भारत में बना 45 मीटर ऊंचा टेलिस्कोप, देखा जा सकेगा अंतरिक्ष का शानदार नज़ारा

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45 मीटर ऊंचा टेलिस्कोप
45 मीटर ऊंचा टेलिस्कोप

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान इसरो ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और बड़ी छलांग लगायी है। दरअसल इसरो ने एक ऐसे टेलिस्कोप को बनाया है जिसके द्वारा पृथ्वी से ही अंतरिक्ष के नज़ारों को देखा जा सकेगा। आइये इस बारें में विस्तार से जानते हैं।

यह टेलिस्कोप 45 मीटर है। यह लेह से 200 Km दूर हानले में स्थापित किया गया है। इस टेलिस्कोप को भाभा परमाणु अंसुधान केंद्र (BARC) में तैयार किया गया है। भारत में बने इस टेलिस्कोप के डिजाइन को BARC के साथ मिलकर तीन अन्य एजेंसियों ने भी तैयार किया है।

इसमें बेंगलुरु के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ एस्ट्रोपिजिक्स, मुंबई के टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च के नाम शामिल हैं। साथ ही इसके उद्योग पार्टनर इलेक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (EXIL) है। इसे EXILने लद्दाख स्थित हानले में स्थापित किया गया है।

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BARC के वैज्ञानिक अधिकारी निलेय भट्ट ने गुरुवार को नेशनल साइंस सेंटर में वैश्विक मेगा विज्ञान प्रदर्शनी-विज्ञान समागम की न्यूज़प्रेस में इस टेलिस्कोप के बारे में बताया। यह प्रदर्शनी नेशनल साइंस सेंटर में 21 जनवरी से 20 मार्च 2020 के दौरान आयोजित की जायेगी।

टेलिस्कोप की खासियत

निलेय भटट् के अनुसार इस टेलिस्कोप की मदद से गामा-रे को देखा जा सकेगा और इस पर एवं अंतरिक्ष के विभिन्न मामलों पर अध्ययन कर सकेंगे। इसे 356 छोटे शीशों से तैयार किया गया है। इसके नीचे एक कैमरा लगा है। शीशे में लगे रिफ्लेक्टर की मदद से अंतरिक्ष में मौजूद तस्वीरें कैमरे पर कैद हो हो जायेगी।

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छात्र भी देख सकते हैं

इस टेलिस्कोप की स्थापना 1 महीने पहले ही हुई है। इस टेलिस्कोप का नज़ारा देशभर के शिक्षण संस्थानों के छात्र भी कर सकेंगे। जल्द ही शिक्षण संस्थानों को भी पत्र लिखा जाएगा, ताकि उनके छात्र इस टेलिस्कोप को देख सकें।