पैसा लेकर भागे विजय माल्या खुद को पाकदामन बता रहे हैं

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भारत के भगोड़े शराब व्यापारी वियजी माल्या एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। आज से विजय माल्या के एक्स्ट्राडीशन (प्रत्यर्पण) केस की सुनवाई लंदन के वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में शुरू होगी।

इस तरह से होगी पूरी कारवाई

सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, सुनवाई के दौरान जांच एजेंसी के अफसरों की टीम भी मौजूद रहेगी। इसकी अगुआई स्पेशल सीबीआई डायरेक्टर राकेश अस्थाना करेंगे। इस केस में ब्रिटेन की क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (सीपीएस) भारतीय अफसरों का पक्ष रख रही है। आपको बता दें कि आखिरी बार 21 नवंबर को माल्या कोर्ट में पेश हुए थे। और उन पर भारत की 17 बैंकों के 9,432 करोड़ रुपए बकाया हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह पिछले साल 2 मार्च को देश छोड़कर भाग गए थे। इसके बाद भारत ने ब्रिटेन से माल्या के एक्स्ट्राडीशन(प्रत्यर्पण) की गुजारिश की थी।

वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने सुनवाई के दौरान बताया कि 4, 5, 6, 7, 11, 12, 13 और 14 दिसंबर को इस मामले की सुनवाई करेगा। वहीं डिफेंस टाइम टेबल के मुताबिक, 24 दिसंबर को फैसला सुनाया जाएगा।

लिखित में क्लोजिंग आर्ग्यूमेंट सबमिट करने के दोनों पक्षों के बिजी शेडयूल पर जज ने सलाह दी कि नए साल में ओरल क्लोजिंग सबमिशन को खत्म करने के बजाय जनवरी में आधे दिन की सुनवाई रखी जा सकती है।

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कैसे शुरू हुआ ये केस

भारत ने इस साल 8 फरवरी को ब्रिटेन से उसके एक्स्ट्राडीशन (प्रत्यर्पण) की गुज़ारिश की थी। इसके बाद मार्च में ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने लंदन में अरुण जेटली से प्रोटोकॉल तोड़कर मुलाकात की थी। इस मुलाकात में माल्या को भारत को सौंपने पर चर्चा हुई थी। इस मुलाक़ात के बाद मार्च में यूके ने भारत को बताया था कि उसकी रिक्वेस्ट को विदेश मंत्रालय ने प्रमाणित कर दिया है।

लंदन एडमिनिस्ट्रेशन ने माल्या को रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर पहली बार 18 अप्रैल को गिरफ्तार किया था, लेकिन 3 घंटे में जमानत मिल गई थी।

फिर 3 अक्टूबर को मनी लॉन्ड्रिंग के दूसरे केस में माल्या को दूसरी बार गिरफ्तार  किया गया था। लेकिन इस बार भी माल्या को आधे घंटे के अंदर ज़मानत मिल गई।

 

खुद को बेगुनाह और आरोपो को झूठा कहा

कोर्ट में पेश होने से पहले विजय माल्या ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा- मैं कई बार कह चुका हूं कि मेरे खिलाफ आरोप झूठे, मनगढ़ंत और बेबुनियाद हैं। मुझे और कुछ नहीं कहना। कोर्ट में पेश दस्तावेज अपने आप में सबूत हैं। माल्या ने आगे कहा- मैं फैसला लेने वाला नहीं हूं। जो प्रोसीजर है, उसको फॉलो करूंगा। मेरे पास कहने को कुछ भी नहीं है।

 

माल्या को है जान का खतरा

विजय माल्या के वकील ने प्री-ट्रॉयल के दौरान कहा था कि भारत में उनके मुवक्किल की जान को खतरा है। इसके बाद प्रॉस्क्यूशन माल्या की सुरक्षा के बारे में ब्योरा देने की तैयारी में जुट गया।