आईबी ऑफिसर की पत्नी का कॉन्स्टेबल से अफेयर: पति को था शक; ऐसे इंजेक्शन से मर्डर जिसकी जानकारी पोस्टमार्टम में नहीं आती, पार्ट-2 – Rajasthan News h3>
राजस्थान क्राइम फाइल्स के पार्ट-1 में आपने पढ़ा झालावाड़ के रहने वाले एक आईबी ऑफिसर दिल्ली से लौट रहे थे। पत्नी को बताया- एक घंटे में घर पहुंच जाऊंगा। नहीं पहुंचे।
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तलाश की तो झालरापाटन-भवानी मंडी रोड पर लाश मिली। हर कोई हैरान था- ये हादसा था? आत्महत्या या हत्या? 3 महीने तक कुछ पता नहीं चला तो आईबी अफसर के पिता ने इस्तगासे से हत्या का मामला दर्ज कराया।
अब पढ़िए आगे की कहानी…
केस दर्ज होने के बाद पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने IB ऑफिसर चेतन के डेली रूटीन के बारे में पता लगाया। इस के बाद उनके दोस्तों, परिचितों और दुश्मनी रखने वालों को आइडेंटिफाई करके उनसे पूछताछ की।
इंटेलिजेंस ब्यूरो के दिल्ली कार्यालय में चेतन प्रकाश के साथी कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई। इसके अलावा सुराग तलाशने के लिए पुलिस टीम ने रामगंज मंडी, झालावाड़ रेलवे स्टेशन और रलायता पुलिया के आसपास घटनास्थल का कई बार दौरा किया।
इधर साइबर टीम ने कई जगह के मोबाइल टावरों का रिकॉर्ड निकलवाया। साथ ही चेतन के घर-परिवार की पूरी जानकारी प्राप्त कर के घर वालों से भी पूछताछ की गई।
इन्वेस्टिगेशन में यह बात सामने आई कि चेतन का पत्नी अनीता के साथ रिलेशन ठीक नहीं थे। चेतन प्रकाश की हत्या के मामले में उनकी पत्नी अनीता को 25 जून को गिरफ्तार कर लिया गया।
अनीता से की गई पूछताछ में चेतन की हत्या की पूरी कहानी भी सामने आ गई।
पुलिस के अनुसार चेतन की हत्या की साजिश लंबे समय से की जा रही थी।
पत्नी का कॉन्स्टेबल से था अफेयर
जांच में पता चला कि चेतन की हत्या एक पुलिस कॉन्स्टेबल प्रवीण राठौड़ ने अपने साथियों के साथ मिलकर की थी। चेतन की पत्नी अनीता भी पति के मर्डर प्लान में शामिल थी। काॅन्स्टेबल प्रवीण का चेतन की पत्नी अनीता से अफेयर था।
इसे लेकर चेतन का पत्नी अनीता से कई बार विवाद भी हुआ था। चेतन को शक था कि उसका छोटा बेटा उसका नहीं, बल्कि कॉन्स्टेबल प्रवीण का है। चेतन ने मरने से पहले एक बार पत्नी अनिता से हुई लड़ाई में छोटे बेटे का डीएनए टेस्ट तक कराने की बात कही थी।
अनीता और प्रवीण को अफेयर का राज खुलने का डर था। इसी वजह से उन्होंने चेतन के मर्डर की साजिश रची।
कॉन्स्टेबल प्रवीण राठौड़ ने अपने साथियों की मदद से चेतन के मर्डर के लिए पांच बार कोशिश की। तीन बार नाकाम रहने के बाद चौथी बार चेतन को दिल्ली में उन के घर पर मारने की योजना बनाई गई, लेकिन उसमें भी कामयाबी नहीं मिली। आखिर 5वीं बार आरोपी अपने इरादों में कामयाब हो गए।
ऐसा इंजेक्शन, जिसका पोस्टमार्टम में भी पता नहीं चलता
