महिला हो या फिर पुरूष दोनों ही सेक्स के टॉपिक पर खुलकर बात नहीं कर पाते है वह इस पर बात करने से कतराते है. जिसके कारण वह ऑर्गेज्म तक नहीं पहुंच पाते है. ऐसे में वो सेक्स का मज़ा अधिक नहीं ले पाते और पार्टनर एक दूसरे से खुश नहीं हो पाते. ऑर्गेज्म पर महिला और पुरुष दोनों को बराबर का अधिकार हैं.
पुरुष तो चरम सुख तक पहुंच जाते हैं, लेकिन महिलाएं इस सुख से वंचित रह जाती हैं. तो चरम सुख तक पहुंच जाते हैं, लेकिन महिलाएं इस सुख से वंचित रह जाती हैं. भारतीय महिला बिस्तर पर अपने पार्टनर को खुश करना रहती है. इसलिए सेक्स के दौरान वह पुरुषों की बराबरी नहीं कर पाती हैं. यहीं कारण है कि आर्गेज्म तक नहीं पहुंच पाती है.
कभी-कभी रिलेशनशिप भावनात्मक राह से गुजर रही होती है, जिसका सेक्स लाइफ पर भी असर पड़ता है। कई महिलाओं के साथ इमोशन और सेक्स एक साथ चल रहे होते हैं. इस स्थित में महिला अपनी इच्छा पर काबू रखते हुए केवल अपने पार्टनर की जरूरत को ही पूरा कर पाती है. ऐसी में आर्गेज्म पाना उसके लिए बहुत दूर की बात है.
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ज्यादातर महिलाओं को अपने कामोत्तेजक अंगों के बारे में नहीं पता होता है, जिस वजह से वो अपने पार्टनर को आर्गेज्म तक पहुँचने के लिए गाइड नहीं कर पाती हैं. दरअसल कई महिलाओं के लिए केवल सेक्स ही काफी नहीं होता है. इस स्थिति में महिला अपनी इच्छा पर काबू रखते हुए केवल अपने पार्टनर की जरूरत को ही पूरा कर पाती है.