अतिक्रमण के खिलाफ चलता रहेगा महाअभियान, प्रभावितों को मिलेगा न्याय
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बेगूसराय, निज प्रतिनिधि। शहर को जलजमाव और जाममुक्त बनाने के साथ स्वच्छ व सुंदर बनाना निगम प्रशासन की पहली प्राथमिकता है। इसी के तहत शहरी क्षेत्र समेत निगम के इलाके में अतिक्रमण के खिलाफ निगम प्रशासन का महाअभियान चल रहा है। खासकर शहरी क्षेत्र की मुख्य सड़क व नाले को अतिक्रमण करने वालों को खिलाफ निगम की सख्ती से शहरी क्षेत्र में इसका परिवर्तन दिखाई देने लगा है। लेकिन कुछ लोग ऐसे वेंडरों को गुमहाराह कर इसे राजनीतिक रोटी सेंकने की फिराक में हैं। जबकि निगम प्रशासन शहर की बेहतरी के साथ अभियान में प्रभावित हुए लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की प्लानिंग कर ली गयी है। ये बातें मुख्य पार्षद पिंकी देवी ने शुक्रवार को कहीं। वे शहर स्थित रैन बसेरा में प्रेसवार्ता कर जानकारी दे रही थीं।
मुख्य पार्षद ने कहा कि महाअभियान चलाये जाने के बाद शहरी क्षेत्र में जाम की समस्या का समाधान होने लगा है। इस अभियान के तहत कुछ फुटकर दुकानदारों के समक्ष रोजगार की समस्या खड़ी हो गयी है। इसका असर उनके बच्चों पर भी पड़ रहा है। लेकिन निगम प्रशासन अभियान के दौरान प्रभावित हुए फुटकर दुकानदारों के साथ नाइंसाफी होने नहीं देगा। मुख्य पार्षद ने साफ शब्दों में कहा कि नाले पर अतिक्रमण हटाया ही जाएगा। चाहे वह एक दिन से हों या 40 वर्पों से। उन्होंने कहा कि शहर में हड़ताल चौक, बीपी स्कूल, हर हर महादेव चौक, जीडी कॉलेज समेत अन्य स्थानों को चिह्नित किया गया है। अस्थायी वेंडर जोन बनाकर प्रभावित हुए वेंडरों को एक ठेला भर जमीन उपलब्ध करायी जा रही है। चिह्नित जगह पर कम से कम 20 लोगों को जगह दी जाएगी। ताकि उनका रोजगार चल सके। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपनी राजनीतिक दुकानदारी चलाने के लिए वेंडरों को गुमराह करेंगे। लेकिन वेंडरों ने मुख्य पार्षद के पहल की प्रशंसा की।
वेंडरों ने कहा: जहां दुकान लगाये थे उसके आसपास ही दुकान लगाने की हो व्यवस्था
प्रेसवार्ता के दौरान शहरी क्षेत्र के 200 से अधिक वेंडर मौजूद थे। प्रेस के समक्ष जब मुख्य पार्षद ने घोषणा की कि अस्थायी वेंडर जोन बनाकर प्रभावित हुए लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जगह दी जाएगी तो इसका वेंडरों ने खुले दिल से समर्थन किया। नागदह के रहने वाले निबंधित वेंडर राज कुमार साह ने बताया कि कपस्या के समीप उनकी सब्जी की दुकान थी। ऐसे 144 दुकानदार हैं। दो माह पहले सड़क किनारे से हटा दिया गया। अभी वह बेरोजगार हैं। मुख्य पार्षद ने भरोसा दिलाया है कि तबतक अस्थायी वेंडर जोन बनाकर प्रभावित लोगों को शिफ्ट किया जाएगा। यह अच्छी पहल है। कचहरी चौक के समीप चश्मे की दुकान चलाने वाले मो. जावेद कहते हैं कि वह 35 वर्षोँ से दुकान चला रहा है। 13 जुलाई को उन्हें हटा दिया गया। कचहरी चौक के समीप ही वेंडर जोन बने ताकि उनके रोजगार प्रभावित न हों। सिविल कोर्ट के दक्षिण दिशा में फोटो स्टेट के दुकानदार टुनटुन कुमार कहते हैं कि 13 जुलाई को उनकी दुकान हटा दी गयी है। अब वह बेरोजगार हो गये हैं। जल्द से जल्द वेंडर जोन बनाकर जगह उपलब्ध करायी जाय ताकि रोजगार के अवसर बढ़े व बच्चे भूखे न रहे। वेंडरों ने कहा कि शहरी क्षेत्र में 3500 दुकानदार हैं। ये सभी सड़क के किनारे दुकान चलाते हैं।
