Vivah Muhurat 2024 : साल 2024 में 61 दिन बजेगी शहनाई, देख लें विवाह मुहूर्त की पूरी लिस्ट h3>
भोपाल। इस साल की तरह अगले साल भी विवाह मुहूर्तों की कमी रहेगी। वर्ष 2024 में पूरे साल में 72 दिन लग्न मुहूर्त बन रहे हैं। अगले साल गुरु और शुक्र अस्त होने के कारण मई और जून माह में एक भी दिन विवाह के मुहूर्त नहीं रहेंगे। इसी प्रकार फरवरी माह में सबसे अधिक 20 दिन मुहूर्त रहेंगे। इस साल भी विवाह के मुहूर्त बेहद कम थे।
इन दिनों विवाह के शुभ मुहूर्तों में जमकर शादियां हो रही है। दिसम्बर माह में अब विवाह के सिर्फ सात मुहूर्त बाकि है। धनु की संक्रांति अर्थात खरमास के कारण 16 दिसम्बर से विवाह मुहूर्तों पर एक माह का ब्रेक लग जाएगा। खरमास का समापन मकर संक्रांति के साथ 15 जनवरी को होगा। इसके बाद विवाह मुहूर्तों की शुरुआत होगी।
खरमास के कारण भी आएगी बाधा
विवाह मुहूर्तों में खरमास के कारण भी बाधा आएगा। पहला खरमास 16 दिसम्बर से 15 जनवरी तक रहेगा तो दूसरा 15 मार्च से 16 अप्रेल तक मीन राशि की संक्रांति होने के कारण खरमास रहेगा। ऐसे मेें इस बीच विवाह मुहूर्त नहीं रहेंगे। खरमास 16 अप्रेल को समाप्त होगा, इसके बाद 18 अप्रेल से विवाह के मुहूर्तों की शुरुआत होगी, लेकिन 23 अप्रेल से शुक्र का अस्त हो जाएगा।
ज्योतिष मठ संस्थान के पं. विनोद गौतम का कहना है कि गुरु बल और शुक्र बल देखकर ही विवाह के योग बनते हैं। गुरु जहां संतान सुख, वंश वृद्धि प्रदान करते हैं, वहीं शुक्र दाम्पत्य जीवन में सुख, भौतिक सुविधाओं में वृद्धि करते हैं। इसलिए दोनों में से अगर एक भी ग्रह अस्त हो उस स्थिति में विवाह कार्य नहीं होते। अगले साल 23 अप्रेल से शुक्र अस्त हो जाएंगे जो 30 जून को उदित होंगे, इसी बीच 6 मई से गुरु अस्त भी रहेंगे और 2 जून को उदित होंगे। इन दोनों ग्रहों के अस्त होने के कारण मई और जून में लग्न मुहूर्त नहीं रहेंगे। ऐसे में 30 जून को शुक्र का उदय होने के बाद ही शादियों के मुहूर्तों की शुरुआत होगी।
फरवरी में सबसे ज्यादा 20 दिन रहेंगे मुहूर्त
विवाह मुहूर्त 2024
● जनवरी: 16, 17, 20,21,22 और 27 से 31— 11 दिन
● फरवरी: 1 से 8, 12, 13, 14, 17, 18, 19, 23 से 27 और 29 – 20 दिन
● मार्च: 1 से 7 और 11, 12 – 9 दिन
● अप्रेल: 18 से 22 5 दिन
● मई में शुक्र अस्त के कारण मुहूर्त नहीं जून में शुक्र अस्त के कारण मुहूर्त नहीं
● जुलाई: 3 और 9 से 15 – 8 दिन
● चातुर्मास के कारण अगस्त, सितम्बर, अक्टूबर में विवाह मुहूर्त नहीं
● नवम्बर: 16 से 18 और 22 से 26 —- 8 दिन
● दिसम्बर: 2 से 5, 9 से 13 और 14, 15 – 11 दिन
शुक्र दाम्पत्य जीवन में सुख और वंश वृद्धि देते हैं