अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर ने एशिया में अपना पहला ड्रग रिसर्च सेंटर चेन्नई में खोला, जानें क्या होगा खास h3>
नई दिल्ली : अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर ने तमिलनाडु के चेन्नई स्थित आईआईटी मद्रास रिसर्च पार्क में एक वैश्विक दवा विकास केंद्र स्थापित किया है। इसे रिसर्च और विकास क्षमताओं को एक छत के नीचे लाने के लिहाज से कंपनी का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। यह इंटीग्रेटेड सेंटर, फाइजर के वर्तमान और भविष्य के नए इनोवेटिव प्रोडक्ट को पूरा करेगा। फाइजर ने IIT मद्रास रिसर्च पार्क में 61 हजार वर्ग फुट के रिसर्च और टेक्नॉलजी सेंटर में 20 मिलियन अमरीकी डॉलर (करीब 150 करोड़ रुपये) से अधिक का निवेश किया है।
12 ग्लोबल सेंटर के नेटवर्क का हिस्सा
इस रिसर्च सेंटर पर ऐक्टिव फार्मास्यूटिकल सामग्री (एपीआई) और तैयार खुराक रूपों (एफडीएफ) दोनों, कॉम्पेल्कस/वैल्यू एडेड फॉर्मूलेशन, कंट्रोल-रिलीज डोज फॉर्म, डिवाइस-कॉम्बिनेशन प्रॉडक्ट, लियोफिलाइज्ड इंजेक्शन, पाउडर वाले उत्पादों को तैयार किया जाएगा। यह ग्लोबल मार्केट और दुनियाभर में फाइजर के मैन्युफैक्चरिंग सेंटर्स में उत्पादों को तैयार करने में मदद देगा। फाइजर का यह सेंटर दुनियाभर में स्थापित 12 ग्लोबल सेंटर के नेटवर्क का हिस्सा होगा। यह वर्तमान में एशिया में फाइजर की तरफ से स्थापित किया जा रहा पहला और एकमात्र है।
10 लैब, 120 से अधिक वर्कस्टेशन्स, 250 से अधिक साइंटिस्ट
इस सेंटर पर 10 प्रयोगशालाओं और 120 से अधिक कार्यस्थल होंगे। यहां फार्मासिस्ट, एनालिटिकल साइंटिस्ट, लाइफ साइंस स्पेशलिस्ट, कैमिकल इंजीनियर्स, डेटा साइंटिस्ट और अन्य सहित कई विषयों के 250 से अधिक साइंटिस्टों और पेशेवरों को नियुक्त किया गया है। ये वर्ल्ड क्लास साइंटिस्ट तकनीक और इनोवोशन के साथ रिसर्च करेंगे।
फार्मा में इनोवेशन को मिलेगा बढ़ावा
फाइजर इंडिया के कंट्री मैनेजर एस श्रीधर ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि आईआईटी-मद्रास और अन्य टेक्नॉलजी रिसर्च पार्क स्टार्टअप्स के साथ निकटता से एकेडमिक्स और उद्योग साझेदारी में भी सुधार होगा।’ उन्होंने कहा कि इससे इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए अधिक सहयोग को प्रोत्साहित किया जाएगा। फाइजर ने यह नहीं बताया है कि इस सेंटर में कोविड -19 इलाज से जुड़े हालिया इनोवेशन पर काम किया जाएगा या नहीं। देशभर में फैले थर्ड पार्टी मैन्युफैक्चरिंग साइट्स के अलावा फाइजर के भारत में विशाखापत्तनम, अहमदाबाद और गोवा में मैन्युफैक्चरिंग साइट्स हैं। फाइजर का पहले से ही चेन्नई में 300 से अधिक सहयोगियों की टीम वाला एक सर्विस सेंटर भी है।
नए वेरिएंट को मात दे सकती है सिर्फ एक गोली! आ गई ओमीक्रोन की दवा
भारत से दुनिया भर में दवा की उपलब्धता
