लड़की ने पूछा- ‘काम शुरू करें’, जवाब मिला- ‘यस डार्लिंग’: फिर पूर्व MLA के परिवार के 8 लोगों का कत्ल; हिसार मर्डर केस, आज पार्ट-1

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लड़की ने पूछा- ‘काम शुरू करें’, जवाब मिला- ‘यस डार्लिंग’:  फिर पूर्व MLA के परिवार के 8 लोगों का कत्ल; हिसार मर्डर केस, आज पार्ट-1

लड़की ने पूछा- ‘काम शुरू करें’, जवाब मिला- ‘यस डार्लिंग’: फिर पूर्व MLA के परिवार के 8 लोगों का कत्ल; हिसार मर्डर केस, आज पार्ट-1

हरियाणा का जिला हिसार। एक पूर्व विधायक अपनी कोठी की दूसरी मंजिल पर एक कमरे में सो रहे थे। गैलरी उनके खर्राटे की आवाज से भरी हुई थी। तारीख थी 23 अगस्त, साल 2001 और वक्त रात के करीब 12 बजे। कोठी के अंदर से एक लड़की ने खिड़की के पास खड़े लंबे-चौड़े लड़क

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दोनों गले मिले, फिर पूर्व विधायक के कमरे की तरफ चल पड़े। लड़की खाट पर सो रहे पूर्व विधायक के पास गई और उनके चेहरे के सामने हाथ हिलाकर देखा। पूर्व विधायक बेसुध गहरी नींद में थे। धीमी आवाज में लड़की ने अपने साथी से पूछा- ‘काम शुरू करें?’

जवाब मिला- ‘यस डार्लिंग।’

दोनों ने हाथ मिलाए और ग्राउंड फ्लोर की तरफ चल पड़े।

वे स्टोर रूम से लोहे की एक भारी रॉड लेकर पूर्व विधायक के कमरे में लौटे। खर्राटे की आवाज अब भी गूंज रही थी। लड़की ने इशारा किया और लड़के ने पूरी ताकत से रॉड उठाकर पूर्व विधायक के सिर पर दे मारी। पूर्व विधायक के मुंह से आवाज आई- आह!! फौरन उनका दम निकल गया।

लड़की अपने साथी से गले लगी और बोली- ‘चलो, पहला काम तो हो गया।’

2 एकड़ जमीन पर बनी पूर्व विधायक रेलू राम पूनिया की कोठी। 23 अगस्त 2001 को इसी कोठी में 8 कत्ल हुए थे।

अब दोनों तीसरे फ्लोर की तरफ बढ़े। लड़के के कंधे पर खून से सनी लोहे की रॉड थी। कोठी में अब भी सन्नाटा पसरा था। पूर्व विधायक की पत्नी सवा महीने की बच्ची के साथ कमरे में सो रही थी।

वहां पहुंचने के बाद दोनों थोड़ा रुके, फिर लड़के ने पूर्व विधायक की पत्नी के सिर पर रॉड दे मारी।

बगल में बच्ची अब भी सो रही थी। उसे देखकर लड़की हिचकिचाई, लेकिन कुछ ही सेकेंड बाद बोली- ‘अगर ये बच गई, तो बदला लेगी। इसे क्यों छोड़ना।’

और अगले ही पल दोनों ने मिलकर रॉड से सवा महीने की बच्ची का सिर कुचल दिया।

लगातार तीन कत्ल करने के बाद दोनों वापस ग्राउंड फ्लोर के एक कमरे में आ गए। दोनों ने VCR पर कैसेट लगाकर एक थ्रिलर फिल्म देखी। उन दिनों CD प्लेयर नहीं होते थे, VCR का चलन था। दो घंटे बाद फिल्म खत्म हुई, तब लड़की ने कहा- ‘चलो अब आगे का काम निपटाते हैं।’

