Veer Mahan Exclusive Interview: भारत के लाल वीर महान की ललकार, WWE के रिंग में भिड़ने वाले हर पहलवान पीटूंगा

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Veer Mahan Exclusive Interview: भारत के लाल वीर महान की ललकार, WWE के रिंग में भिड़ने वाले हर पहलवान पीटूंगा


Veer Mahan Exclusive Interview: भारत के लाल वीर महान की ललकार, WWE के रिंग में भिड़ने वाले हर पहलवान पीटूंगा

Veer Mahan WWE Exclusive: माथे पर त्रिपुंड, गले में रुद्राक्ष की माला, लंबी दाढ़ी, रौद्र रूप… जी हां, यहां बात हो रही है भारत के लाल ‘वीर महान’ यानी रिंकू सिंह राजपूत की। यह वही वीर महान हैं, जिन्होंने वर्ल्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट (WWE) में अपने पहले ही मुकाबले में रे मिस्ट्रियो और डोमिनिक जैसे खूंखार पहलवानों की जोड़ी को धूल चटाकर रातों-रात सनसनी फैला दी थी। दिन प्रतिदिन इस भारतीय पहलवान की फैन फॉलोइंग बढ़ती जा रही है। उन्होंने जब पाकिस्तानी मूल के पहलवान मुस्तफा अली को खतरनाक अंदाज में पीटा तो हर पहलवान दहशत में आ गया। WWE के स्टार पहलवानों में अब उनका खौफ बढ़ता ही जा रहा है।

नवभारत टाइम्स से खास बातचीत में उन्होंने WWE के रिंग वाले अपने रौद्र रूप, रेसलिंग करियर और चुनौतियों के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने साथ ही कहा कि रिंग में जो भी उन्हें चुनौती देगा, उसकी पिटाई होगी ही। आइए देखते हैं उन्होंने क्या-क्या कहा…

बेसबॉलर से लेकर WWE के वीर महान तक का आपका सफर कैसा रहा?
सबसे पहले भारत से जो मुझे प्यार मिल रहा है, ये भारतवासियों को बड़प्पन है जो मुझे इतना सम्मान दे रहे हैं। बेसबॉल का मेरा सफर बहुत मुश्किल रहा है, लेकिन जैसे-जैसे समय बितता गया, वैसे-वैसे चीजें आसान होती गईं। करीब साढ़े आठ साल खेलने के बाद जब मैं WWE में आया, तो वो सफर भी कठिनाइयों से भरा हुआ था। क्योंकि एक फील्ड को छोड़कर दूसरे क्षेत्र में आना इतना आसान नहीं होता है। इस वजह से मुझे चीजों को अपनाने और उनमें बदलाव करने में थोड़ा समय लग गया। लेकिन उन सभी कठिनाइयों से निकलने के बाद अब मैं वीर महान के तौर पर आपके सामने हूं।

बेसबॉलर और रेसलर दोनों ही अलग-अलग स्पोर्टस हैं, ऐसे में एक फील्ड को छोड़कर जब आपको रेसलिंग में उतरना था, तब आपको किस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा?
मुझे लगता है कि सारी चुनौतियां एक जैसी ही होती हैं। आपको लगता है कि आप आगे नहीं बढ़ सकते हैं या फिर किसी काम को आप नहीं कर सकते हैं। मगर चुनौतियां ये ही अहसास कराती हैं। अगर चुनौतियों से डटकर मुकाबला किया जाए, तो मुझे नहीं लगता कि कोई भी चैलेंज आपकी राह में रुकावट पैदा कर सकता है। मेरे सामने भी जो चैलेंजेज रहे हैं, उसका मैंने डटकर सामना किया है, चाहे वो बेसबॉल में रहा हो या फिर रेसलिंग में। हालांकि कुछ फिजिकली चीजें मेरे लिए चुनौती भरी जरूर थीं, जैसे शरीर का वजन बढ़ाना, बॉडी को एक नया लुक देना। बेसबॉल की बॉडी और ट्रेनिंग दोनों बहुत अलग थे, लेकिन WWE की ट्रेनिंग और जो लुक है, वो बिलकुल हटके है। तो उसके लिए मुझे काफी तैयारी करनी पड़ी थीं। मैंने बॉडी को लुक देने और रेसलिंग की जरूरत को पूरा करने में बहुत साल गुजारे हैं। ये आसान नहीं था, पर जब मेहनत करनी होती है, तो चीजें आसान होती जाती हैं।

बेसबॉल की बॉडी और ट्रेनिंग दोनों बहुत अलग थे, लेकिन WWE की ट्रेनिंग और जो लुक है, वो बिलकुल हटके है। तो उसके लिए मुझे काफी तैयारी करनी पड़ी थीं। मैंने बॉडी को लुक देने और रेसलिंग की जरूरत को पूरा करने में बहुत साल गुजारे हैं। ये आसान नहीं था, पर जब मेहनत करनी होती है, तो चीजें आसान होती जाती हैं।

