World Economic Forum: भारत की अर्थव्यवस्था का आने वाले समय में बजेगा डंका, दावोस में गूंजी इंडिया की ग्रोथ स्टोरी
विश्व आर्थिक मंच पब्लिक-प्राइवेट सहयोग के लिए काम करने वाली एक गैर-लाभकारी अंतरराष्ट्रीय संस्था है। इस मंच पर दुनिया भर के तमाम बड़े राजनेता और दिग्गज कारोबारियों समेत संस्कृति और समाज के लिए काम करने वाले लोगों को जगह दी जाती है। इनकी मदद से ग्लोबल, रीजनल और उद्योग से जुड़े मुद्दों पर बात की जाती है। इस फाउंडेशन को करीब 1000 मेंबर कंपनियों द्वारा फंड दिया जाता है, जिनमें खासकर ग्लोबल कंपनियां होती हैं, जिनका टर्नओवर 5 अरब डॉलर से भी अधिक होता है।
मंदी की आशंका के बीच भारत के आंकड़े काफी अच्छे रहे हैं। दिसंबर के महीने में लगातार 10 महीने जीएसटी कलेक्शन 1.40 लाख करोड़ रुपये के पार दिखाई दिया है। दिसंबर में सरकार ने 1,49,507 करोड़ का कलेक्शन किया है, जोकि एक साल पहले की समान अवधि में 15 फीसदी ज्यादा है। इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के मामले में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में भी दिसंबर के महीने में 20 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। इनकम टैक्स के डिपार्टमेंट के आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर के महीने में कुल डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 12.31 लाख करोड़ रुपये का देखने को मिला है।