हम भगवान राम नही जो दलितों के घर भोजन करने से वह पवित्र हो जायेंगे : उमा भारती

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वक़्त बदल रहा है ,और वक़्त के साथ ज़माना भी ,ज़माने के साथ देश ,और देश के साथ बदल रहे है हम l जब सब कुछ बदल रहा है तो,राजनीति कैसे पीछे रहे l आजकल देश में एक अलग तरह की दलित  राजनीति का दौर है ,जिसमे नेता दलितों के घर जाकर खाना खा कर ये जताने की कोशिश करते है कि वह दलितों के हितैषी है l आपको बता दें कि बीते दिनों अमित शाह से लेकर राहुल गाँधी , योगी आदित्यनाथ से लेकर के रविशंकर प्रसाद तक ,कई बड़े नेता दलितों के घर जाकर खाना खाते दिखे l

नेताओं के बदले दलितों को हमारे घर भोजन पर आना चाहिए
जहा एक तरफ बीजेपी नेता एक के बाद एक दलित बहुल गाँवों में जाकर वहां भोजन कर रहे है ,वहीँ दूसरी तरफ बीजेपी की ही एक वरिष्ठ नेता ने इस दलित राजनीति पर अपनी एक अलग ही राय दी है l उन्होंने सुझाव  दिया है कि दलितों के घर जाकर भोजन करने की बजाय हमे उन्हें अपने घर खाने पर आमंत्रित करना चाहिए l
दरअसल केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि हम भगवान राम नही है ,कि जो दलितों के साथ भोजन करेंगे तो वह पवित्र हो जायेंगे l उन्होंने कहा कि जब दलित हमारे घर आकर हमारे साथ बैठकर भोजन करेंगे तब हम पवित्र हो जायेंगे l

uma bharti 1 news4social -

आपको बता दें कि बीते दिनों ,मंत्री येदियुरप्पा तुमकुरू में एक दलित कॉलोनी में भोजन करने पहुंचे तो वहाँ  उस दलित ने येदियुरप्पा के लिए पुलाव बनाया जो की उन्होने खाया नही बल्कि पास के रेस्टोरेंट से इडली और वड़ा मंगवाया जो उन्होंने अपने दूसरे साथियों के साथ मिलकर खायाl बाद में इसकी शिकायत जेडीएस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पास के एक पुलिस स्टेशन में कीl

अंदाजा लगाना मुश्किल है कि ,इस राजनीति को हम क्या नाम दें ?