अब रेलवे में होनेवाली पॉकेटमारी की भी ईडी और सीबीआई जांच करे, संजय राउत का पलटवार h3>
मुंबई: महाराष्ट्र(Maharashtra) कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले(Nana Patole) के वकील सतीश उके को ईडी ने अपनी हिरासत में लिया है। जिसकी वजह से एक बार फिर से राज्य में सियासी हलचल बढ़ गई है। ईडी(ED) की इस कार्रवाई पर शिवसेना नेता संजय राउत(Sanjay Raut) जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार कश्मीर में अचानक आतंकी घुसते हैं, बम विस्फोट करते हैं और निकल जाते हैं। उसी प्रकार केंद्र के तरफ से भी आतंकी कार्रवाई की जा रही है। जांच एजेंसियों को राज्य में घुसाया जाता है और फिर वे गिरफ्तार करके निकल जाते हैं। अगर इस वजह से संघर्ष की नौबत आई तो केंद्र और राज्य के बीच में यह लड़ाई काफी बड़ी होगी। इसलिए ममता बनर्जी(Mamata Banerjee ) ने गैर बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र भेजा है। जिसमें उन्होंने इस बात का जिक्र किया है कि सभी बीजेपी विरोधी पार्टियों को एक साथ आना चाहिए। राउत ने कहा कि वैसे भी केंद्रीय जांच एजेंसियों की छवि खराब हुई है। अब उन्हें बस रेलवे में होने वाली पॉकेटमारी की जांच करना बाकी रह गया है।
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए संजय राउत ने कहा कि नागपुर के वकील सतीश उके और उनके परिवार पर ईडी की कार्रवाई की गई है। शायद उनका कोई गुनाह होगा, शायद उन्होंने गलत तरीके से जमीन खरीदी या बेची होगी, हो सकता है उन्होंने जमीन की लूट- खसोट भी की हो। या उन्होंने जबरदस्ती जमीन पर कब्जा किया हो या किसी को धमकी दी हो। यदि इस प्रकार के आरोप होंगे तो भी महाराष्ट्र की पुलिस को इसकी जांच का अधिकार है। विशेष तौर पर ईडी को महाराष्ट्र में आकर रेड मारने जैसा यह गुनाह नहीं है। किसी भी राज्य की पुलिस इस प्रकार के अपराधों की जांच करती है। यह राज्य पुलिस के अधिकारों पर खुलेआम अतिक्रमण है।
ईडी सीबीआई को आने की गरज नहीं
संजय राउत ने कहा कि अगर सतीश उके के परिवार ने किसी को धमकी दी है। या फिर उनके लोगों ने देवेंद्र फडणवीस और नितिन गडकरी के खिलाफ गलत शिकायत दर्ज करवाई है। तो उसकी जांच के लिए महाराष्ट्र पुलिस है। ऐसे मामलों के लिए ईडी और सीबीआई को आने की जरूरत नहीं है। लेकिन उन्हें जानबूझकर दहशत निर्माण करने के लिए बुलाया जा रहा है। सतीश उके ने अगर कोई गैरकानूनी काम किया होगा तो उसे किसी भी तरह मनी लांड्रिंग से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। जेल में डालने की धमकियां दी जा रही है। राउत ने कहा कि उके के विरोधियों को महाराष्ट्र पुलिस में शिकायत दर्ज करवानी चाहिए।
देश में तानाशाही ला रही है बीजेपी
प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी से नाराज नाना पटोले ने कहा कि यह एक तरह का अघोषित आपातकाल है। इसका विरोध निश्चित तौर पर किया जाएगा। बीजेपी देश में तानाशाही लाने की कोशिशों में जुटी है। बीजेपी और मोदी के खिलाफ आवाज उठाने वालों पर ईडी की रेड डाली जा रही है। हम भी केंद्रीय जांच एजेंसियों के खिलाफ रणनीति बनाएंगे। रेड डलवाकर बीजेपी भले ही अपनी पीठ थपथपा रही हो लेकिन लोकतंत्र में जनता ही सबसे बड़ी होती है। यह बीजेपी को समझना होगा, अब जनता ही उन्हें सबक सिखाएगी।
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मीडियाकर्मियों से बात करते हुए संजय राउत ने कहा कि नागपुर के वकील सतीश उके और उनके परिवार पर ईडी की कार्रवाई की गई है। शायद उनका कोई गुनाह होगा, शायद उन्होंने गलत तरीके से जमीन खरीदी या बेची होगी, हो सकता है उन्होंने जमीन की लूट- खसोट भी की हो। या उन्होंने जबरदस्ती जमीन पर कब्जा किया हो या किसी को धमकी दी हो। यदि इस प्रकार के आरोप होंगे तो भी महाराष्ट्र की पुलिस को इसकी जांच का अधिकार है। विशेष तौर पर ईडी को महाराष्ट्र में आकर रेड मारने जैसा यह गुनाह नहीं है। किसी भी राज्य की पुलिस इस प्रकार के अपराधों की जांच करती है। यह राज्य पुलिस के अधिकारों पर खुलेआम अतिक्रमण है।
ईडी सीबीआई को आने की गरज नहीं
संजय राउत ने कहा कि अगर सतीश उके के परिवार ने किसी को धमकी दी है। या फिर उनके लोगों ने देवेंद्र फडणवीस और नितिन गडकरी के खिलाफ गलत शिकायत दर्ज करवाई है। तो उसकी जांच के लिए महाराष्ट्र पुलिस है। ऐसे मामलों के लिए ईडी और सीबीआई को आने की जरूरत नहीं है। लेकिन उन्हें जानबूझकर दहशत निर्माण करने के लिए बुलाया जा रहा है। सतीश उके ने अगर कोई गैरकानूनी काम किया होगा तो उसे किसी भी तरह मनी लांड्रिंग से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। जेल में डालने की धमकियां दी जा रही है। राउत ने कहा कि उके के विरोधियों को महाराष्ट्र पुलिस में शिकायत दर्ज करवानी चाहिए।
देश में तानाशाही ला रही है बीजेपी
प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी से नाराज नाना पटोले ने कहा कि यह एक तरह का अघोषित आपातकाल है। इसका विरोध निश्चित तौर पर किया जाएगा। बीजेपी देश में तानाशाही लाने की कोशिशों में जुटी है। बीजेपी और मोदी के खिलाफ आवाज उठाने वालों पर ईडी की रेड डाली जा रही है। हम भी केंद्रीय जांच एजेंसियों के खिलाफ रणनीति बनाएंगे। रेड डलवाकर बीजेपी भले ही अपनी पीठ थपथपा रही हो लेकिन लोकतंत्र में जनता ही सबसे बड़ी होती है। यह बीजेपी को समझना होगा, अब जनता ही उन्हें सबक सिखाएगी।
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