जानियें, किससे मिलेंगे ‘न्‍यू इंडिया’ के लिए पीएम मोदी?

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जानियें, किससे मिलेंगे ‘न्‍यू इंडिया’ के लिए पीएम मोदी?
जानियें, किससे मिलेंगे ‘न्‍यू इंडिया’ के लिए पीएम मोदी?

पीएम नरेंद्र मोदी एक नया कदम उठाने जा रहे हैं। जी हाँ, पीएम मोदी अब देश को एक नया पाठ पढ़ाने के लिए मैदान में आ चुके है। पीएम नरेंद्र मोदी स्टार्टअप्स और युवा उद्यमियों के ‘न्यू इंडिया’ बनाने की पहल करेंगे। इसके लिए पीएम देश के अनुभवी लोगों से मुलाकात करेंगे। ताकि वो जल्द ही इसे लोगों के बीच में ला सके।

खबर के मुताबिक, जिन अनुभवी लोगों से पीएम मुलाकात करेंगे उनमें नीति आयोग के प्रोग्राम ‘चैंपियंस ऑफ चेंज’ के तहत इस लिस्ट में बजाज ऑटो के राजीव बजाज, एस्कॉर्ट्स के निखिल नंदा, फ्यूचर रिटेल के अवनि बियानी, अपोलो हॉस्पिटल्स की संगीता रेड्डी, गोल्डमैन सैक्स के बंटी बोहरा, केकेआर के संजय नायर, हिंदुस्तान यूनिलीवर की प्रिया नायर और नौकरी डॉट कॉम के संजीव भीखचंदानी का नाम शामिल है। आपको बता दें कि सभी उद्योग जगत के दिग्गज पीएम के सामने प्रजेंटेशन देंगे। उद्योग जगत के ये दिग्गज खिलाड़ी किसानों की इनकम दोगुनी करने, भविष्य के शहर तैयार करने, मेक इन इंडिया, फाइनैंशल सेक्टर में सुधार और विश्व स्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर के अजेंडे के लिए सरकार को सलाह देंगे। साथ ही खबर यह भी है कि यह एक सोच है, इसे बाजार में कैसे उतारना है, इस पर चर्चा की जाएगी। साथ ही इंडस्ट्री के इन खिलाड़ियों को 6 ग्रुपों में बांटा गया है। साथ ही इन्हें इन टॉपिक्स पर रणनीति तैयार करने का काम दिया गया है।

आपको यह भी बता दें कि ये ग्रुप संस्थागत प्रक्रिया के तहत संबंधित मंत्रालयों के साथ जुड़ सकते हैं, ताकि यह तय किया जा सके कि अहम मुद्दों पर मार्गदर्शक की तरह काम कर सकें। 16 कैबिनेट मंत्री और अलग-अलग मंत्रालयों और विभागों के सचिव भी इस प्रजेंटेशन के दौरान मौजूद रहेंगे। आपको यह भी याद दिला दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते 212 स्टार्टअप फाउंडर्स और युवा उद्यमियों से मुलाकात की थी।

बनाये गये ग्रुप पीएम नरेंद्र मोदी और सीनियर मंत्रियों को अपने सुझाव देगा। इन ग्रुपों के लिए न्यू इंडिया 2022 टॉपिक को रखा गया है। साथ ही इस विषय को लेकर पीएम मोदी नीतिगत जानकारी प्राप्त करने के लिए उत्सुक है। नीति आयोग उनके सुझावों को रिकॉर्ड करने के लिए इन ग्रुपों के साथ मिलकर काम कर रहा है। यह इस बात पर भी काम करेगा कि किस तरह से इन सुझावों को आगे बढ़ाया जाता है। साथ ही यह ग्रुप इस बात पर भी काम करेगा कि कैसे न्यू-इंडिया को सफल बनाया जाए।
बहरहाल, सवाल यह खड़ा होता है कि क्या यह भी डिजीटल और स्टार्टअप इंडिया की तरह ही आगे बढ़ेगा।