कॉन्स्टेबल प्रवीण राठौड़ पहले झालावाड़ पुलिस की स्पेशल टीम में तैनात था। बाद में वह डेपुटेशन पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) में चला गया। एसीबी में भी वह झालावाड़ में ही तैनात रहा।
पुलिस कॉन्स्टेबल होने के कारण प्रवीण को पता था कि मर्डर को सामान्य मौत कैसे दिखाया जा सकता है। उसने पहले चेतन का किडनैप किया। फिर उसे एक नशीले इंजेक्शन की हैवी डोज देकर उसकी हत्या कर दी।
मर्डर में जो इंजेक्शन इस्तेमाल किया गया, वह बाजार में खुले तौर पर नहीं मिलता। ये इंजेक्शन अस्पतालों और चिकित्सा संस्थानों में ही काम आता है। खास बात यह कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी इस इंजेक्शन के बारे में पता नहीं चल पाता।
पुलिस ने इन्वेस्टिगेशन में इन सब बातों का खुलासा होने के बाद चेतन की हत्या के मामले में उस की पत्नी अनीता के साथ-साथ अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की गिरफ्त में कॉन्स्टेबल प्रवीण राठौड़। उसने पहले भी चार बार चेतन की हत्या की साजिश रची थी।
बचपन से एक दूसरे को पसंद करते थे दोनों
झालावाड़ में मंगलपुरा रोड पर रहने वाले रमेशचंद का बेटा प्रवीण राठौड़ और अनीता बचपन से एक दूसरे को जानते थे और पसंद करते थे।
साल 2008 में अनीता का चयन सरकारी टीचर के पद पर हो गया। उसी साल प्रवीण राठौड़ की नौकरी भी राजस्थान पुलिस में लग गई। सरकारी नौकरी लगने के बाद प्रवीण ने अनीता के सामने शादी का प्रपोजल रखा।
घरवालों की रजामंदी नहीं मिली और दोनों की शादी नहीं हो पाई। बाद में जनवरी 2011 में अनीता की शादी चेतन प्रकाश गलाना से हो गई।
अनीता झालावाड़ के पास असनावर गांव के स्कूल में पोस्टेड थी। वहीं उसके पति चेतन की पोस्टिंग दिल्ली में थी। दोनों को अलग-अलग रहना पड़ रहा था। चेतन छुट्टी मिलने पर 15-20 दिन बाद 1-2 दिन के लिए घर आता था।
दिखावे के लिए अनीता ने प्रवीण को बांधी राखी
साल 2012 में अनीता ने बेटे को जन्म दिया। पहली संतान के रूप में बेटा पा कर चेतन का पूरा परिवार खुश था। इस बीच प्रवीण राठौड़ की भी शादी हो गई थी।
दिसंबर 2014 में प्रवीण की पत्नी का भी सरकारी टीचर के पद पर चयन हो गया। उस की नियुक्ति भी असनावर के उसी स्कूल में हुई, जहां अनीता पोस्टेड थी।
प्रवीण कई बार पत्नी को स्कूल छोड़ने या स्कूल से वापस लाने चला जाता था। ऐसे में अनीता और प्रवीण की फिर से मुलाकातें होने लगीं। जल्दी ही दोबारा दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए।
अगस्त 2015 में रक्षाबंधन पर अनीता ने किसी भी शक से बचने के लिए प्रवीण को राखी बांध दी। पति चेतन प्रकाश से उस का परिचय धर्मभाई के रूप में कराया। -प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रवीण के कहने पर अनीता ने नया घर ले लिया
प्रवीण की पत्नी और अनीता एक ही स्कूल में थीं। ऐसे में चेतन को किसी तरह का शक भी नहीं हुआ। अपनी नौकरी की वजह से चेतन झालावाड़ में नहीं रह सकता था। प्रवीण ने चेतन की इस मजबूरी का फायदा उठाया।
