असैनिक कार्य : कहीं घटिया निर्माण तो कहीं महज 10 फीट गहरी मिली बोरिंग
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हरनौत प्रखंड : असैनिक कार्य : कहीं घटिया निर्माण तो कहीं महज 10 फीट गहरी मिली बोरिंग
50 स्कूलों में बोरिंग, 14 में शौचालय तो 10 में चल रहा मरम्मत कार्य
डीपीओ ने 6 बिंदुओं पर करायी जांच, कई में में मिली भारी गड़बड़ी
एचएम की प्रगति रिपोर्ट व जांच अधिकारी की रिपोर्ट का किया मिलान
डीपीओ ने कहा-गड़बड़ी करने वाले लोगों पर कार्रवाई तय
बैठक से 16 एचएम रहे अनुपस्थित, डीपीओ ने पूछा शोकॉज
फोटो :
बीआरसी डीपीओ : हरनौत प्रखंड संसाधन केन्द्र में शुक्रवार को प्राचार्यों के साथ बैठक करते समग्र शिक्षा डीपीओ राजन गिरि व अन्य।
हरनौत, निज संवाददाता।
प्रखंड के 50 स्कूलों में बोरिंग, 14 में नया शौचालय निर्माण तो 10 स्कूलों में मरम्मत कार्य चल रहा है। समग्र शिक्षा डीपीओ राजन गिरि ने विभागीय आदेश पर गुरुवार को 25 सदस्यीय टीम गठित कर कार्यों की सामूहिक रूप से छह बिंदुओं पर जांच करायी थी। शुक्रवार को हरनौत बीआरसी में संबंधित प्राचार्यों के साथ बैठक कर कार्य की समीक्षा की। साथ ही, कर्मियों व अधिकारियों की जांच रिपोर्ट पर भी चर्चा की। कई स्कूलों में घटिया निर्माण तो कई स्कूलों में मानक के अनुसार बोरिंग (ट्यूबवेल) नहीं पाये जाने की बात सामने आयी। हद तो यह कि एक स्कूल में 300 फीट की जगह महज 10 फीट गहरी बोरिंग मिलने पर अधिकारी हैरत में पड़ गये। कई स्कूलों में लोकल कंपनी का पाइप, सब्मर्सेबल व स्टार्टर लगाने की बात सामने आयी है। डीपीओ ने एचएम को सख्त आदेश दिया है कि कार्य में गुणवत्ता पर हर हाल में नजर बनाए रखें।
मानक के अनुसार लगाएं उपकरण :
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि किसी भी कीमत पर लोकल कंपनी की सामग्री का इस्तेमाल नहीं किया जाना है। मानक के अनुसार ही किर्लोस्कर या सीआरआई ब्रांड का ही सब्मर्सेबल व स्टार्टर लगाने का आदेश दिया है। जिन जगहों पर वर्क आर्डर लेकर भी संवेदक अब तक काम शुरू नहीं किये हैं, उन स्कूलों में दूसरे संवेदक से काम कराने की अनुमति प्रदान करने की बात कही गयी। वर्क ऑडर लेने के बाद सात से 15 दिन के अंदर हर हाल में काम कराना होगा। कई एचएम ने बताया कि काम शुरू होने से पहले प्राक्कलन की जानकारी दी जाए तो योजना में बंदरबांट पर लगाम लगायी जा सकती है।
बोले एचएम :
तिसकुरवा प्राइमरी स्कूल के एचएम विनोद प्रसाद सिंह ने बताया कि संवेदक ने बोरिंग में पाइप डालने के समय सूचना नहीं दी थी। यही कारण है कि जांच में चौंकाने वाले रिजल्ट मिले हैं। प्राथमिक विद्यालय महेशपुर-बेलदरिया के प्रभारी अखिलेश प्रसाद ने बताया कि 190 फीट बोरिंग करायी गयी है। बबन बिगहा स्कूल के प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि महज 140 फीट बोरिंग करके छोड़ दी गयी है।
इन एचएम से हुआ शोकॉज :
हाईस्कूल कल्याण बिगहा, प्राथमिक विद्यालय रूपसपुर, मध्य विद्यालय खरुआरा, प्राथमिक विद्यालय जगतपुर, प्राथमिक विद्यालय शेरपुर, प्राथमिक विद्यालय गरभूचक, मध्य विद्यालय खरथुआ, कन्या मध्य विद्यालय लोहरा, मध्य विद्यालय पचौरा, प्राथमिक विद्यालय अमैत्रा, मध्य विद्यालय छिड्डी, प्राथमिक विद्यालय तारबिगहा, प्राथमिक विद्यालय बीरमपुर, मध्य विद्यालय चौरिया, प्राथमिक विद्यालय श्रीचन्दपुर एवं प्राथमिक विद्यालय दलदलीचक डिहरा के प्रभारी डीपीओ की बैठक से अनुपस्थित रहे। इन लोगों से शोकॉज पूछा गया है।
