जानियें, अमित शाह ने गोरखपुर हादसें पर क्या कहा?

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जानियें, अमित शाह ने गोरखपुर हादसें पर क्या कहा?
जानियें, अमित शाह ने गोरखपुर हादसें पर क्या कहा?

बीते दिनों यूपी के गोरखपुर में एक बड़ा ही दर्दनाक हादसा हुआ, हादसें का शिकार मासूम बच्चें हुए। हादसा बहुत ही दर्दनाक है, जिसने देश-प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर कई सवाल खड़े किये। मामलें पर जमकर राजनीति भी की जा रही है। पक्ष-विपक्ष पार्टियां मामलें में अपनी-अपनी राजनीति को चमकाने से बाज नहीं आ रही है। कोई इस्तीफा मांग रहा है, तो कोई अपना बचाव कर रहा है। लेकिन कोई भी यह नहीं बता रहा है कि भविष्य में ऐसे हादसें नही होंगे, जिसकी तैयारियां की जा रही है। जी हां, हम बात कर रहे है, हाल ही में हुए गोरखपुर में बाल-हत्याकांड की। बीते कुछ दिनों से नेतागण इस पर बयानबाजी करते नजर आ रहे है, इसी कड़ी में आज बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह भी मैदान में उतर आये। आइये जानते है कि आखिर बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने क्या कहा?

आपको बता दें कि गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में हुई बच्चों की मौत पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि पहली बार ऐसा हादसा नहीं हुआ है। साथ ही उन्होंने इस पूरे घटना को एक हादसा बताते हुए कहा कि इस घटना की जांच चल रही है। जांच के परिणाम सामने आते ही सार्वजनिक कर दिए जाएंगे।

अमित शाह यहीं नहीं रूके, उन्होंने कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में कहा कि हम कांग्रेस की तरफ बिना जांच के किसी को भी हादसे का जिम्मेवार नहीं ठहराते, कांग्रेस का काम है इस्तीफा मांगना। इतने बड़े देश में बहुत सारे हादसे हुए, पहली बार ऐसा हादसा नहीं हुआ है। सरकार की इच्छा गरीब लोगों को मदद पहुंचाने की है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हादसे में बच्चों की मौत हुई है, उसका सबको दुख है। कृष्ण जन्माष्टमी अपनी जगह है, जैसे देश में होगी वैसे ही यूपी में भी लोगों की निजी आस्था के आधार पर मनाई जाएगी। यह सरकारी त्योहार नहीं है।
अमित शाह के बयानों पर गौर किया जाए तो साफ जाहिर होता है कि अमित शाह अपनी पार्टी का बचाव कर रहे है।

चलिए, मानते है कि देश में ऐसा हादसा पहली बार नहीं हुआ है, लेकिन शाह जी, इतना कहकर आप अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ने वाली बात कह रहे है। इसकी जगह आपने शायद यह कहा होता कि देश में ऐसे हादसें अब नहीं होंगे, सरकार कड़ी व्यवस्था कर रही है, तो शायद देश की जनता को थोड़ी राहत तो मिलती, लेकिन आपने क्या किया आप तो अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ने वाली बात कहकर राजनीति करने में जुट गये।

बहरहाल, कोई कुछ भी कहे लेकिन देश की जनता तो यही चाहती है कि आप और आपकी सरकार देश को ऐसे हादसों से फिर कभी न रूबरू कराएं। इसके लिए आप स्वास्थ्य व्यवस्था को सटीक और सुचारू बनाएं।