जनवरी, 2017 के बाद प्रवीण और अनीता लगभग हर दिन मिलने लगे। उस समय अनीता झालावाड़ की गायत्री काॅलोनी में अपने माता-पिता के घर रह रही थी।
जून 2017 में प्रवीण ने अनीता को झालावाड़ के हाउसिंग बोर्ड में 35 लाख रुपए का नया मकान दिलवा दिया। मकान के पैसे अनीता ने दिए। प्रवीण ने अनीता को ये मकान दिलवाने में दलाली के 10 लाख रुपए खुद रख लिए थे।
अनीता हाउसिंग बोर्ड के नए मकान में रहने लगी। प्रवीण इस मकान में बेरोक-टोक आने-जाने लगा। वहां उसे रोकने वाला कोई नहीं था। बेटा 5 साल का था। चेतन प्रकाश महीने में एक-दो बार ही आते थे।
कभी-कभार चेतन के माता-पिता भी बहू के पास आ जाते थे। वे भी एक-दो दिन रुक कर चले जाते थे। प्रवीण ने अनीता से बातें करने के लिए उसे एक मोबाइल अलग से दिलवा रखा था। प्रवीण से वह इसी फोन पर बात करती थी। इसी दौरान अनीता गर्भवती हो गई।
चेतन को शक था, छोटा बेटा उसका नहीं है
अकेली रह रही बहू के घर में प्रवीण का बेरोक-टोक आनाजाना चेतन के माता-पिता को अच्छा नहीं लगता था। उन्होंने प्रवीण को साफ कह दिया कि वह तभी आया करे, जब चेतन घर में हो। उन्होंने यह बात चेतन को भी बताई।
चेतन ने भी अनीता को प्रवीण के घर आने-जाने और उस से रिश्ता रखने के लिए मना कर दिया। इस बात को ले कर चेतन और अनीता के बीच झगड़ा होने लगा। अक्टूबर 2017 में अनीता ने एक निजी अस्पताल में बेटे को जन्म दिया। इस दौरान प्रवीण भी अस्पताल में मौजूद रहा।
चेतन और उस के घर वालों को ज्यादा शक तब हुआ, जब प्रवीण ने नवजात के नैपकिन बदले। इस पर चेतन के घर वालों ने प्रवीण को फिर टोका, लेकिन उस पर कोई असर नहीं हुआ।
प्रसव के बाद अनीता अपने घर आ गई। प्रवीण को लेकर अनीता और चेतन के बीच आए दिन लड़ाई-झगड़े होने लगे। इसी कलह के कारण अनीता ने 7 नवंबर, 2017 को आत्महत्या करने का प्रयास किया, लेकिन उसे बचा लिया गया।
इधर, अनीता से न मिल पाने के कारण प्रवीण गुस्से में था। उसने चेतन को रास्ते से हटाने की साजिश रची। प्रवीण की दोस्ती गाड़ियों की खरीद-फरोख्त करने और आरटीओ एजेंट का काम करने वाले शाहरुख से थी। शाहरुख झालावाड़ के तोपखाना मोहल्ले का रहने वाला था।
चेतन को दूसरे बेटे को लेकर भी शक था। इस बात को लेकर उसका अनीता से झगड़ा भी होता था। -प्रतीकात्मक तस्वीर
चार बार मारने की कोशिश, हर बार नाकाम
प्रवीण ने दिसंबर 2017 में शाहरुख को बताया कि उसकी रिश्ते की बहन को उस का पति मारता है। वह दिल्ली में कंप्यूटर पर काम करता है। उस की हत्या करनी है। इस काम के लिए प्रवीण ने शाहरुख को 3 लाख रुपए की सुपारी दी।
प्रवीण ने शाहरुख को चेतन की शक्ल भी दिखा दी। शाहरुख ने चेतन की हत्या की जिम्मेदारी ले कर इस काम के लिए अपने कुछ साथियों को भी शामिल कर लिया। प्रवीण ने अनीता के जरिए पता कर लिया था कि 25 दिसंबर, 2017 को ट्रेन से दिल्ली जाएंगे।
