मलबे में दबकर चीखते रहे बेबस मजदूर: नियमों काे ताक पर रखकर रिहाइशी इलाके में चल रही थी फैक्ट्री, जुनैद की हालत गंभीर – Meerut News

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मलबे में दबकर चीखते रहे बेबस मजदूर:  नियमों काे ताक पर रखकर रिहाइशी इलाके में चल रही थी फैक्ट्री, जुनैद की हालत गंभीर – Meerut News

मलबे में दबकर चीखते रहे बेबस मजदूर: नियमों काे ताक पर रखकर रिहाइशी इलाके में चल रही थी फैक्ट्री, जुनैद की हालत गंभीर – Meerut News

मेरठ के जयभीमनगर में पंखे के पार्ट्स बनाने वाली फैक्ट्री में आग लोहे की भट्‌टी ओवर हीट होने के चलते लगी थी। इसी में ब्लास्ट के बाद दीवार गिर गई। आग में झुलसे बेबस मजदूर कई मिनट तक मलबे में दबकर चीखते रहे।

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पूरी फैक्ट्री रिहाइशी इलाके में सारे नियम कायदों को ताक पर रखकर चल रही थी। वहीं, मेडिकल अस्पताल में भर्ती बड़ौत निवासी 22 वर्षीय जुनैद 70 फीसदी झुलसने के कारण गंभीर है। जयभीमनगर निवासी 33 वर्षीय कुलदीप 40 फीसदी झुलस गया है। 35 वर्षीय

सीता देवी के दोनों हाथ जल गए हैं और 45 वर्षीय कश्मीरी का पेट जल गया है। फायर कर्मियों ने 20 मिनट में ही आग पर काबू पा लिया।

जयभीमनगर में घनी आबादी के बीच सुमित गुप्ता की पंखे के पार्ट्स बनाने की एमएक्सवे ब्रिलियंट नाम से फैक्ट्री है। इसमें लोहे के ग्रिल आदि बनाए जाते हैं। इसके लिए एलपीजी से चलने वाली लोहे की भट्‌टी का इस्तेमाल किया जाता है। ये रिहाइशी इलाका है। तीन मंजिला बिल्डिंग में पार्ट्स बनाने का काम होता था। सोमवार दोपहर को मैटीरियल पिघलाने वाली भट्‌टी से पार्ट्स बनाए जा रहे थे। ये भट्‌टी एलपीजी सिलेंडर से चलती है। फायर विभाग के अधिकारियों के मुताबिक भट्‌टी ओवर हीट होने के कारण फट गई। आग लगने से जिसकी वजह से वहां काम कर रहे मजदूर जुनैद, कुलदीप, सीता और कश्मीरी बुरी तरह झुलस गए। भट्‌टी इतने विस्फोट के साथ फटी की दीवार भी उड़ गई।

बुरी तरह से झुलसा जुनैद।

मेडिकल अस्पताल में भर्ती कुलदीप।

सीता के दोनों हाथ झुलस गए।

दीवार के मलबे में चारों मजदूर दब गए। धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोग पहुंचे और किसी तरह झुलसे मजदूरों को बाहर निकाला। झुलसे चारों लोगों की हालत देखकर लोग कांप उठे। जुनैद के सारे कपड़े जल चुके थे। पूरा शरीर झुलसा हुआ था। चारों बुरी तरह से चिल्ला रहे थे। उनकी हालत देखकर लोग विचलित हो गए। सूचना पर भावनपुर पुलिस और फायर विभाग की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची।

शुरुआत में पहले जहां माना जा रहा था कि आग गैंस के सिलेंडर की फटने की वजह से लगी है वहीं शाम को आग बुझने के बाद जांच में सामने आया कि धमाका भट्‌टी के फटने से हुआ था।

इस बिल्डिंग में लगी आग।

गनीमत रही कि गैस का सिलेंडर नहीं फटा। अगर सिलेंडर फट जाता तो आसपास के मकान भी आग की चपेट में आ जाते। फैक्ट्री में एक सिलेंडर भट्‌टी में लगा हुआ था, दूसरा कमरे में रखा था। लोगों का कहना था कि रिहाइशी इलाके में फैक्ट्री चल रही थी और कोई देखने वाला नहीं था। मेडिकल अस्पताल में भर्ती जुनैद की हालत सबसे ज्यादा गंभीर है। उसके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। लोगों ने बताया कि फैक्ट्री में 10 से 12 मजदूर काम करते हैं। सोमवार दोपहर को चार मजदूर मौके पर थे।

फैक्ट्री मालिक के खिलाफ दर्ज की जा रही रिपोर्ट

आग की सूचना पर एडीएम-ई और सदर देहात शिव प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए। ये अवैध फैक्ट्री परीक्षितगढ़ निवासी सुमित गुप्ता की है। हादसे के बाद से सुमित गुप्ता फरार है। भावनपुर थाना प्रभारी कुलदीप सिंह का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से जांच की जा रही है। अवैध रूप से फैक्ट्री संचालित किए जाने के मामले में सुमित गुप्ता के खिलाफ जांच रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। परिजनों ने किया मेडिकल में हंगामा

आग में झुलसे मजदूरों के परिजनों ने मेडिकल कॉलेज में जमकर हंगामा किया। परिजनों का कहना था कि झुलसे लोगों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।

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