अफसरों के करप्शन की अमरबेल बना दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे, अब तक IAS, IPS, 3 RAS जकड़े गए

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अफसरों के करप्शन की अमरबेल बना दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे, अब तक IAS, IPS, 3 RAS जकड़े गए

अफसरों के करप्शन की अमरबेल बना दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे, अब तक IAS, IPS, 3 RAS जकड़े गए

दौसा : भारतमाला परियोजना के तहत दिल्ली से मुंबई तक बन रहे एक्सप्रेस वे के माध्यम से राजस्थान के अनेक जिलों को कनेक्टिविटी मिल रही है। विकास एक नई इबारत लिखी जा रही है, लेकिन इसके साथ ही इस एक्सप्रेस वे में करप्शन की कहानियां भी जुड़ती जा रही हैं। बड़ी बात यह है कि यह है कि एक्सप्रेस वे के निर्माण के पीछे करप्शन का खेल करने वाले अफसरों के नाम का खुलासा एक के बाद एक (सिलसिलेवार) हो रहा है, लेकिन फिर भी इसके जरिए चांदी कूटने की कोशिशों में जुटे अफसर बाज नहीं आ रहे हैं।

​पिछले साल पकड़े गए थे IPS मनीष अग्रवाल सहित 2 RAS

बता दें कि पिछले वर्ष एसीबी ने एक्सप्रेस वे निर्माण कंपनी के प्रतिनिधियों से मंथली मांगने के मामले में एक आईपीएस व दो आरएएस अधिकारियों को ट्रैप किया था। एसीबी ने इस मामले में तत्कालीन एसपी और IPS मनीष अग्रवाल, RAS पिंकी मीना और RAS पुष्कर मित्तल को गिरफ्तार किया था।

​अलवर के पूर्व कलेक्टर IAS नन्नूमल और RAS सांखला गिरफ्तार

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वहीं अब लगातार दूसरे वर्ष एसीबी ने इसी मामले में एक आईएएस व एक आरएएस अधिकारी को ट्रेप किया है।

लगातार दूसरे वर्ष एसीबी ने दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे निर्माण कंपनी के प्रतिनिधियों से मंथली की डिमांड करने के आरोप में अलवर के पूर्व कलेक्टर आईएएस नन्नूमल पहाड़िया और आरएएस अशोक सांखला को गिरफ्तार किया है।

​अभी दौसा से अलवर तक बनकर तैयार हुआ एक्सप्रेस वे

उल्लेखनीय है कि दौसा से दिल्ली तक एक्सप्रेस वे लगभग बनकर तैयार है। यह एक्सप्रेस वे फिलहाल दौसा और अलवर में ही लगभग पूरी तरह बनकर तैयार हुआ है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि दोनों जिलों में एक्सप्रेस के काम पूरा होने से साथ ही यहां आईएएस- आईपीएस और आरएएस जैसे पदों पर बैठे अधिकारी की ओर से किए गए भ्रष्टाचार के खुलासे भी हुए हैं।

​अब राजस्थान के इन जिलों में होगा निर्माण

दौसा और अलवर में लगातार 2 वर्षों में हुई इन दोनों कार्रवाईयों में निर्माण कंपनियों के प्रतिनिधियों से मंथली लेने की बात का खुलासा हुआ है। निर्माण कार्य निर्बाध रूप से चलने देने की एवज में रिश्वत मांगी जा रही थी। एक लाख करोड़ की लागत से बन रहे इस एक्सप्रेस वे का अगला पड़ाव सवाई माधोपुर, कोटा, झालावाड़ सहित अनेक जिलों में जारी है। ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि राजस्थान के और कौन-कौन से करप्शन के खिलाड़ी इन गुलाबी नोटों के चंगुल में फंसते हैं और अपना ईमान बेचते हैं।

​साल 2021 में ऐसे पहली बार खुली थी एक्सप्रेसवे में भ्रष्टाचार की पोल

-2021-

वर्ष 2021 में दौसा के तत्कालीन एसपी मनीष अग्रवाल को दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे निर्माण कंपनियों के प्रतिनिधियों से मंथली रिश्वत की डिमांड करने के आरोप में गिरफ्तार किया था । वहीं बांदीकुई की तत्कालीन एसडीएम पिंकी मीणा को 10 लाख रुपए की रिश्वत की डिमांड करने और दौसा के तत्कालीन एसडीएम पुष्कर मित्तल को 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। एसीबी की इस कार्रवाई ने हर कोई चौकन्ना दिया था। वहीं अफसरों में इस कार्रवाई के बाद हड़कंप बच गया था।

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