हत्यारों ने ट्रेन में चेतन का पीछा किया। सर्दी का मौसम होने के कारण चेतन ने मुंह पर मफलर लपेट रखा था। ऐसे में हत्यारे चेतन को पहचान नहीं पाए और दिल्ली जा कर वापस लौट आए।
इस के बाद 4 जनवरी, 2018 को चेतन छुट्टी ले कर झालावाड़ आए तो उन्हें ट्रक से कुचल कर मारने की योजना बनाई गई। इसके लिए झालावाड़ के नला मोहल्ला निवासी ट्रक चालक शाकिर को 20 हजार रुपए दिए थे। शाकिर को ट्रक से चेतन की स्कूटी को टक्कर मारनी थी। उस दिन ट्रक पीछे ही रह गया जबकि स्कूटी आगे निकल गई।
यह प्रयास विफल होने पर तय किया गया कि 5 जनवरी को चेतन जब झालावाड़ से स्कूटी से रामगंज मंडी जाएंगे, तब उन्हें ट्रक से टक्कर मार कर कुचल दिया जाएगा। शाकिर ने झरनिया घाटी के पास ट्रक से स्कूटी को टक्कर मारी। चेतन गंभीर रूप से घायल हो गए।
3 बार नाकाम होने के बाद चेतन को दिल्ली में उसके घर में मारने की योजना बनाई। झालावाड़ से बदमाश दिल्ली में चेतन के मकान पर पहुंच गए। वहां सीसीटीवी लगे थे। ऐसे में बदमाश वारदात को अंजाम दिए बगैर झालावाड़ वापस लौट आए।
दो हैवी डोज इंजेक्शन लगाए, नाक भी बंद कर दिया
प्रवीण को अनीता से चेतन के आने और जाने की सारी जानकारियां मिलती रहती थीं। अनीता ने प्रवीण को बताया कि चेतन 14 फरवरी की शाम को ट्रेन से रामगंज मंडी से झालावाड़ आएंगे।
प्रवीण ने अपने साथियों शाहरुख, फरहान और एक नाबालिग के साथ मिल कर चेतन के मर्डर का प्लान बनाया। चेतन को झालावाड़ रेलवे स्टेशन से किडनेप करना था। फिर इंजेक्शन का हैवी डोज देकर मर्डर का प्लान था।
प्लान में शामिल नाबालिग शाहरुख को बाइक से सुकेत छोड़ आया। सुकेत से शाहरुख रामगंज मंडी पहुंचा और ट्रेन से ही चेतन का पीछा करने लगा। ट्रेन के पहुंचने से कुछ समय पहले ही उस ने मोबाइल पर प्रवीण को झालावाड़ पहुंचने के बारे में बता दिया था।
इस पर प्रवीण अपनी कार में फरहान और नाबालिग को साथ ले कर रेलवे स्टेशन पहुंच गया। स्टेशन पर उन्हें शाहरुख मिल गया। चेतन स्टेशन से पैदल घर जा रहे थे।
हाउसिंग बोर्ड के सुनसान रास्ते में चेतन को रोक कर प्रवीण ने अपने तीनों साथियों की मदद से जबरन कार की पीछे वाली सीट पर बैठा लिया।
आरोपी चेतन को कार से आकाशवाणी के पीछे की तरफ हल्दीघाटी रोड पर ले गए। वहां प्रवीण और चेतन के बीच अनीता को लेकर बहस हुई। प्रवीण ने अपने साथियों को इशारा किया। उन्होंने चेतन के दोनों हाथ पकड़ लिए।
इसके बाद प्रवीण ने जेब से इंजेक्शन निकाले और सीरींज में हैवी डोज भर कर चेतन की दोनों जांघों में लगा दिए। इस के बाद उस ने चेतन की नाक भी दबा दी। इंजेक्शन लगने और नाक दबाए जाने से कुछ ही मिनटों में चेतन की मौत हो गई।
संतोष निर्मल निजी अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर का इंचार्ज था। उसी ने इंजेक्शन चुराकर प्रवीण को दिए थे।
पुलिस को गुमराह करने के लिए चेतन के मोबाइल से मैसेज भेजा