प्रेमी जोड़े ने सबसे पहले पूर्व विधायक रेलू राम पूनिया का सिर रॉड से कुचला। वे दूसरे फ्लोर पर एक कमरे में सो रहे थे। रॉड लगते ही उनका दम निकल गया।

अब दोनों पहले फ्लोर पर पूर्व विधायक के बेटे के कमरे की तरफ बढ़े। इस बार उनके हाथ में पिस्टल भी थी। कमरे में 27 साल का सुनील, उसकी 25 साल की पत्नी और 14 साल की बहन थी। ये तीनों जाग रहे थे, लेकिन हवेली में हुए कत्ल से अनजान थे।

लड़की ने सुनील की बहन से कुछ कहा और उसे अपने साथ दूसरे कमरे में लेकर चली गई। पीछे-पीछे उसका साथी भी वहां पहुंच गया।

सुनील की बहन अपने कमरे में पहुंचकर स्कूल यूनिफॉर्म पहनने लगी। यूनिफॉर्म पहनने के बाद जैसे ही वह बेड पर बैठी, पीछे से लड़की के साथी ने उसके सिर पर रॉड दे मारी। सुनील की बहन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। सिर से खून बहने लगा। पूरा बेड खून से सन गया।

दूसरा कत्ल पूर्व विधायक की पत्नी कृष्णा का हुआ, जो तीसरे फ्लोर पर सो रही थीं। उसके बाद उनके साथ सो रही सवा महीने की बच्ची का भी सिर कुचलकर मार डाला।

अब दोनों सुनील के कमरे में लौटे। लड़की ने कहा- ‘हमने तुम्हारे मां-बाप को मार दिया है।’

‘मेरे मां-पापा को मार दिया?’- सुनील ने लगभग चीखते हुए आवाज में पूछा।

लड़की ने झट से सुनील की कनपटी पर पिस्टल तान दी और बोली- ‘आवाज बिल्कुल नहीं। अब तुम अपनी पत्नी को सोफे से बांधो। अगर इसने एक शब्द भी बोला या चिल्लाई, तो दोनों को शूट कर देंगे।’

सुनील कांप गया। वह पत्नी को सोफे में लाल रंग की चुन्नी से बांधने लगा। पहले उसने पत्नी का हाथ बांधा, फिर मुंह। यह चुन्नी उसकी पत्नी ने ओढ़ रखी थी।

जैसे ही सुनील पत्नी को सोफे से बांधकर बेड पर बैठा, लड़के ने पीछे से सुनील के सिर पर रॉड दे मारी। सुनील वहीं धड़ाम से गिर गया।

पलक झपकते दोनों ने सुनील की पत्नी का सिर भी भारी भरकम रॉड से कुचल दिया। वह चीख भी नहीं पाई। उसका मुंह बंधा था।

अब कोठी में सिर्फ दो बच्चे बचे थे। वे बगल के कमरे में सो रहे थे। कुछ देर बाद दोनों ने मिलकर 4 साल और ढाई साल के दोनों बच्चों का भी कत्ल कर दिया।

लड़की ने पिस्टल तानकर सुनील को डराया फिर कहा कि वह अपनी पत्नी को बांधे। सुनील ने जैसे ही पत्नी को बांधा, लड़की के साथी ने उसके सिर पर रॉड दे मारी। स्केच- संदीप पाल

अब तक सुबह के 4 बज चुके थे। दोनों ने खून से सने कपड़े बदले। कपड़ों को एक बैग में पैक किया। लड़की अपने साथी से बोली- ‘इस बैग को लेकर चले जाओ। हमारा प्लान सक्सेसफुल हुआ। मैं तुम्हें चौराहे तक छोड़ देती हूं।’

लड़की ने लड़के को सूमो में बिठाया और कोठी से 2 किलोमीटर दूर लितानी मोड़ के पास सुरेवाला चौराहे पर उसे ड्रॉप कर दिया।

