Yogi Cabinet News: योगी ने राज्यपाल को सौंपी मंत्रियों की लिस्ट, संभावितों को चाय पर बुलाया…मंत्री पद की रेस में ये नाम सबसे आगे h3>
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में योगी आदित्यनाथ सरकार के शपथ ग्रहण (Yogi Adityanath Oath Taking Ceremony) की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। 25 मार्च यानी शुक्रवार की शाम 4 बजे योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) शुभ मुहुर्त में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस दौरान उनका नया कैबिनेट (Yogi Cabinet) का स्वरूप सामने आ जाएगा। सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार योगी सरकार 2.0 में 45 से 46 मंत्री शपथ ले सकते हैं। अटल बिहारी वाजपेयी स्टेडियम इकाना (Ekana Stadium) में योगी कैबिनेट का शपथ ग्रहण होगा। इससे पहले पर्यवेक्षक एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) की अध्यक्षता में एनडीए विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता चुन लिया गया। इसके बाद योगी ने राजभवन पहुंच कर राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया और मंत्रियों की लिस्ट भी सौंपी। संभावित मंत्रियों को योगी ने शुक्रवार की सुबह चाय पर बुलाया है।
विधायक दल का नेता चुने जाने के दौरान एनडीए के सहयोगी दलों अपना दल सोनेलाल और निषाद पार्टी ने योगी आदित्यनाथ को अपने विधायकों का समर्थन का पत्र सौंपा। सभी 273 विधायकों ने योगी के नेतृत्व में आस्था जताई। सीनियर विधायक सुरेश खन्ना ने योगी के नाम का प्रस्ताव दिया, जिसे विधायकों ने सहर्ष स्वीकार कर लिया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसके बाद राजभवन पहुंच कर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को 273 विधायकों के समर्थन वाला पत्र सौंपा। नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। राजभवन में उन्होंने नए मंत्रियों की लिस्ट भी सौंप दी है। राज्यपाल ने उन्हें नई सरकार बनाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है।
नए और पुराने मंत्रियों का रहेगा मिश्रण
योगी कैबिनेट में पिछली सरकार के मंत्रियों को भी शामिल किया जाएगा। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, पिछली सरकार में रहे 16 से 17 मंत्रियों को नई सरकार में भी जगह मिलेगी। वहीं, 28 से 30 नए चेहरे भी इकाना स्टेडियम में करीब 50 हजार लोगों के सामने शपथ लेते दिखाई देंगे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व इस बार के मंत्रिमंडल में बढ़ा दिख सकता है। जाट समुदाय ने जिस प्रकार से किसान आंदोलन से उपजी नाराजगी के बाद भी भाजपा पर भरोसा जताया, उसका ईनाम उन्हें योगी मंत्रिमंडल में स्थान देकर दिया जा सकता है। माना जा रहा है कि इस बार उनकी संख्या बढ़ने वाली है। वहीं, पूर्वांचल में पार्टी के खराब प्रदर्शन को देखते हुए इस इलाके को भी साधने का पूरा प्रयास किया जाएगा।
संभावित मंत्रियों को योगी ने चाय पर बुलाया
योगी आदित्यनाथ ने संभावित मंत्रियों को चाय पर बुलाया है। माना जा रहा है कि पिछली सरकार में डिप्टी सीएम रहे केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा को इस बार भी मंत्री बनाया जा सकता है। विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद केशव मौर्य और दिनेश शर्मा का योगी ने करीब तीन बार नाम लिया। इन दोनों का पोर्टफोलियो क्या होगा? इस पर सस्पेंस अभी बरकरार है। वहीं, पिछली सरकार में मंत्री रहे सिद्धार्थनाथ सिंह, जय प्रताप सिंह, ब्रजेश पाठक, सुरेश खन्ना, सतीश महाना, नंद गोपाल नंदी को चाय पर बुलाया गया है। इसके अलावा चाय पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह भी बुलाए गए हैं। उनके भी मंत्री बनने की चर्चा है। योगी की चाय पर 50 नेताओं को आमंत्रित किया गया है।
