारे पास इंतजाम है। लेकिन हम कहां से आ रहे है।

यह सोचने वाली बात है कि हम तीर्थ करने जा रहे है और हमारा हजारों का यात्रा खर्च डूब रहा है। साथ ही हम मौनी अमावस्या में स्नान नहीं कर पाए। मधुलता रानी और रामरतन दोनों लोग सहरसा बिहार के रहने वाले है। इन लोगो की बसों को प्रशासन सुबह 6 बजे रोक कर शिविर में भेजा गया।

दोनों लोगो का कहना है कि यहाँ किसी भी चीज का इंतजाम नहीं है। मामले की जानकारी जब मीडिया को हुई जब मीडिया के लोग आईटीआई परिषर पहुंचना शुरू किया। इसी बीच पुलिस प्रशासन ने समझा बुझाकर बिहार और नेपाल के इन यात्रियों को उनके गंतव्य स्थलों पर वापस भेज दिया।

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