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
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बेगूसराय, निज प्रतिनिधि। शहर को जलजमाव और जाममुक्त बनाने के साथ स्वच्छ व सुंदर बनाना निगम प्रशासन की पहली प्राथमिकता है। इसी के तहत शहरी क्षेत्र समेत निगम के इलाके में अतिक्रमण के खिलाफ निगम प्रशासन का महाअभियान चल रहा है। खासकर शहरी क्षेत्र की मुख्य सड़क व नाले को अतिक्रमण करने वालों को खिलाफ निगम की सख्ती से शहरी क्षेत्र में इसका परिवर्तन दिखाई देने लगा है। लेकिन कुछ लोग ऐसे वेंडरों को गुमहाराह कर इसे राजनीतिक रोटी सेंकने की फिराक में हैं। जबकि निगम प्रशासन शहर की बेहतरी के साथ अभियान में प्रभावित हुए लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की प्लानिंग कर ली गयी है। ये बातें मुख्य पार्षद पिंकी देवी ने शुक्रवार को कहीं। वे शहर स्थित रैन बसेरा में प्रेसवार्ता कर जानकारी दे रही थीं।
मुख्य पार्षद ने कहा कि महाअभियान चलाये जाने के बाद शहरी क्षेत्र में जाम की समस्या का समाधान होने लगा है। इस अभियान के तहत कुछ फुटकर दुकानदारों के समक्ष रोजगार की समस्या खड़ी हो गयी है। इसका असर उनके बच्चों पर भी पड़ रहा है। लेकिन निगम प्रशासन अभियान के दौरान प्रभावित हुए फुटकर दुकानदारों के साथ नाइंसाफी होने नहीं देगा। मुख्य पार्षद ने साफ शब्दों में कहा कि नाले पर अतिक्रमण हटाया ही जाएगा। चाहे वह एक दिन से हों या 40 वर्पों से। उन्होंने कहा कि शहर में हड़ताल चौक, बीपी स्कूल, हर हर महादेव चौक, जीडी कॉलेज समेत अन्य स्थानों को चिह्नित किया गया है। अस्थायी वेंडर जोन बनाकर प्रभावित हुए वेंडरों को एक ठेला भर जमीन उपलब्ध करायी जा रही है। चिह्नित जगह पर कम से कम 20 लोगों को जगह दी जाएगी। ताकि उनका रोजगार चल सके। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपनी राजनीतिक दुकानदारी चलाने के लिए वेंडरों को गुमराह करेंगे। लेकिन वेंडरों ने मुख्य पार्षद के पहल की प्रशंसा की।
वेंडरों ने कहा: जहां दुकान लगाये थे उसके आसपास ही दुकान लगाने की हो व्यवस्था
प्रेसवार्ता के दौरान शहरी क्षेत्र के 200 से अधिक वेंडर मौजूद थे। प्रेस के समक्ष जब मुख्य पार्षद ने घोषणा की कि अस्थायी वेंडर जोन बनाकर प्रभावित हुए लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जगह दी जाएगी तो इसका वेंडरों ने खुले दिल से समर्थन किया। नागदह के रहने वाले निबंधित वेंडर राज कुमार साह ने बताया कि कपस्या के समीप उनकी सब्जी की दुकान थी। ऐसे 144 दुकानदार हैं। दो माह पहले सड़क किनारे से हटा दिया गया। अभी वह बेरोजगार हैं। मुख्य पार्षद ने भरोसा दिलाया है कि तबतक अस्थायी वेंडर जोन बनाकर प्रभावित लोगों को शिफ्ट किया जाएगा। यह अच्छी पहल है। कचहरी चौक के समीप चश्मे की दुकान चलाने वाले मो. जावेद कहते हैं कि वह 35 वर्षोँ से दुकान चला रहा है। 13 जुलाई को उन्हें हटा दिया गया। कचहरी चौक के समीप ही वेंडर जोन बने ताकि उनके रोजगार प्रभावित न हों। सिविल कोर्ट के दक्षिण दिशा में फोटो स्टेट के दुकानदार टुनटुन कुमार कहते हैं कि 13 जुलाई को उनकी दुकान हटा दी गयी है। अब वह बेरोजगार हो गये हैं। जल्द से जल्द वेंडर जोन बनाकर जगह उपलब्ध करायी जाय ताकि रोजगार के अवसर बढ़े व बच्चे भूखे न रहे। वेंडरों ने कहा कि शहरी क्षेत्र में 3500 दुकानदार हैं। ये सभी सड़क के किनारे दुकान चलाते हैं।
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