US Student debt crisis: कर्ज में डूबे हैं अमेरिकी स्टूडेंट्स, एक चौथाई से अधिक हो चुके हैं डिफॉल्ट!
नई दिल्ली: अमेरिका में छात्रों पर कर्ज का मुद्दा (US student debt) एक बार फिर सुर्खियों में है। देश में 4.5 करोड़ लोगों पर 1.8 लाख करोड़ डॉलर स्टूडेंट लोन है। यह क्रेडिट कार्ड और ऑटो लोन से भी ज्यादा है। पिछले एक दशक में इसमें करीब 150 फीसदी तेजी आई है। विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति जो बाइडेन की सरकार से स्टूडेंट डेट माफ करने की मांग की है।
वेरमोंट से सीनेटर और सीनेट बजट कमेटी के चेयरमैन बर्नी सैंडर्स (Bernie Sanders) के एक ट्वीट से अमेरिका में स्टूडेंट लोन संकट का पता चलता है। उन्होंने लिखा, ‘यह कैसे हो सकता है कि स्टूडेंट लोन रिफाइनेंसिंग कंपनी SoFI एलए रैम्स फुटबॉल स्टेडियम में अपना नाम दिखाने के लिए 62.5 करोड़ डॉलर खर्च कर सकती है जबकि 4.5 करोड़ अमेरिकी 1.8 लाख करोड़ डॉलर के स्टूडेंट डेट (student debt) में डूबे हैं। राष्ट्रपति के लिए स्टूडेंट लोन माफ करने के लिए आज का दिन अच्छा हो सकता है।’
क्रेडिट कार्ड और ऑटो लोन
देश में स्टूडेंट डेट 1.8 लाख करोड़ डॉलर है जो क्रेडिट कार्ड और ऑटो लोन से अधिक है। बैचलर डिग्री पाने वाले छात्र पर औसत कर्ज पिछले तीन दशक में बढ़कर तीन गुना हो चुका है। तीन दशक पहले यह 10 हजार डॉलर था जो अब 30 हजार डॉलर पहुंच गया है। माना जा रहा है कि स्टूडेंट लोन लेने वाले लोगों में से एक चौथाई से अधिक डिफॉल्ट हो चुके हैं।
अमेरिका में इससे पहले कभी भी लोन माफ नहीं किया गया है। जानकारों का कहना है कि 2008 में वित्तीय संकट के बाद मोर्टगेज पर टैक्स माफ किया गया था। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने चुनावी प्रचार में छात्रों का 10,000 डॉलर तक का कर्ज माफ करने का वादा किया था। अगर सरकार ऐसा करती है तो उस पर करीब 377 अरब डॉलर का बोझ पड़ेगा लेकिन इससे स्टूडेंट डेट में डूबे लोगों की संख्या घटकर करीब तीन करोड़ रह जाएगी।
कितना पड़ेगा बोझ
कई विपक्षी सांसद 50,000 डॉलर तक कर्ज माफ करने की मांग कर रहे हैं। इससे सरकार पर 1.049 लाख करोड़ डॉलर का बोझ पड़ेगा लेकिन तब केवल 80 लाख अमेरिकी लोगों पर ही स्टूडेंट लोन रह जाएगा। पूरा स्टूडेंट लोन माफ करने पर सरकार पर 1.8 लाख करोड़ डॉलर का बोझ पड़ेगा और इसके बाद कोई भी फेडरल स्टूडेंट लोन कर्जदार नहीं रहेगा। अमेरिका में हर साल 40 से 50 लाख लोग स्टूडेंट लोन लेते हैं।
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वेरमोंट से सीनेटर और सीनेट बजट कमेटी के चेयरमैन बर्नी सैंडर्स (Bernie Sanders) के एक ट्वीट से अमेरिका में स्टूडेंट लोन संकट का पता चलता है। उन्होंने लिखा, ‘यह कैसे हो सकता है कि स्टूडेंट लोन रिफाइनेंसिंग कंपनी SoFI एलए रैम्स फुटबॉल स्टेडियम में अपना नाम दिखाने के लिए 62.5 करोड़ डॉलर खर्च कर सकती है जबकि 4.5 करोड़ अमेरिकी 1.8 लाख करोड़ डॉलर के स्टूडेंट डेट (student debt) में डूबे हैं। राष्ट्रपति के लिए स्टूडेंट लोन माफ करने के लिए आज का दिन अच्छा हो सकता है।’
क्रेडिट कार्ड और ऑटो लोन
देश में स्टूडेंट डेट 1.8 लाख करोड़ डॉलर है जो क्रेडिट कार्ड और ऑटो लोन से अधिक है। बैचलर डिग्री पाने वाले छात्र पर औसत कर्ज पिछले तीन दशक में बढ़कर तीन गुना हो चुका है। तीन दशक पहले यह 10 हजार डॉलर था जो अब 30 हजार डॉलर पहुंच गया है। माना जा रहा है कि स्टूडेंट लोन लेने वाले लोगों में से एक चौथाई से अधिक डिफॉल्ट हो चुके हैं।
अमेरिका में इससे पहले कभी भी लोन माफ नहीं किया गया है। जानकारों का कहना है कि 2008 में वित्तीय संकट के बाद मोर्टगेज पर टैक्स माफ किया गया था। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने चुनावी प्रचार में छात्रों का 10,000 डॉलर तक का कर्ज माफ करने का वादा किया था। अगर सरकार ऐसा करती है तो उस पर करीब 377 अरब डॉलर का बोझ पड़ेगा लेकिन इससे स्टूडेंट डेट में डूबे लोगों की संख्या घटकर करीब तीन करोड़ रह जाएगी।
कितना पड़ेगा बोझ
कई विपक्षी सांसद 50,000 डॉलर तक कर्ज माफ करने की मांग कर रहे हैं। इससे सरकार पर 1.049 लाख करोड़ डॉलर का बोझ पड़ेगा लेकिन तब केवल 80 लाख अमेरिकी लोगों पर ही स्टूडेंट लोन रह जाएगा। पूरा स्टूडेंट लोन माफ करने पर सरकार पर 1.8 लाख करोड़ डॉलर का बोझ पड़ेगा और इसके बाद कोई भी फेडरल स्टूडेंट लोन कर्जदार नहीं रहेगा। अमेरिका में हर साल 40 से 50 लाख लोग स्टूडेंट लोन लेते हैं।
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