मंत्री बनने की रेस में ये नाम भी हैं आगे
मंत्री बनने की रेस में कई नाम आगे आए हैं। इसमें कांग्रेस से भाजपा में आई रायबरेली की विधायक अदिति सिंह का नाम सामने आ रहा है। इसके अलावा आईपीएस से कन्नौज विधायक बने असीम अरुण भी रेस में बताए जा रहे हैं। वहीं, सरोजनीनगर से विधायक राजेश्वर सिंह के नाम की भी चर्चा है। इनके अलावा मंत्री बनने की रेस में नोएडा विधायक पंकज सिंह, बलिया विधायक दयाशंकर सिंह का नाम तेजी से उछल रहा है।
विधायक दल का नेता चुने जाने के दौरान एनडीए के सहयोगी दलों अपना दल सोनेलाल और निषाद पार्टी ने योगी आदित्यनाथ को अपने विधायकों का समर्थन का पत्र सौंपा। सभी 273 विधायकों ने योगी के नेतृत्व में आस्था जताई। सीनियर विधायक सुरेश खन्ना ने योगी के नाम का प्रस्ताव दिया, जिसे विधायकों ने सहर्ष स्वीकार कर लिया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसके बाद राजभवन पहुंच कर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को 273 विधायकों के समर्थन वाला पत्र सौंपा। नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। राजभवन में उन्होंने नए मंत्रियों की लिस्ट भी सौंप दी है। राज्यपाल ने उन्हें नई सरकार बनाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है।
नए और पुराने मंत्रियों का रहेगा मिश्रण
योगी कैबिनेट में पिछली सरकार के मंत्रियों को भी शामिल किया जाएगा। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, पिछली सरकार में रहे 16 से 17 मंत्रियों को नई सरकार में भी जगह मिलेगी। वहीं, 28 से 30 नए चेहरे भी इकाना स्टेडियम में करीब 50 हजार लोगों के सामने शपथ लेते दिखाई देंगे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व इस बार के मंत्रिमंडल में बढ़ा दिख सकता है। जाट समुदाय ने जिस प्रकार से किसान आंदोलन से उपजी नाराजगी के बाद भी भाजपा पर भरोसा जताया, उसका ईनाम उन्हें योगी मंत्रिमंडल में स्थान देकर दिया जा सकता है। माना जा रहा है कि इस बार उनकी संख्या बढ़ने वाली है। वहीं, पूर्वांचल में पार्टी के खराब प्रदर्शन को देखते हुए इस इलाके को भी साधने का पूरा प्रयास किया जाएगा।
संभावित मंत्रियों को योगी ने चाय पर बुलाया
योगी आदित्यनाथ ने संभावित मंत्रियों को चाय पर बुलाया है। माना जा रहा है कि पिछली सरकार में डिप्टी सीएम रहे केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा को इस बार भी मंत्री बनाया जा सकता है। विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद केशव मौर्य और दिनेश शर्मा का योगी ने करीब तीन बार नाम लिया। इन दोनों का पोर्टफोलियो क्या होगा? इस पर सस्पेंस अभी बरकरार है। वहीं, पिछली सरकार में मंत्री रहे सिद्धार्थनाथ सिंह, जय प्रताप सिंह, ब्रजेश पाठक, सुरेश खन्ना, सतीश महाना, नंद गोपाल नंदी को चाय पर बुलाया गया है। इसके अलावा चाय पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह भी बुलाए गए हैं। उनके भी मंत्री बनने की चर्चा है। योगी की चाय पर 50 नेताओं को आमंत्रित किया गया है।
मंत्री बनने की रेस में ये नाम भी हैं आगे
मंत्री बनने की रेस में कई नाम आगे आए हैं। इसमें कांग्रेस से भाजपा में आई रायबरेली की विधायक अदिति सिंह का नाम सामने आ रहा है। इसके अलावा आईपीएस से कन्नौज विधायक बने असीम अरुण भी रेस में बताए जा रहे हैं। वहीं, सरोजनीनगर से विधायक राजेश्वर सिंह के नाम की भी चर्चा है। इनके अलावा मंत्री बनने की रेस में नोएडा विधायक पंकज सिंह, बलिया विधायक दयाशंकर सिंह का नाम तेजी से उछल रहा है।