सर्वप्रथम किशमिश की खोज कहाँ हुई थी और इसके फायदे ?

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सर्वप्रथम किशमिश की खोज कहाँ हुई थी और इसके फायदे ? ( Where was raisin first discovered and its benefits? )
सर्वप्रथम किशमिश की खोज कहाँ हुई थी और इसके फायदे ? ( Where was raisin first discovered and its benefits? )

सर्वप्रथम किशमिश की खोज कहाँ हुई थी और इसके फायदे ? ( Where was raisin first discovered and its benefits? )

किशमिश की खोज – अपने स्वास्थ्य को ठीक रखने तथा अच्छी सेहत के लिए हम कई तरह के फल फ्रूटो तथा ड्राई फ्रूटों का इस्तमाल करते हैं. आमतौर पर आपने देखा होगा कि किशमिस का बहुत अधिक प्रयोग किया जाता है. अगर हम घर में कोई स्वादिष्ट चीज बनाते हैं, तो उसमें भी काफी बार किशमिश का प्रयोग किया जाता है.

इसी कारण इससे संबंधित सवाल मन में पैदा होना स्वभाविक है. आमतौर पर लोगों के मन में सवाल होता है कि सर्वप्रथम किशमिश की खोज कहाँ हुई थी और इसके फायदे ? अगर आपके मन में भी ऐसा ही सवाल है, तो इस पोस्ट में इसी सवाल का जवाब जानते हैं.

किशमिश
किशमिश के फायदे

सर्वप्रथम किशमिश की खोज कहाँ या इतिहास –

अगर किशमिश शब्द की उत्पत्ति की बात करें, तो इस शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के रेसमस शब्द से हुई है. इसका अर्थ होता है – अंगुर या जामुन का गुच्छा. अगर इसके वैज्ञानिक नाम की बात करें, तो इसे ड्राई वितिस विनिफेरा कहा जाता है. ऐसा माना जाता है कि सबसे पहले फोनिसियन और अर्मेनियन में इसकी खेती की शुरूआत की गई थी.

इसके बाद वहां के लोगों ने इसका प्रयोग व्यापार के लिए करना शुरू कर दिया. उन्होंने रोमन और ग्रीस में जाकर इसको बेचना शुरू कर दिया. धीरे धीरे इसकी मांग में बढ़ोत्तरी होती गई. अर्मेनियाई को किशमिश का खोजकर्ता माना जाता है. वर्तमान समय में विश्व के अनेंक देशों में किशमिश को पसंद किया जाता है.

किशमिश की खोज
किशमिश और मुनक्का

किशमिश और मुनक्का में अंतर –

आपने किशमिश और मुनक्का के बारे में सुना होगा. काफी लोगों को इनके बीच अंतर नहीं पता होता है. दरअसल, वैसे तो किशमिश और मुनक्का दोनों ही अंगुर से बनते हैं. अगर आयुर्वेदिक नजरिये से देखें तो मुनक्का और किशमिश में अंतर होता है. इनको प्रयोग करने का तरीका भी अलग अलग होता है. किशमिश छोटे अंगुरों से बनती है तथा मुनक्का बड़े अंगुरों से तैयार किया जाता है. किशमिश बीज रहित पीले हल्के हरे रंग के साथ छोटी सी होती है , वहीं मुनक्का बीज के साथ में भूरा या काले रंग का बड़ा होता है. आमतौर पर घरों में खाना बनाने में किशमिश का ही ज्यादात्तर प्रय़ोग किया जाता है.

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किशमिश के फायदें –

काफी लोग किशमिश का प्रयोग करने से पहले इसके फायदों के बारे में जानने के इच्छुक होते हैं. लेकिन जितनी आकार में किशमिश छोटी होती है, उतने ही इसको खाने से फायदे होते हैं. इसके फायदों का वर्णन निम्नलिखित है-


किशमिश के अंदर फाइबर के साथ साथ कई विटामिन और मिनरल्स भी पाए जाते हैं. ये हार्ट अटैक या हाइपरटेंशन जैसी समस्याओं से हमे बचाव में मद्द कर सकते हैं.
100 ग्राम किशमिश को प्रयोग करने से हमारे शरीर को 50 एमजी कैल्सियम की प्राप्ति होती है. कैल्सियम हमारे शरीर के लिए बहुत ही आवश्यक होता है. इसकी वजह से हमारे दांत और हड्डिया मजबूत होती हैं.


अगर हम सुबह खाली पेट किशमिश का सेवन करते हैं, तो इससे हमारी पाचन शक्ति मजबूत होती है. इसकी वजह से हमारे पेट में गैस या कब्ज की समस्या नहीं होती है.
अगर जिसको ब्लड प्रेसर की समस्या है , उनके लिए भी खाली पेट किशमिश का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है.
इसको खाली पेट खाने से खून की कमी को दूर करने में भी मद्द मिल सकती है.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. News4social इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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