वीर महान, WWE पहलवान

आज के समय में WWE की रिंग में हर कोई आपसे डरता है, लेकिन आपकी बात करें तो क्या कोई ऐसा प्लेयर है, जिसको देखकर आपको लगता हो कि इसका तो जोर का पड़ता है?
देखिए, हम भारतवासी हैं, मैं जिस मिट्टी से ताल्लुक रखता हूं, वहां से मुझे नहीं लगता कि डर नाम की कोई चीज मेरे अंदर है। रिंग में चाहे ब्रोक लेसनर हों या फिर रोमन रेंज या कोई और मैं उसी मजबूती के साथ खड़ा रहूंगा। मेरे मन में कभी किसी को देखने के बाद ये नहीं आया कि ये तगड़ा है। मुझे अपनी मेहनत पर विश्वास है। मुझे पता है कि मैं जो मेहनत कर रहा हूं, उसके दायरे में चाहे कोई भी खड़ा हो, वे सब पराजित ही होंगे।

आज WWE में भारत की तरफ से कई प्लेयर्स को मौका दिया जा रहा है, जबकि एक लंबा समय वो भी रहा है, जिसमें रिंग में कोई इंडियन प्लेयर सालों तक नजर नहीं आया है। इस बदलाव के पीछे आपको क्या वजह लगती है? इसके पीछे 130 करोड़ लोग हैं या कुछ और?
भारत में इस रेसलिंग के जीतने फैंस हैं, उनकी हमेशा से ये मांग रही है कि उन्हें उनका हीरो दिया जाए। मुझे लगता है कि ग्रेट खली के बाद ऐसा कोई नहीं हुआ है, जिसे हमारे देश के लोग चीयर्स कर सकें। इसलिए मुझे लगता है कि कहीं न कहीं भारत के लोगों की जो मांग थी, वो डब्ल्यूडब्ल्यूई और सोनी स्पोर्ट्स ने पूरी कर दी है और कर रहे हैं। मैं खुद निजी तौर पर चाहूंगा कि भारत से और टैलेंट आए व उनको मौका दिया जाए, जिससे वे भारत का नाम रोशन कर सकें।

हम देखते आए हैं कि कई पुराने प्लेयर्स जैसे अंडरटेकर, हल्क कई सालों तक रिंग में अपना दम दिखाते हैं या दिखा रहे हैं, लेकिन भारतीय प्लेयर्स फेमस होने के बावजूद कुछ साल ही रिंग में नजर आते हैं, इसके पीछे क्या वजह मानते हैं?
देखिए इसके पीछे कई कारण हैं। पहला, जैसे हमारा शरीर कभी-कभी किसी काम को ज्यादा दिन तक करता है, तो बॉडी खुद कहती है कि मुझसे ये काम नहीं होगा, तो रिंग को छोड़ना पड़ता है। दूसरा, बहुत से सुपरस्टार्स हैं, जो लगातार रिंग में नजर आते हैं, लंबे समय तक खेलते हैं, क्योंकि वो फैंस व रिंग से बहुत जुड़े हाेते हैं। ग्रेट खली साहब कुछ सालों तक नजर आए, क्योंकि उन्हें वापस अपने देश अपने परिवार के पास जाना था। हम अपने घर-परिवार सबसे दूर रहते हैं। मैं भी यहां पर परिवार, देश सबसे दूर हूं, कितना दिन सर्वाइव कर पाएंगे? तो यहीं पर बात आ जाती है कि आप कितना समय तक करना चाहते हैं, उसी हिसाब से तैयारियां भी करनी पड़ती हैं।

ग्रेट खली साहब कुछ सालों तक नजर आए, क्योंकि उन्हें वापस अपने देश अपने परिवार के पास जाना था। हम अपने घर-परिवार सबसे दूर रहते हैं। मैं भी यहां पर परिवार, देश सबसे दूर हूं, कितना दिन सर्वाइव कर पाएंगे? तो यहीं पर बात आ जाती है कि आप कितना समय तक करना चाहते हैं, उसी हिसाब से तैयारियां भी करनी पड़ती हैं।

वीर महान, WWE पहलवान

रिंग में आपके ग्रेट लुक के करोड़ों फैंस हैं। तो इस लुक को अपनाने के पीछे की कहानी क्या है और इस लुक को बनाने में आपको कितना समय लगता है?
जब मैं WWE में आया तो मुझे लगा कि ऐसा कुछ किया जाए, जिससे भारत का नाम रोशन हो और देश की संस्कृति, सभ्यता को आगे बढ़ाया जाए। जब हम अपने माथे पर त्रिपुंड लगाते हैं, तो हमें उसमें थोड़ा समय लगता है, क्योंकि कभी-कभी मैच जल्दी होता है और समय कम, तब उस वजह से हमें 45 से 50 मिनट पहले ही लुक की तैयारी शुरू करनी पड़ती है। अगर सोच की बात करें तो एक साल लग गया था ये सोचने में कि कौन सा गेटअप अपनाया जाए।

navbharat times -वीर महान ने पाकिस्तानी रेसलर को मार-मारकर किया अधमरा, तिलमिलाकर मुस्तफा अली बोला- बेइमान इंसान



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