चेतन के मर्डर के बाद प्रवीण ने उनकी जेब से मोबाइल निकाला। पुलिस को गुमराह करने के लिए अनीता को मैसेज किया कि वह ऑटो रिक्शा से पाटन हो कर घर आ रहे हैं।
इस के बाद प्रवीण और उस के साथी चेतन का शव रलायता पुलिया के पास फेंक कर वापस चले गए। एडिशनल एसपी छगन सिंह राठौड़ के नेतृत्व में पुलिस ने 20 जून को शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया।
शाहरुख से पूछताछ के अगले ही दिन 21 जून को पुलिस ने ट्रक चालक शाकिर को भी गिरफ्तार कर लिया। शाकिर ने 5 जनवरी को चेतन को ट्रक से कुचलने का प्रयास किया था।
22 जून को पुलिस ने एक निजी अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर इंचार्ज संतोष निर्मल को गिरफ्तार कर लिया। वह पहले अस्थाई रूप से राजकीय हीराकुंवर महिला अस्पताल और एक अन्य निजी अस्पताल में मेल नर्स का काम कर चुका था।
कॉन्स्टेबल प्रवीण के साथ जिम जाने और क्रिकेट खेलने की वजह से दोनों में दोस्ती थी। प्रवीण ने पिछले साल 31 दिसंबर को रेव पार्टी में नशा करने के लिए संतोष निर्मल से इंजेक्शन मांगा था।
संतोष ने दोस्ती के नाम पर उसे अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर के स्टोर से चोरी कर के 500 मिलीग्राम के 2 इंजेक्शन दे दिए थे। ये इंजेक्शन प्रवीण ने संभाल कर रखे और चेतन की हत्या के लिए इन का यूज किया। इस इंजेक्शन के सबूत फोरैंसिक जांच में भी नहीं मिलते हैं।
नाबालिग का मोबाइल यूज कर रहा था प्रवीण
इस के बाद पुलिस ने 24 जून को हत्या में शामिल एक नाबालिग को पकड़ा। उस से वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक और मोबाइल बरामद किए गए। यह नाबालिग शाहरुख की आरटीओ एजेंट की दुकान पर काम करता था।
प्रवीण ने वारदात के दिन खुद का मोबाइल साथ नहीं रखा था। उस ने शाहरुख से बात करने के लिए उस नाबालिग के मोबाइल का यूज किया था। नाबालिग चेतन की हत्या के षड्यंत्र में 25 दिसंबर से 14 फरवरी तक शामिल रहा।
शाहरुख पहले इस किशोर को 50 रुपए रोजाना देता था। चेतन की हत्या के बाद उसे डेढ़ सौ रुपए रोजाना देने लगा था। पुलिस ने इस नाबालिग को मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर के बाल सुधार गृह भेज दिया।
चेतन की हत्या में पत्नी अनीता की भूमिका सामने आने पर पुलिस ने 25 जून को उसे भी गिरफ्तार कर लिया। चेतन दिल्ली से कब और किस ट्रेन से आएगा? दिल्ली में कहां रहता है…जैसे डिटेल अनीता ने ही प्रवीण को दी थी।
प्रवीण अनीता को लेकर बहुत पजेसिव था। उसने अनीता से कह कर उसके पति के साथ फेसबुक पर पोस्ट किए हुए फोटो भी हटवा दिए थे। -प्रतीकात्मक तस्वीर
अनीता से पति के साथ वाले फोटो भी डिलीट करा दिए
पुलिस ने अनीता के मोबाइल की जांच की तो उसमें कई मैसेज मिले। इन मैसेज से पता चल रहा था कि चेतन और अनीता के बीच सबकुछ ठीक नहीं था। हालांकि प्रवीण के कहने पर अनीता ने मोबाइल फॉर्मेट करवा कर पूरा डेटा नष्ट कर दिया था।