अब सुबह के 5 बच चुके थे। हर दिन की तरह दूधवाला रामफल कोठी में दूध देने आया। वह दरवाजे पर खड़ा घंटी बजा रहा था। बहुत देर बाद मेन गेट पर बैठा चौकीदार अमर सिंह बोला- ‘सभी सो रहे होंगे। तुम नीचे किचन में ही दूध रख दो।’

करीब डेढ़ घंटे बाद, सुबह साढ़े 6 बजे दोनों बच्चों को लेने के लिए स्कूल वैन पहुंची। ड्राइवर काफी देर तक हॉर्न बजाता रहा, लेकिन दरवाजा नहीं खुला और न ही कोई सुगबुगाहट हुई। चौकीदार अमर सिंह ने वैन वाले को जाने का इशारा किया और खुद रैंप से दूसरे फ्लोर की तरफ चल दिया।

पूर्व विधायक रेलू राम पूनिया सहित उनके परिवार के 8 लोगों के शव। इसमें 68 साल के बुजुर्ग से लेकर सवा महीने तक की बच्ची की लाश शामिल है।

रैंप चढ़ते-चढ़ते उसने नौकर को आवाज लगाई- ‘मैं ऊपर से बच्चों को लेकर आता हूं, तुम उन्हें मोटर साइकिल से स्कूल लेते जाना।’

दूसरे फ्लोर पर पहुंचते ही अमर सिंह की नजर एक लड़की पर पड़ी। उसके मुंह से झाग निकल रहा था। पूरा फ्लोर खून से रंगा था। वह कराहते बोली- ‘मुझे बचा लो। पति को कॉल कर दो।’

तभी अमर सिंह ने देखा कि सामने बेड पर स्कूल यूनिफॉर्म में पूर्व विधायक की 14 साल की बेटी खून से लथपथ पड़ी है। लाश देखते ही अमर सिंह के हाथ-पैर फूलने लगे, शरीर थरथराने लगा। लड़खड़ाते कदम से वह जैसे ही आगे बढ़ा, खून से सनी 6 फीट के पूर्व विधायक की लाश दिखी।

वह खून-खून, मर्डर-मर्डर… चीखते-चिल्लाते नीचे भागा। यह खबर आग की तरह गांव में फैल गई कि विधायक के कोठी में कत्ल हुए हैं। अमर सिंह भागता-भागता पूर्व विधायक के गांव उकलाना पहुंचा।

पूर्व विधायक के भाई राम सिंह मवेशियों को चारा खिला रहे थे। अमर सिंह कांप रहा था, लेकिन कुछ बोल नहीं पा रहा था।

राम सिंह ने पूछा- ‘क्या हुआ? सुबह-सुबह अचानक गांव…? सब ठीक है न !’ हकलाते हुए अमर सिंह सिर्फ इतना बोल पाया- मालिक, मालिक।

‘क्या मालिक-मालिक कर रहे हो? हुआ क्या, बताओ तो।’ राम सिंह ने झल्लाते हुए कहा।

अमर सिंह रोते हुए बोला- मालिक, मर्डर हो गया है।

‘मर्डर…!! किसका मर्डर’, राम सिंह ने चौंकते हुए पूछा।

‘बड़े मालिक का, दीदी का…।’

राम सिंह का बेटा जीत सिंह बरामदे की चौकी पर बैठा खेल रहा था। राम सिंह ने चिल्लाते हुए कहा- कोठी में मर्डर हो गया है, जल्दी चलो।

राम सिंह और जीत सिंह, दोनों अमर सिंह के साथ खेतों की मेढ़ लांघते हुए कोठी पहुंचे। पानी की पाइप से खून बह रहा था। जब राम सिंह दूसरे फ्लोर पर पहुंचे, तो सामने रेलिंग पास लुढ़की हुई एक लड़की मिली। ये 21 साल की सोनिया थी। पूर्व विधायक की बेटी और राम सिंह की भतीजी।

फर्श पर सोनिया लेटी हुई थी। उसके मुंह से झाग निकल रहा था। वह बार-बार पति को कॉल करने के लिए कह रही थी। स्केच- संदीप पाल

