Vikas Dubey ने थमाई थी रायफल, पुलिस एनकाउंटर में गिरफ्तार 25 हजार का इनामी उमेश त्रिवेदी
एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि शिवली थाना के कुढ़वा गांव के रहने वाले उमेश त्रिवेदी पर वर्ष 2022 में रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके बाद उस पर गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई थी। वह कई बार पुलिस को चकमा देकर फरार हो चुका था। उस पर 25 हजार का ईनाम घोषित किया गया था। रविवार को शिवली के मरहमताबाद हवाई पट्टी के पास मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया गया।
वह उन्नाव में रहने वाले अपने साढ़ू के यहां पनाह के लिए जाने की फिराक में था। इसकी भनक पुलिस को लग गई। पुलिस के पहुंचते ही उसने अवैध तमंचे से फायरिंग की। पुलिस ने घेराबंदी करके उसे पकड़ लिया। उसके पास से 315 बोर का एक तमंचा व एक कारतूस, एक खोखा बरामद हुआ है। एसपी ने उसे गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को ईनाम देने की घोषणा की है।
विकास दुबे ने बनवाया था रायफल का लाइसेंस
बिकरू गांव निवासी विकास दुबे को 2 दो जुलाई को पुलिस गिरफ्तार करने गई थी, उसने साथियों के साथ मिलकर पुलिस पर फायरिंग की थी। इसमें सीओ समेत आठ पुलिस कर्मी मारे गए थे। इसके बाद पुलिस ने विकास समेत उसके कई करीबी साथियों को एनकाउंटर में मार गिराया। वहीं इस मामले में 43 आरोपी जेल में बंद हैं।
विकास दुबे की राजनीतिक पकड़ जबरदस्त थी। उसने अपने रसूख के दम में बड़ी संख्या में शस्त्र लाइसेंस बनवाए थे। मुठभेड़ में पकड़े गए उमेश त्रिवेदी ने पुलिस को बताया कि उसके पास सिर्फ एक बीघा खेत है। विकास दुबे ने उसे रायफल का लाइसेंस बनवाया था। इसके बाद उस रायफल का इस्तेमाल विकास की गैंग में होने लगा।
विकास के दाहिने हाथ गुड्डन त्रिवेदी का भाई है उमेश
विकास दुबे का दाहिना हाथ कहे जाने वाला कुढ़वा निवासी पूर्व जिला पंचायत सदस्य अरविंद त्रिवेदी उर्फ गुड्डन त्रिवेदी बिकरू कांड का आरोपी है। वह इस समय माती जेल में बंद है। पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया उमेश गुड्डन का चचेरा भाई है। उसने पुलिस को बताया कि वह गुड्डन के माध्यम से ही विकास तक पहुंचा था। इसके बाद उसका गुजर बसर विकास की मेहरबानी से हो रहा था। दो जुलाई की घटना के बाद उमेश भूमिगत हो गया। 2022 में उसने अपने ही गांव के लोगों से रंगदारी मांगी थी। तब एफआईआर हुई। इसके बाद से फरार हो गया था।
इनपुट-गौरव राठौर