World Forest Day: भारत का सबसे बड़ा वन क्षेत्र है मध्यप्रदेश, सीएम मोहन यादव ने बताया 'अमूल्य उपहार' h3>
World Forest Day :21 मार्च को पुरे दुनिया में विश्व वानिकी दिवस (World Forest Day)के रूप में मनाती है। इस दिन को मनाने के पीछे का मकसद लोगों को वनों और पेड़ों के महत्व को समझाना हैं। विश्व वानिकी दिवस पर जंगल और वनों के महत्व को समझाने के लिए मध्य प्रदेश के सिएम मोहन यादव और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चोहान ने अपने x अकाउंट पर सभी वन जीव एवं पर्यावरण प्रेमियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं दी। क्षेत्रफल की दृष्टि से देश का सबसे बड़ा वन क्षेत्र मध्य प्रदेश है।
भारत का सबसे बड़ा वन क्षेत्र एमपी
वन रिपोर्ट 2021 के अनुसार भारत का सबसे बड़ा वन क्षेत्रफल वाला राज्य मध्य प्रदेश का क्षेत्रफल 77493 km हैं। यहां बड़ी संख्या में जंगल होने के कारण कई वन्य प्राणियों के लिए भी अनुकूल वातावरण है। यही कारण है कि मध्यप्रदेश में कई वन्य प्रजातियां हैं और वो दिनों दिन बढ़ रही हैं।
बालाघाट में सबसे घना फारेस्ट
प्रदेश के सभी जिलों में सघन वन क्षेत्र के मामले में बालाघाट सबसे ऊपर है। यहां 1334 वर्ग किलोमीटर सघन वन क्षेत्र है। जबकि डिंडोरी 1033 वर्ग किलोमीटर के साथ दूसरे नंबर पर है और मंडला 751 वर्ग किलोमीटर के साथ तीसरे स्थान पर है। बालाघाट में सर्वाधिक 4997 वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र है।
क्या बोले सीएम मोहन यादव
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने x अकाउंट पर लिखा है कि हरे-भरे वन, चतुर्दिक हरियाली ही धरा का श्रृंगार हैं, जीवन का आधार हैं। वनों और वन संपदा के संरक्षण से ही प्रकृति की सेवा की जा सकती है। हमारे मध्यप्रदेश में मां नर्मदा के तट वन संपदा से समृद्ध हैं और हमारे लिए अमूल्य उपहार हैं। आइए, इस पावन अवसर पर हम वनों की रक्षा और वन संपदा के संरक्षण का संकल्प लें।
क्या बोले पूर्व सीएम शिवराज सिंह
एमपी के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आप सभी को “विश्व वानिकी दिवस” की हार्दिक शुभकामनाएं। पेड़-पौधे ही धरती का वास्तविक श्रृंगार हैं। पेड़-पौधों से हमारी धरा और समृद्ध होगी व हमें अधिक शुद्ध प्राणवायु प्रदान कर स्वस्थ जीवन जीने का आशीर्वाद प्रदान करेगी। आइए, विश्व वानिकी दिवस पर हम सब पर्यावरण बचाने की दिशा में योगदान देने और विशेष अवसर पर पौधरोपण का संकल्प लें।
मध्यप्रदेश में कितने नेशनल पार्क हैं
वैसे मध्य प्रदेश में कुल 12 राष्ट्रीय उद्यान है। यह एक बाघ अभयारण्य है। जो मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है। कान्हा को राष्ट्रीय उद्यान 1 जून 1955 को और बाघ अभयारण्य सन् 1973 में धोषित किया गया था।
कितने टाइगर रिजर्व हैं
मध्य प्रदेश को भारत का टाइगर स्टेट भी कहा जाता है।एमपी में 6 टाइगर रिजर्व है। (सतपुड़ा, पन्ना, पेंच, कान्हा, बांधवगढ़ और संजय दुबरी) टाइगर रिजर्व हैं। यहां पांच नेशनल पार्क और 10 सेंचुरी भी हैं। देश के हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश में पहली बार बाघों की संख्या 785 पहुंच गई है। मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट भी कहा जाता है।
किन-किन प्रजातियों के वन हैं
उष्णकटिबंधीय नम, उष्णकटिबंधीय शुष्क, उष्णकटिबंधीय कांटेदार, और उपोष्णकटिबंधीय चौड़ी पत्ती वाले पहाड़ी वन चार मुख्य प्रकार के वन हैं।