इस मस्जिद में 4०० साल से क्यों नहीं पढ़ी गई नमाज़

397

कितनी आश्चर्य की बात है कि यूपी के गोरखपुर में ४०० साल से एक मस्जिद तो है, पर आजतक वहाँ किसी ने भी नमाज़ नहीं पढ़ी है …और अब वो मस्जिद भी खंडर बन चुकी है .

ये मस्जिद जैसा कि बताया जाता है कि ये मस्जिद किसी तवायफ से बनवाई गई थी. इसी कारण इस मस्जिद में नमाज़ नहीं पढ़ी जाती है. गोरखपुर के नासिराबाद इलाकें में ये मस्जिद मौजूद  है.. मस्जिद की देख- रेख करने वाला भी कोई नहीं है. लोगों के अनुसार मस्जिद की देख- रेख ऊपर वाला ही करता है वहां के लोगों को ये तक याद नहीं है की कब और किसने इस मस्जिद में नमाज़ पढ़ीं होगी.

मस्जिद के सामने है एक और मस्जिद

गोरखपुर के जिस इलाकें में ये  मस्जिद है वहीँ इसके सामने एक और मस्जिद है जहाँ लोगों का लगातार आना जाना होता है. पर वहीँ दूसरी तरफ इस पुरानी  मस्जिद को तवायफ़ के द्वारा  बनवाए जाने के कारण  मस्जिद में कोई  नमाज़ पढ्ने नहीं आता. मोहल्ले के एक बुजुर्ग का कहना है कि तवायफ की मंशा रही होगी वह दुनिया से जाने से  पहले मस्जिद का निर्माण करवा दें और लोग उसमें नमाज़ पढ़ने आएं. तो शायाद इस तरह उसके पाप धुल जाएंगें. लेकिन उसकी ये मंशा भी पूरी नही हुई क्योंकि गलत काम से कमाए गए पैसौं से धर्म से जुड़े  काम नहीं कराए जाते हैं.

कैसे बनवायी गयी थी मस्जिद

तकरीबन 1200 स्कवायर फिट में मौजूद इस मस्जिद की जगह पर साल 2000 में कुछ शरारती तत्वों के जरिए कब्जा करने की कोशिश की गयी थी. लेकिन मुसलमानों के विरोध के कारण यह मुमकिन नहीं हो सका. कुछ माह बाद मस्जिद के आगे खाली जमीन पर दुकानें बनवा दी गईं और इसकी देखरेख की जिम्मेदारी रिटायर्ड हाईडिल अफसर मोबिनुल हक को सौंप दी गयी ताकि इस जगह की हिफाजत हो सके.

Namaaz -