पूर्व विधायक की लाश फर्श पर पड़ी थी। अब राम सिंह की हिम्मत नहीं हो रही थी कि वह कमरे के भीतर दाखिल हो। उसने रुंधे हुए आवाज में अमर सिंह से कहा- ‘पुलिस को बुला दो।’

कुछ देर बाद उकलाना थाने की पुलिस पहुंची। एक-एक करके सारे कमरे खोले गए। कोठी के दूसरे और तीसरे फ्लोर पर, एक-दो नहीं, बल्कि 8-8 लाशें पड़ी थीं। सवा महीने से लेकर 68 साल तक की, परिवार के 8 लोगों का कत्ल हो चुका था। यह मर्डर था हिसार के पूर्व विधायक रेलू राम पूनिया, उनकी दूसरी पत्नी कृष्णा, बेटी पम्मा, बेटा सुनील, बहू शकुंतला, सुनील का बेटा लोकेश, बेटी शिवानी और प्रीति का।

पुलिस ने कोठी में छानबीन शुरू की। डायनिंग एरिया में पेस्ट्री केक की प्लेट और पटाखे मिले। एक कोने में खून से सनी 50 किलोग्राम की लोहे की रॉड मिली। दूसरे कमरे में कॉमिक्स, थ्रिलर, मर्डर करने के तरीके से जुड़ी किताबें और एक फिल्म का कैसेट रखा था।

50 किलो की इसी रॉड से प्रेमी जोड़े ने पूर्व विधायक के परिवार के 8 लोगों का कत्ल किया था।

पुलिस ने जब टेबल पर रखी किताबों को पलटना शुरू किया, तो पन्नों के बीच से एक कागज का टुकड़ा मिला। बगल में बिना ढक्कन के पेन रखा था। उस कागज पर एक चिट्ठी लिखी थी-

माई डियर संजीव,

मुझे माफ कर देना। मैं सभी को खत्म करने के बाद खुद को खत्म करने जा रही हूं। ये सभी मेरे साथ दुश्मन जैसा व्यवहार करते थे। मैं तुम्हारी गोद में एक बच्चा छोड़ कर जा रही हूं। उसका ख्याल रखना। मैंने अपने परिवार के साथ क्या किया, कैसे किया। कभी मेरे बेटे गोलू को मत बताना।

तुम अपना ध्यान रखना। हो सके, तो दूसरी शादी कर लेना। मैं अपना वादा नहीं निभा पाई। इसके लिए मुझे माफ करना। मैं इस दुनिया को अलविदा कह रही हूं।

आई लव यू संजीव। अगले जन्म में फिर तुमसे मिलूंगी।’

कमरे में मिली ये चिट्ठी किसने लिखी? कोठी में सभी मारे गए, लेकिन सोनिया कैसे बच गई? पुलिस के दिमाग में ये सारे सवाल कौंध रहे थे।

कल शनिवार को हिसार मर्डर केस के पार्ट-2 में पढ़िए, कैसे सुलझी इस सीरियल मर्डर की मिस्ट्री…

सभी रॉड से मारे गए, लेकिन सोनिया के मुंह से झाग निकल रहा था, उसके बयान से हैरान रह गई पुलिस

एक अकेली जिंदा सोनिया, हाथ में संजीव के नाम की चिट्ठी और सामने सवा महीने से लेकर 68 साल तक की 8 लाशें। पुलिस के लिए ये सब एक पहेली की तरह था। सोनिया के होश में आने पर हिसार के DSP मान सिंह ने उससे पूछताछ शुरू की। तभी फोरेंसिक टीम ने संजीव के नाम की मिली चिट्ठी का हैंडराइटिंग मिलान किया। पता चला कि यह लेटर किसी और ने नहीं, सोनिया ने ही लिखा था। पूरी कहानी कल यानी शनिवार को पढ़िए हिसार मर्डर केस पार्ट-2 में…