आंधी से अंधेरा…: 125 से ज्यादा इलाकों की बत्ती गुल, कंट्रोल रूम में हर घंटे पहुंचीं 100 शिकायतें – Bhopal News h3>
दो से तीन घंटे तक नहीं सुधरे फॉल्ट, परेशान होते रहे लोग
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रविवार शाम शहर में आंधी और बारिश का असर बिजली सप्लाई पर पड़ा। शिवाजी नगर में लिंक रोड नंबर 1 पर सी-21 बंगले के सामने और इंडस्ट्रियल एरिया आई सेक्टर में बिजली लाइन पर पेड़ गिर गया। कई इलाकों में बिजली लाइनों पर पेड़ों की डालें गिरीं। चंबल (गोविंदपुरा) सब स्टेशन से नए शहर के लिए निकले 33 केवी फीडर से बिजली सप्लाई बाधित हो गई। इससे 125 से ज्यादा कॉलोनियों और मोहल्लों में 2 से 3 घंटे बिजली ठप रही। बिजली कंपनी के कॉल सेंटर में 431 शिकायतें दर्ज हुईं। रंगमहल, डिपो चौराहा और शास्त्री नगर फीडर से जुड़े इलाकों में भी 3 घंटे बिजली गुल रही।
रंगमहल में लाइन में पतंग फंसी थी, जिससे फॉल्ट आ गया था। सौभाग्य नगर, इंद्रपुरी, पटेल नगर, सोनागिरी, करोंद मंडी फीडर से जुड़े इलाकों में भी बिजली सप्लाई बाधित रही। 24 शेड एरिया, ईदगाह हिल्स की आफरीन कॉलोनी, ओल्ड व न्यू सुभाष नगर, गोविंद गार्डन, पंजाबी बाग, सेमरा समेत कई इलाकों में भी बिजली गुल रही। आंधी-बारिश के मौसम में शहर में रोजाना औसतन 525 बिजली शिकायतें आती हैं। इन्हें अधिकतम 45 मिनट में अटेंड किया जाना चाहिए, लेकिन औसतन 2 घंटे लग जाते हैं। 27 जोनों में 8 से 15 किमी के क्षेत्र की जिम्मेदारी 3 कर्मचारी और 1 गाड़ी पर होती है। हर घंटे 5 शिकायतें निपटाना मुश्किल हो रहा है।
आंधी से गिरा बोर्ड, ठेले वाला दबा; 13 टांके लगे
कोकता बायपास पर लगा एक दिशा सूचक बोर्ड आंधी के दौरान गिर गया। यह बोर्ड सड़क किनारे लगे नींबू पानी के ठेले पर गिरा। ठेला लगाने वाले 40 वर्षीय ओमप्रकाश को सिर, हाथ, पैर और कंधे पर गंभीर चोटें आई हैं। हादसा शनिवार शाम करीब साढ़े चार बजे हुआ। घायल ओमप्रकाश को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
बिजली कंपनी के फॉल्ट सुधारने के दावे और उनकी हकीकत
दावा– : 45 मिनट में बिजली अमला मौके पर पहुंचता है {हकीकत: चांदबड़ जोन खेजड़ा तक करीब 15 किमी के दायरे में फैला है। करीब 34 हजार उपभोक्ता हैं। शिकायतों के निपटारे के लिए सिर्फ एक वाहन और एक शिफ्ट में तीन कर्मचारी रहते हैं। इंद्र विहार जोन में भी यही हाल हैं। न्यू जेल रोड के आगे आरजीपीवी तक यह करीब 12 किमी के दायरे में फैला है।
दावा– : 45 मिनट में बिजली अमला मौके पर पहुंचता है {हकीकत: चांदबड़ जोन खेजड़ा तक करीब 15 किमी के दायरे में फैला है। करीब 34 हजार उपभोक्ता हैं। शिकायतों के निपटारे के लिए सिर्फ एक वाहन और एक शिफ्ट में तीन कर्मचारी रहते हैं। इंद्र विहार जोन में भी यही हाल हैं। न्यू जेल रोड के आगे आरजीपीवी तक यह करीब 12 किमी के दायरे में फैला है।
दावा– : चैटबॉट शिकायत के लिए सबसे बेहतर सेवा {हकीकत : शहर में डेढ़ लाख से ज्यादा बिजली उपभोक्ता ऑफ लाइन मोड से बिजली बिल का पेमेंट करते हैं। चैटबॉट पर 15 विकल्प आते हैं। उपभोक्ता तुरंत शिकायत के लिए विकल्प नंबर 1 चुनते हैं, लेकिन शिकायत दर्ज ही नहीं हो पाती है।
5 साल में सिर्फ दो नए जोन बन सके… सिटी सर्कल में पिछले 4 साल में सिर्फ दो नए जोन बन सके हैं। पहले सबसे बड़ा जोन विद्यानगर था। इसे विभाजित कर कटारा हिल्स नया जोन बनाया गया था। 2 साल पहले दानिशकुंज जोन को विभाजित कर बैरागढ़ चीचली नया जोन बनाया गया।
नए जोन बनाने पर अब तक निर्णय नहीं… चांदबड़ जोन को विभाजित कर एक नया जोन बनाने के लिए उच्च प्रबंधन को लगभग साढ़े तीन साल पहले एक प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था। लेकिन उच्च प्रबंधन स्तर पर अब तक कोई निर्णय नहीं हुआ है।