अफसरों से घालमेल : िबना लाइसेंस चल रहीं 13000 दवा दुकानें, मानक का पालन नहीं – Bettiah (West Champaran) News

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अफसरों से घालमेल : िबना लाइसेंस चल रहीं 13000 दवा दुकानें, मानक का पालन नहीं – Bettiah (West Champaran) News

अफसरों से घालमेल : िबना लाइसेंस चल रहीं 13000 दवा दुकानें, मानक का पालन नहीं – Bettiah (West Champaran) News

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जिले में सिस्टम के मेल से दवा दुकानों के संचालन का खेल वर्षों से चल रहा है। करीब 2 हजार दुकानें ही लाइसेंसी हैं, जबकि बिना लाइसेंस के की 13 हजार से ज्यादा दुकानें शहरी व ग्रामीण इलाकों में बिना रोक-टोक संचालित हो रही हैं। विभागीय सूत्रों की माने, तो भाड़े के फार्मासिस्टों के नाम पर दवा दुकानों के लाइसेंस देने के मानक की खानापूर्ति कर ली जाती है। मगर इसके लिए लाइसेंस लेने वालों को विभागीय शुल्क के अलावे मोटी रकम का चढ़ावा चढ़ाना पड़ता है। इतना ही नहीं, सिफारिशों के चलते कई दुकानों को बिना जांच के लाइसेंस मिले हैं। तभी तो लाइसेंस के बाद दुकानदार अपनी मर्जी से दुकानों का संचालन करते हैं। हद तो यह है कि लाइसेंसी दुकान हो या गैर लाइसेंसी दुकानें, मानकों का पालन नहीं हो रहा। आलम यह है कि बिना फार्मासिस्ट व प्रशिक्षित सेल्समैन के माध्यम से दवा दुकानों का संचालन हो रहा है। हालांकि विभाग का दावा है कि समय-समय पर दवा दुकानों पर छापेमारी की जाती है। उनके विरुद्ध कार्रवाई भी की जाती है, लेकिन कितनी कार्रवाई की गई, इस संबंध में कुछ भी बताने से परहेज किया जाता है। कई दुकानदारों ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि 70 फीसदी से ज्यादा बिना फार्मासिस्ट के ही दुकानों का संचालन विभाग के मेल से हो रहा है।

दवा दुकानों के लिए फार्मासिस्ट आवश्यक होते हैं क्योंकि वे दवाइयों के बारे में विशेषज्ञ होते हैं, जो मरीजों को सही दवा और खुराक लेने में मदद करते हैं, साथ ही दवाओं के संभावित साइड इफेक्ट्स और इंटरैक्शन के बारे में जानकारी देते हैं, जिससे मरीजों को सुरक्षित और प्रभावी इलाज मिलता है। फार्मासिस्ट दवाइयों की गुणवत्ता सुनिश्चित करते हैं, जैसे कि दवाइयों को सही ढंग से तैयार करना और उन्हें सही लेबलिंग के साथ वितरित करना होता है। इसलिए, फार्मासिस्ट दवा दुकानों के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि वे मरीजों को सुरक्षित और प्रभावी इलाज प्राप्त करने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं फार्मासिस्ट मरीजों को स्वास्थ्य संबंधी सलाह भी दे सकते हैं, स्वस्थ जीवनशैली के बारे में जानकारी देता है।फार्मासिस्ट दवाइयों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं, जैसे कि दवाइयों को सही ढंग से स्टोर करना और उन्हें खराब होने से बचाना होता है।

^जिले में बिना संचालित हो रहे लाइसेंसी दवा दुकानों के मामले आपके द्वारा संज्ञान में लाया गया है। मामले की जांच कराई जाएगी। अगर ड्रग विभाग या दुकानदार दोषी होंगे, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। – दिनेश कुमार राय, जिलाधिकारी, पश्चिम चंपारण, बेतिया

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