अपनी पत्नी को कभी न बताएं ये 5 बातें | never tell these 5 things to your wife | Patrika News h3>
भोपाल। शादी करना जितना आसान होता है सुखी प्रकार से व्यतीत करना उतना ही मुश्किल। जब आप विवाहोपरान्त एक से दो हो जाते हैं तो आपको अपने पार्टरन की पसंद-नापसंद का ख्याल रखना होता है। कई बार छोटी-छोटी बातों पर रिश्ते में खटास पैदा हो जाती है। आचार्य चाणक्य को दुनिया के महानतम अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और कूटनीतिज्ञ में से एक माना जाता है। उन्होंने अपनी नीतियों के बल पर एक साधारण से बालक चंद्रगुप्त मौर्य को भी भारतवर्ष का सम्राट बना दिया था। इनके द्वारा रचित नीतिशास्त्र में मनुष्य के जीवन को सरल और सफल बनाने से जुड़ी कई बातों का उल्लेख किया गया है।
आपको बता दें कि चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में परिवार, दुश्मन, दोस्त, दाम्पत्य जीवन, धन-संपत्ति आदि के साथ स्त्री से जुड़ी हुई कई बातों का भी उल्लेख किया है। आचार्य चाणक्य ने नीतिशास्त्र में महिलाओं के गुणों के साथ महिला और पुरुष के संबंधों का भी उल्लेख किया है। उन्होंने पुरुषों को महिलाओं के संबंध में कुछ ऐसे सुझाव दिए हैं जो कभी भी एक पति को अपनी पत्नी को नहीं बताना चाहिए…..
– किसी पति को कभी भी अपनी पत्नी को पूरी कमाई के बारे में नहीं बताना चाहिए। उनका मानना है कि पत्नी को अगर अपने पति की कमाई के बारे में पता चल जाता है तो वह उन्हें खर्च करने पर रोक लगाने लगती हैं। वहीं पुरुषों को बाहर रहकर भी कुछ ऐसे खर्च करने पड़ते हैं, जो बेहद जरूरी होते हैं। इससे परेशानियां बढ़ने लगती हैं।
-पति को पत्नी से अपने घर परिवार की बुराई नहीं करनी चाहिए. ध्यान रखें कि आपके परिवार के बारे में वे आपसे ही जानेंगी. परिवार के बारे में धारणा अच्छी बनी रहने से क्लेश की स्थिति नहीं बनती और सम्मान बरकरार रहता है.
– आचार्य चाणक्य कहते हैं कि, पुरुष को कभी भी खुद के साथ हुए अपमान का जिक्र अपनी पत्नी के सामने नहीं करना चाहिए। महिलाओं के बारे में ऐसा माना जाता है कि जब भी झगड़ा या मतभेद होता है तो वो इसी अपमान का बार-बार जिक्र कर ताना देती हैं। जिससे घाव हरे हो जाते हैं।
-शास्त्रों में ऐसा बताया गया यदि आप दान करते हैं तो वह इतना गुप्त होना चाहि। उसी प्रकार जब आप दान करें या फिर किसी की आर्थिक रूप से मदद करें तो इस बारे में अपनी पत्नी को बिल्कुल भी न बताएं। संभव है कि भविष्य में वह आपको ऐसा करने से रोकने लगे और आप पुण्य का कार्य भी न कर पाओ।
– पति को अपनी पत्नी से किसी के चरित्र की बुराई नहीं करनी चाहिए. गॉसिप करना महिलाओं के स्वभाव में होता है. बात-बात में अगर कहीं उनके मुंह से कुछ निकल गया तो बिना मतलब कलह की स्थिति बन सकती है। पति को ध्यान रखना चाहिए कि स्त्रियों की किसी के साथ तुलना उन्हें नहीं बर्दाश्त होती है. तुलना नहीं करें लेकिन तारीफ करते रहें. प्यार बना रहता है।