इस सेंटर की लॉन्चिंग पर रसायन और उर्वरक मंत्रालय में फार्मास्यूटिकल्स डिपार्टमेंट के सचिव एस अपर्णा ने कहा कि फार्मा कंपनियों के लिए इनोवेटिव सॉल्यूशन प्रदान करने की आवश्यकता बढ़ रही है। यह हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर्स और रोगियों के सामने आने वाली नई चुनौतियों का समाधान करते हैं। चेन्नई में फाइजर का यह नया केंद्र उस दिशा में एक कदम है। उन्होंने कहा कि यह रिसर्च सेंटर यहां उपलब्ध डिजिटल सॉलुश्यंस, अकादमिक सहयोग का लाभ उठाकर भारत से दुनियाभर में दवाओं की उपलब्धता, सामर्थ्य और पहुंच में सुधार के हमारे बड़े राष्ट्रीय उद्देश्य के साथ जुड़ा है।
12 ग्लोबल सेंटर के नेटवर्क का हिस्सा
इस रिसर्च सेंटर पर ऐक्टिव फार्मास्यूटिकल सामग्री (एपीआई) और तैयार खुराक रूपों (एफडीएफ) दोनों, कॉम्पेल्कस/वैल्यू एडेड फॉर्मूलेशन, कंट्रोल-रिलीज डोज फॉर्म, डिवाइस-कॉम्बिनेशन प्रॉडक्ट, लियोफिलाइज्ड इंजेक्शन, पाउडर वाले उत्पादों को तैयार किया जाएगा। यह ग्लोबल मार्केट और दुनियाभर में फाइजर के मैन्युफैक्चरिंग सेंटर्स में उत्पादों को तैयार करने में मदद देगा। फाइजर का यह सेंटर दुनियाभर में स्थापित 12 ग्लोबल सेंटर के नेटवर्क का हिस्सा होगा। यह वर्तमान में एशिया में फाइजर की तरफ से स्थापित किया जा रहा पहला और एकमात्र है।
10 लैब, 120 से अधिक वर्कस्टेशन्स, 250 से अधिक साइंटिस्ट
इस सेंटर पर 10 प्रयोगशालाओं और 120 से अधिक कार्यस्थल होंगे। यहां फार्मासिस्ट, एनालिटिकल साइंटिस्ट, लाइफ साइंस स्पेशलिस्ट, कैमिकल इंजीनियर्स, डेटा साइंटिस्ट और अन्य सहित कई विषयों के 250 से अधिक साइंटिस्टों और पेशेवरों को नियुक्त किया गया है। ये वर्ल्ड क्लास साइंटिस्ट तकनीक और इनोवोशन के साथ रिसर्च करेंगे।
फार्मा में इनोवेशन को मिलेगा बढ़ावा
फाइजर इंडिया के कंट्री मैनेजर एस श्रीधर ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि आईआईटी-मद्रास और अन्य टेक्नॉलजी रिसर्च पार्क स्टार्टअप्स के साथ निकटता से एकेडमिक्स और उद्योग साझेदारी में भी सुधार होगा।’ उन्होंने कहा कि इससे इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए अधिक सहयोग को प्रोत्साहित किया जाएगा। फाइजर ने यह नहीं बताया है कि इस सेंटर में कोविड -19 इलाज से जुड़े हालिया इनोवेशन पर काम किया जाएगा या नहीं। देशभर में फैले थर्ड पार्टी मैन्युफैक्चरिंग साइट्स के अलावा फाइजर के भारत में विशाखापत्तनम, अहमदाबाद और गोवा में मैन्युफैक्चरिंग साइट्स हैं। फाइजर का पहले से ही चेन्नई में 300 से अधिक सहयोगियों की टीम वाला एक सर्विस सेंटर भी है।
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भारत से दुनिया भर में दवा की उपलब्धता
इस सेंटर की लॉन्चिंग पर रसायन और उर्वरक मंत्रालय में फार्मास्यूटिकल्स डिपार्टमेंट के सचिव एस अपर्णा ने कहा कि फार्मा कंपनियों के लिए इनोवेटिव सॉल्यूशन प्रदान करने की आवश्यकता बढ़ रही है। यह हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर्स और रोगियों के सामने आने वाली नई चुनौतियों का समाधान करते हैं। चेन्नई में फाइजर का यह नया केंद्र उस दिशा में एक कदम है। उन्होंने कहा कि यह रिसर्च सेंटर यहां उपलब्ध डिजिटल सॉलुश्यंस, अकादमिक सहयोग का लाभ उठाकर भारत से दुनियाभर में दवाओं की उपलब्धता, सामर्थ्य और पहुंच में सुधार के हमारे बड़े राष्ट्रीय उद्देश्य के साथ जुड़ा है।