अनीता से पूछताछ में पता चला कि प्रवीण उसे लेकर पजेसिव हो गया था। वह नहीं चाहता था कि अनीता किसी और से बात करे या संबंध रखे। यहां तक कि उसने अनीता से कह कर उस के पति के साथ फेसबुक पर पोस्ट किए हुए फोटो भी हटवा दिए थे।
वह अनीता से कहता था कि अगर उस ने उस का साथ नहीं दिया तो वह आत्महत्या कर लेगा। अनीता ने पुलिस पूछताछ में तर्क दिया कि ऐसे में वह सही-गलत का फैसला नहीं कर पा रही थी। जैसा-जैसा प्रवीण ने कहा, वैसा-वैसा करती गई।
चेतन की हत्या के बाद भी अनीता व प्रवीण के संबंध पहले जैसे ही बने रहे। प्रवीण उसे कहता रहा कि पोस्टमार्टम और विसरा की जांच में कुछ नहीं आएगा। इस दौरान दोनों ने कुछ वकीलों से भी मशविरा किया था।
अनीता ने पुलिस को बताया कि उस के पति चेतन को छोटे बेटे पर शक था कि वह उस की पैदाइश नहीं है। इस बात पर घर में कई बार लड़ाई हुई। इस पर चेतन व उस के परिजनों ने बच्चे का डीएनए टेस्ट कराने की बात कही थी।
पकड़े जाने के डर से फरार हो गया था प्रवीण
पुलिस ने 28 जून को झालावाड़ निवासी फरहान को भी गिरफ्तार कर लिया। वह घटना के बाद से फरार चल रहा था। फरहान भी चेतन की हत्या के मामले में प्रवीण व शाहरुख के साथ था।
इधर प्रवीण को पहले से ही आभास हो गया था कि उसका राज खुलने वाला है। ऐसे में वो 14 जून को ही सरकारी काम से अजमेर जाने का कह कर फरार हो गया था। इन्वेस्टिगेशन में प्रवीण के अलावा झालावाड़ के 2 अन्य पुलिस कॉन्स्टेबल पर भी शक की सुई घूमती रही।
ये दोनों प्रवीण के करीबी थे। चेतन की हत्या में इनका रोल भी सस्पेक्टेड था। इस पर तत्कालीन एसपी आनंद शर्मा ने दोनों कॉन्स्टेबल रवि दुबे और आवेश मोहम्मद को 28 जून को सस्पेंड कर दिया। ये दोनों कॉन्स्टेबल पुलिस की गोपनीय शाखा में कार्यरत थे।
प्रवीण भी एसीबी में डेपुटेशन से पहले इसी शाखा में रहा था। दोनों उस के करीबी थे। हत्या के मामले में आरोपी होने पर एसीबी ने प्रवीण की डेप्युटेशन समाप्त कर दी। इसके बाद एसपी ने एक जुलाई को प्रवीण को भी सस्पेंड कर दिया।
इधर पुलिस ने अब तक सभी गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया था। चेतन प्रकाश का 8 महीने का छोटा बेटा रिवान भी मां के साथ जेल में था।
18 अगस्त 2018 को पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली थी कि प्रवीण मध्यप्रदेश से आ रहा है। इस पर पुलिस स्पेशल टीम गठित कर नाकाबंदी की गई। इस दौरान टीम के सदस्य तत्कालीन साईबर विशेषज्ञ एएसआई अजीत मोगा को भानपुरा की ओर से आने की सूचना मिली।
इस पर टीम ने भीलवाड़ा तिराहे पर प्रवीण को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में प्रवीण ने अपना अपराध कबूल कर लिया। इसके बाद उसे भी रिमांड के बाद जेल भेज दिया गया। फिलहाल मामले में बहस चल रही है। जल्द ही कोर्ट फैसला सुना सकता है।
आईबी ऑफिसर की मौत की 7 साल पुरानी मिस्ट्री:हादसा, हत्या या आत्महत्या? सड़क पर मिली लाश, न चोट, न हाथापाई के निशान, पार्ट-1