अधर में अक्षय विवाह: नगर निगम ने न तो आवेदन की प्रक्रिया शुरू की और न ही अब तक कमेटी गठित की | This time the government’s confusion on Akshay vivah | Patrika News h3>
Akshay vivah : 2020-2021 में कोरोना के कारण नहीं हुए थे विवाह
: विवाह के महामुहूर्त पर सरकारी फेरों में असमंजस
: 1200 से अधिक विवाह होते हैं कन्या विवाह योजना के तहत
: 500 से 700 शादियां गार्डन सहित अन्य स्थानों पर होती हैं
भोपाल
Published: April 26, 2022 08:19:09 am
भोपाल। मुख्यमंत्री कन्या विवाह की योजना भले ही दोबारा शुरू करने के निर्देश हो गए हैं, लेकिन इस योजना का लाभ गरीब हितग्राहियों को अक्षय तृतीया पर मिलेगा या नहीं इसे लेकर असमंजस बना है।
confusion on Akshay Vivah
अगले माह 3 मई को अक्षय तृतीया को लेकर एक सप्ताह का समय बचा है, लेकिन नए दिशा निर्देशों के तहत न तो आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो पाई है, और न ही इसे लेकर प्रशासन ने कमेटी गठित की है। ऐसे में विवाह कराने वाने आयोजक भी सामूहिक वैवाहिक आयोजन को टालने में लगे हुए हैं। बता दें कि अक्षय तृतीया के दिन शहर में हजारों विवाह होते हैं, इसके साथ ही मुख्यमंत्री कन्या विवाह के तहत भी विवाह के आयोजन किए जाते हैं।
अब तक नहीें हुई सरकारी महकमों में प्रक्रिया पूरी
पिछले दो सालों से कोरोना संक्रमण के कारण इस महामुहूर्त पर विवाह नहीं हुए थे, मई 2020 और मई 2021 में कोरोना पीक पर होने के कारण शहर में विवाह नहीं हुए थे। ऐसे में इस बार इस महामुहूर्त का सभी को बेसब्री से इंतजार था। सरकार ने इस योजना का लाभ देने के दिशा निर्देश भी दिए लेकिन सरकारी महकमों में इसकी प्रकिया अब तक पूरी नहीं हो पाई। सामाजिक न्याय विभाग के उपसंचालक आरके ङ्क्षसह का कहना है कि कमेटी गठित होने के बाद ही प्रक्रिया आगे बढ़ सकेगी।
अनिश्चितता में सरकारी मदद
शहर में अक्षय तृतीया के महामुहूर्त पर हर साल शहर में पारिवारिक और सामूहिक विवाह सम्मेलन मिलाकर तकरीबन दो हजार विवाह होते हैं। इस मुहूर्त पर 1200 से 1500 विवाह मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत होते हैं। इसी प्रकार 500 से 700 शादियां मैरिज गार्डन, शादी हॉल सहित अन्य स्थानों पर होती है। इस बार सरकारी मदद में अनिश्चितता के कारण कार्यक्रम के आयोजन को लेकर आयोजक असमंजस में हैं।
अक्षय तृतीया के मुहुूर्त पर विवाह के लिए सरकार ने नई गाइडलाइन और दिशा निर्देश जारी किए हैं, उसके अनुसार नए सिरे से प्रक्रिया होनी है, अभी विवाह की तारीख भी तय नहीं है, तारीख भी सरकार तय करेगी। इसके बाद ही आवेदन की प्रक्रिया होगी।
– हर्षित तिवारी, उपायुक्त, नगर निगम
पिछले 10 वर्षों से हम करोंद रतन कॉलोनी ग्राउंड में 501 कन्याओं का विवाह कन्यादान योजना के तहत कराते थे। दो साल से आयोजन बंद था। इस बार हमने 151 निर्धन कन्याओं का विवाह करने की योजना बनाई है, प्रशासन की ओर सामग्री देने को स्थिति स्पष्ट नहीं है। हम तय नहीं कर पा रहे कि कार्यक्रम करें या नहीं।