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
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हरनौत प्रखंड : असैनिक कार्य : कहीं घटिया निर्माण तो कहीं महज 10 फीट गहरी मिली बोरिंग
50 स्कूलों में बोरिंग, 14 में शौचालय तो 10 में चल रहा मरम्मत कार्य
डीपीओ ने 6 बिंदुओं पर करायी जांच, कई में में मिली भारी गड़बड़ी
एचएम की प्रगति रिपोर्ट व जांच अधिकारी की रिपोर्ट का किया मिलान
डीपीओ ने कहा-गड़बड़ी करने वाले लोगों पर कार्रवाई तय
बैठक से 16 एचएम रहे अनुपस्थित, डीपीओ ने पूछा शोकॉज
फोटो :
बीआरसी डीपीओ : हरनौत प्रखंड संसाधन केन्द्र में शुक्रवार को प्राचार्यों के साथ बैठक करते समग्र शिक्षा डीपीओ राजन गिरि व अन्य।
हरनौत, निज संवाददाता।
प्रखंड के 50 स्कूलों में बोरिंग, 14 में नया शौचालय निर्माण तो 10 स्कूलों में मरम्मत कार्य चल रहा है। समग्र शिक्षा डीपीओ राजन गिरि ने विभागीय आदेश पर गुरुवार को 25 सदस्यीय टीम गठित कर कार्यों की सामूहिक रूप से छह बिंदुओं पर जांच करायी थी। शुक्रवार को हरनौत बीआरसी में संबंधित प्राचार्यों के साथ बैठक कर कार्य की समीक्षा की। साथ ही, कर्मियों व अधिकारियों की जांच रिपोर्ट पर भी चर्चा की। कई स्कूलों में घटिया निर्माण तो कई स्कूलों में मानक के अनुसार बोरिंग (ट्यूबवेल) नहीं पाये जाने की बात सामने आयी। हद तो यह कि एक स्कूल में 300 फीट की जगह महज 10 फीट गहरी बोरिंग मिलने पर अधिकारी हैरत में पड़ गये। कई स्कूलों में लोकल कंपनी का पाइप, सब्मर्सेबल व स्टार्टर लगाने की बात सामने आयी है। डीपीओ ने एचएम को सख्त आदेश दिया है कि कार्य में गुणवत्ता पर हर हाल में नजर बनाए रखें।
मानक के अनुसार लगाएं उपकरण :
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि किसी भी कीमत पर लोकल कंपनी की सामग्री का इस्तेमाल नहीं किया जाना है। मानक के अनुसार ही किर्लोस्कर या सीआरआई ब्रांड का ही सब्मर्सेबल व स्टार्टर लगाने का आदेश दिया है। जिन जगहों पर वर्क आर्डर लेकर भी संवेदक अब तक काम शुरू नहीं किये हैं, उन स्कूलों में दूसरे संवेदक से काम कराने की अनुमति प्रदान करने की बात कही गयी। वर्क ऑडर लेने के बाद सात से 15 दिन के अंदर हर हाल में काम कराना होगा। कई एचएम ने बताया कि काम शुरू होने से पहले प्राक्कलन की जानकारी दी जाए तो योजना में बंदरबांट पर लगाम लगायी जा सकती है।
बोले एचएम :
तिसकुरवा प्राइमरी स्कूल के एचएम विनोद प्रसाद सिंह ने बताया कि संवेदक ने बोरिंग में पाइप डालने के समय सूचना नहीं दी थी। यही कारण है कि जांच में चौंकाने वाले रिजल्ट मिले हैं। प्राथमिक विद्यालय महेशपुर-बेलदरिया के प्रभारी अखिलेश प्रसाद ने बताया कि 190 फीट बोरिंग करायी गयी है। बबन बिगहा स्कूल के प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि महज 140 फीट बोरिंग करके छोड़ दी गयी है।
इन एचएम से हुआ शोकॉज :
हाईस्कूल कल्याण बिगहा, प्राथमिक विद्यालय रूपसपुर, मध्य विद्यालय खरुआरा, प्राथमिक विद्यालय जगतपुर, प्राथमिक विद्यालय शेरपुर, प्राथमिक विद्यालय गरभूचक, मध्य विद्यालय खरथुआ, कन्या मध्य विद्यालय लोहरा, मध्य विद्यालय पचौरा, प्राथमिक विद्यालय अमैत्रा, मध्य विद्यालय छिड्डी, प्राथमिक विद्यालय तारबिगहा, प्राथमिक विद्यालय बीरमपुर, मध्य विद्यालय चौरिया, प्राथमिक विद्यालय श्रीचन्दपुर एवं प्राथमिक विद्यालय दलदलीचक डिहरा के प्रभारी डीपीओ की बैठक से अनुपस्थित रहे। इन लोगों से शोकॉज पूछा गया है।
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