Valmiki Jayanti : मोहन भागवत बोले- वाल्मीकि जयंती राष्ट्रीय उत्सव… RSS पूरी ताकत से समाज के साथ खड़ा है

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Valmiki Jayanti : मोहन भागवत बोले- वाल्मीकि जयंती राष्ट्रीय उत्सव… RSS पूरी ताकत से समाज के साथ खड़ा है

Valmiki Jayanti : मोहन भागवत बोले- वाल्मीकि जयंती राष्ट्रीय उत्सव… RSS पूरी ताकत से समाज के साथ खड़ा है

कानपुर: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ केसर संघचालक मोहन भागवत तीन दिनों के प्रवास पर कानपुर में हैं। मोहन भागवत ने नानाराव पार्क में चल महर्षि वाल्मीकि जन्मोत्सव कार्यक्रम में शिरकत की। वाल्मीकि समाज को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जयंती हमारे लिए राष्ट्रीय उत्सव है। आरएसएस की जितनी ताकत है उस ताकत के साथ संगठन खड़ा है। हमारे लोग आपके पास स्वयं आयेंगे। आपको आने की जरूरत नहीं। उन्हें पता है कि पूरा हिंदू समाज हमारा है। इस दौरान संघ प्रमुख ने महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया।

रविवार को सर संघचालक मोहन भागवत ने महर्षि वाल्मीकि जन्मोत्सव कार्यक्रम में अनुसूचित जाति के लोगों को संबोधित किया। उन्होने कहा कि वाल्मीकि जयंती के पुण्य पर्व पर मैं यहां आकर खुद को धन्य मान रहा हूं। मैं मिठाई नहीं बताशा बनकर रहूंगा। नागपुर में पहले वाल्मीकि मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में मैं शामिल हो चुका हूं। समस्त हिंदू समाज में वाल्मीकि समाज का वर्णन क्यों नही कराना चाहिए। वाल्मीकि अगर रामायण नहीं लिखते तो हमें भगवान राम के बारे में पता ही नहीं होता। वाल्मीकि को रामायण के लिए नारद जी ने प्रेरित किया था। भगवान वाल्मीकि के चलते देश मे भगवान राम की पूजा होती है। राम नाम के साथ रामायण श्लोक गाने वाले बाल्मीकि का स्मरण हो।

वाल्मीकि समाज को आगे लाना है
भागवत ने कहा कि करुणा को धर्म का एक पैर माना जाता है। इसके बिना मनुष्य का ज्ञान, तपस्या किसी काम की नहीं होता है। वाल्मीकि के मुख से जो श्लोक प्रकट हुए, उनको भी नहीं पता था। वाल्मीकि ने भगवान राम को बताने के लिए रामायण की रचना कर दी। शस्त्र-शास्त्र की शिक्षा वाल्मीकि आश्रम में लवकुश को मिली। वाल्मीकि समाज काफी पीछे है जिसे आगे लाना है।

वाल्मिकी रामायण पढ़कर काबिल बना जा सकता है
कानून बना है वाल्मीकि समाज पीछे हैं लेकिन इन्हें आगे लाना होगा। बाबा साहेब कहते थे अस्पृश्य एक दिन सबके साथ समाज में बैठेंगे। लेकिन समाज में सभी को मन बदलना होगा। 1925 में डॉक्टर हेडगेवार ने सामाजिक समरसता और अपनेपन का भाव लाने का काम किया। वाल्मिकी रामायण पढ़कर लायक बना जा सकता है। वाल्मिकी जी सम्पूर्ण हिंदू समाज के लिए गौरव, आराध्य हैं बहुत महत्वपूर्ण हैं।

लक्ष्य लेकर आगे बढ़ना होगा
भागवत ने कहा कि संविधान के हिसाब से कानून व्यवस्था के हिसाब से काम करना चाहिए। ये समाज अपना है, भारतवर्ष अपना है जो सदेव रहेगा। कानून व्यवस्था में स्वयं सेवकों की सहायता मिलेगी, शिक्षा में भी मदद करेगा आरएसएस। अपने मन की संवेदना और संस्कार, नशा और खराब आदतों को छोड़ना होगा। बराबरी के साथ का लक्ष्य लेकर सबको आगे बढ़ना होगा। संघ के स्वयं सेवक सब जानते हैं, आप के समाज के लोग शाखा में जाएं और कार्यप्रणाली समझे। 25 साल बाद ऐसी स्थिति आयेगी कि सब आपको सम्मान देंगे। दुनिया कहेगी कि वाल्मिकी जी ने उपकार किया है।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम
कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने सर संघचालक मोहन भागवत के लिए खास सुरक्षा चक्र तैयार किया है। मोहन भागवत के कार्यक्रम स्थलों पर ड्रोन से निगरानी की जाएगा। इसके साथ ही चप्पे-चप्पे में सीसीटीवी, पीपीजेड कैमरे लगाए गए हैं। सुरक्षा के लिए पुलिस, पीएसी, पैरामिलिट्री, आरएएफ को तैनात किया गया है। ड्यूटी के लिए गैरजनपदों से भी फोर्स को मंगाया गया है। इस दौरान पुलिस अभियान चलाकर होटल, धर्मशालाओं, किराए में रहने वालों लोगों की चेकिंग की।
इनपुट- सुमित शर्मा

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