– विनोद पलया, समाजसेवी
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Akshay vivah : 2020-2021 में कोरोना के कारण नहीं हुए थे विवाह
: विवाह के महामुहूर्त पर सरकारी फेरों में असमंजस
: 1200 से अधिक विवाह होते हैं कन्या विवाह योजना के तहत
: 500 से 700 शादियां गार्डन सहित अन्य स्थानों पर होती हैं
भोपाल
Published: April 26, 2022 08:19:09 am
भोपाल। मुख्यमंत्री कन्या विवाह की योजना भले ही दोबारा शुरू करने के निर्देश हो गए हैं, लेकिन इस योजना का लाभ गरीब हितग्राहियों को अक्षय तृतीया पर मिलेगा या नहीं इसे लेकर असमंजस बना है।
confusion on Akshay Vivah
अगले माह 3 मई को अक्षय तृतीया को लेकर एक सप्ताह का समय बचा है, लेकिन नए दिशा निर्देशों के तहत न तो आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो पाई है, और न ही इसे लेकर प्रशासन ने कमेटी गठित की है। ऐसे में विवाह कराने वाने आयोजक भी सामूहिक वैवाहिक आयोजन को टालने में लगे हुए हैं। बता दें कि अक्षय तृतीया के दिन शहर में हजारों विवाह होते हैं, इसके साथ ही मुख्यमंत्री कन्या विवाह के तहत भी विवाह के आयोजन किए जाते हैं।
अब तक नहीें हुई सरकारी महकमों में प्रक्रिया पूरी
पिछले दो सालों से कोरोना संक्रमण के कारण इस महामुहूर्त पर विवाह नहीं हुए थे, मई 2020 और मई 2021 में कोरोना पीक पर होने के कारण शहर में विवाह नहीं हुए थे। ऐसे में इस बार इस महामुहूर्त का सभी को बेसब्री से इंतजार था। सरकार ने इस योजना का लाभ देने के दिशा निर्देश भी दिए लेकिन सरकारी महकमों में इसकी प्रकिया अब तक पूरी नहीं हो पाई। सामाजिक न्याय विभाग के उपसंचालक आरके ङ्क्षसह का कहना है कि कमेटी गठित होने के बाद ही प्रक्रिया आगे बढ़ सकेगी।
अनिश्चितता में सरकारी मदद
शहर में अक्षय तृतीया के महामुहूर्त पर हर साल शहर में पारिवारिक और सामूहिक विवाह सम्मेलन मिलाकर तकरीबन दो हजार विवाह होते हैं। इस मुहूर्त पर 1200 से 1500 विवाह मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत होते हैं। इसी प्रकार 500 से 700 शादियां मैरिज गार्डन, शादी हॉल सहित अन्य स्थानों पर होती है। इस बार सरकारी मदद में अनिश्चितता के कारण कार्यक्रम के आयोजन को लेकर आयोजक असमंजस में हैं।
अक्षय तृतीया के मुहुूर्त पर विवाह के लिए सरकार ने नई गाइडलाइन और दिशा निर्देश जारी किए हैं, उसके अनुसार नए सिरे से प्रक्रिया होनी है, अभी विवाह की तारीख भी तय नहीं है, तारीख भी सरकार तय करेगी। इसके बाद ही आवेदन की प्रक्रिया होगी।
– हर्षित तिवारी, उपायुक्त, नगर निगम
पिछले 10 वर्षों से हम करोंद रतन कॉलोनी ग्राउंड में 501 कन्याओं का विवाह कन्यादान योजना के तहत कराते थे। दो साल से आयोजन बंद था। इस बार हमने 151 निर्धन कन्याओं का विवाह करने की योजना बनाई है, प्रशासन की ओर सामग्री देने को स्थिति स्पष्ट नहीं है। हम तय नहीं कर पा रहे कि कार्यक्रम करें या नहीं।
– विनोद पलया, समाजसेवी
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