योगी सरकार के इस मंत्री का दिल आया अखिलेश और मुलायम के बंगले पर

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उत्तर प्रदेश: यूपी में बंगले की चर्चा का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिस बंगले के कारण कुछ समय पहले यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव चर्चा में बने रहें अब उसी बंगले पर उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री ने अपना दावा ठोका है. इस बंगले में मंत्रियों से लेकर अफसर तक रहने का ख्वाब देख रहें है. इस पर स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह का दिल आया है. उन्होंने इस बंगले में रहने की इच्छा जताई है.

सिद्धार्थनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा

यूपी सरकार में मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिख दिया है. उन्होंने इस पत्र में मांग की है कि जो पूर्व सीएम के नाम से आवंटित बंगले खाली कराए जा रहें है, उनमे से मुझे 4 विक्रमादित्य मार्ग या 5 विक्रमादित्य मार्ग में से कोई एक बंगला आवंटित कराया जाए.

yogi minister siddharth nath singh wants akhilesh or mulayam singh bungalow 2 news4social -

उन्होंने आगे कहा कि जो बंगला अभी उनके पास है, वह आने वाले मेहमनों के हिसाब से काफी छोटा है, इसलिए इस असुविधा से बाहर निकलने के लिए मुझे राजधानी लखनऊ में विक्रमादित्य मार्ग पर मौजूद ये बंगला दिया जाए.

आपको बता दें कि इनमें से 5 विक्रमादित्य मार्ग पर समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव को दिया गया था, जिसको लेकर कुछ समय पहले काफी विवाद भी हुआ था. इस खाली बंगले में तोड़फोड़ किए जाने का मामला सामने आया था. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने 5 विक्रमादित्य मार्ग में स्थित अपने सरकारी बंगले की चाबी सरकार को सौंप दी है. वहीं कुछ समय पहले बंगले की कुछ तस्वीरें खूब तेजी से फैली जिसके कारण सियासी गलियारों में हलचल सी मच गई. आपको बता दें कि अखिलेश के बंगला खाली करने के बाद वहां से टूटी हुई टाइलों और उखड़ी हुई टोंटियों की तस्वीरें खूब तेजी से मीडिया में छाई है.

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अखिलेश ने क्या कहा सफाई में

उन्होंने कहा कि उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जारी है. जब मुझे वह घर मिला तो मैंने बंगले के निर्माण में खुद के पैसे लगाए थे. उन्होंने कहा कि आपने मेरे घर की टोंटी दिखाई, क्या मुख्यमंत्री के OSD वहां पर गए थे और उनके अलावा भी कई IAS ने वहां का दौरा किया था. उन्होंने कहा कि जिस दौरान हमें यह घर मिला था तब घर की हालत काफी बेकार थी, पिछले एक साल मैंने काम करवाया है.