अनूपपुर में धान खरीदी का लक्ष्य पूरा: 18,651 किसानों से 9,81,467 क्विंटल धान की हुई खरीदी, 102 करोड़ का भुगतान अटका – Anuppur News h3>
अनूपपुर में धान उपार्जन का काम पूरा, लेकिन 5,885 किसानों को भुगतान का इंतजार
अनूपपुर में धान उपार्जन का कार्य समाप्त हो चुका है, लेकिन हजारों किसान अब भी अपने भुगतान का इंतजार कर रहे हैं। राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (एनसीसीएफ) द्वारा 2 दिसंबर से शुरू किया गया धान उपार्जन 23 जनवरी को समाप्त हुआ। आंकड़ों के अनुसार, जिले में क
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सरकार की ओर से निर्धारित 10 लाख क्विंटल के लक्ष्य को लगभग पूरा कर लिया गया है। हालांकि, चिंता का विषय यह है कि 5,885 किसानों को अभी तक भुगतान नहीं मिला है। कुल 211.11 करोड़ रुपए के भुगतान में से 102.50 करोड़ रुपए का भुगतान अभी भी लंबित है। एक महीने से अधिक समय बीतने के बावजूद भुगतान प्रक्रिया धीमी बनी हुई है, जिससे किसानों को बार-बार कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ रहा है।
पिछले पखवाड़े में भुगतान न मिलने वाले किसानों की संख्या 3,000 से बढ़कर 5,885 हो गई है। यह स्थिति की गंभीरता को उजागर करता है। किसानों को उपार्जन केंद्रों पर धान बेचने में तो परेशानी हुई ही, अब भुगतान में हो रही देरी उनकी मुश्किलें और बढ़ा रही है।
गोदाम की समस्या बनी बाधा
जिले में 22 मिलर्स मिलिंग का कार्य करते हैं। राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ के नियमों के अनुसार, मिलिंग के पश्चात 65% चावल एफसीआई (भारतीय खाद्य निगम) के गोदाम में और 35% नागरिक आपूर्ति निगम के गोदाम में जमा किया जाना है। लेकिन जिले में एफसीआई का एक भी गोदाम नहीं है।
अब तक एनसीसीएफ ने पयारी ग्राम में 5,400 मीट्रिक टन क्षमता और अन्नपूर्णा गोदाम रेठदा में 2,700 मीट्रिक टन क्षमता वाले गोदाम का चयन किया है। हालांकि, इस संबंध में कोई स्पष्ट आदेश नहीं आया है। मिलर्स चावल को नागरिक आपूर्ति निगम (नान) के गोदाम में जमा करा रहे हैं। गोदाम संबंधी समस्या को लेकर पत्राचार जारी है, लेकिन अब तक सिर्फ कागजी कार्रवाई ही हो सकी है।
कलेक्टर ने दिए सख्त निर्देश
100 करोड़ रुपए से ज्यादा का भुगतान लंबित होने और किसानों को हो रही समस्याओं की शिकायत कलेक्टर तक पहुंची। इस पर कलेक्टर ने जिला आपूर्ति अधिकारी को निर्देश दिए कि किसानों को समर्थन मूल्य पर विक्रय किए गए धान की राशि, परिवहनकर्ताओं द्वारा परिवहन किए गए धान पर हुए व्यय की राशि, और उपार्जन केंद्रों पर लेबर व अन्य खर्चों का भुगतान जल्द से जल्द सुनिश्चित किया जाए।
एनसीसीएफ का बयान
एनसीसीएफ के प्रबंधक अनिल कुमार ने कहा कि हमारी ओर से भुगतान के लिए बिल भेजा जा चुका है। शीघ्र ही सभी किसानों का भुगतान कर दिया जाएगा।