UPSC Exam Tips: आईएएस शुभंकर प्रत्यूष पाठक ने पहले ही प्रयास में पाई 11वीं रैंक, पढ़ें सीएसई तैयारी के टिप्स

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UPSC Exam Tips: आईएएस शुभंकर प्रत्यूष पाठक ने पहले ही प्रयास में पाई 11वीं रैंक, पढ़ें सीएसई तैयारी के टिप्स

UPSC Exam Tips: आईएएस शुभंकर प्रत्यूष पाठक ने पहले ही प्रयास में पाई 11वीं रैंक, पढ़ें सीएसई तैयारी के टिप्स


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UPSC IAS Success Tips : अगर आप भी यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं, तो पहले ही प्रयास में 11वीं रैंक पाने वाले आईएएस अधिकारी शुभंकर प्रत्यूष पाठक के ये टिप्स पढ़ना आपके लिए प्रेरणादायी साबित होगा। मूल रूप से बिहार के शुभंकर प्रत्यूष पाठक ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की, फिर अगस्त 2020 में सिस्को सिस्टम्स में एक सॉफ्टवेयर डेवलपर के रूप में शामिल हुए। लेकिन उनकी मंजिल थी सिविल सर्विसेज। उनके पिता भी सिविल सेवा में हैं। शुभंकर कहते हैं, ‘करियर के रूप में सिविल सर्विसेज ने मुझे शुरुआत से ही आकर्षित किया।’ तारीफ की बात ये कि योजनाबद्ध तैयारी के साथ उन्होंने पहले ही प्रयास में 11वीं रैंक हासिल कर ली।

क्या था टाइमटेबल?

शुरुआत के छह महीने के बाद उन्होंने जॉब छोड़कर तैयारी करने का फैसला लिया। एक डिजिटल साक्षात्कार में वह बताते हैं कि उनके माता-पिता चाहते थे कि वह एक साल का जॉब एक्सपीरिएंस ले लें। खुद शुभंकर भी उलझन में थे। लेकिन उन्हें कंटेंट सहजता से समझ आ रहा था और भरोसा था कि जॉब छोड़कर तैयारी करें, तो पास हो जाएंगे। हालांकि, उन्होंने प्लान बी के तौर पर एमबीए करने की योजना भी बना रखी थी। पर इसकी जरूरत ही नहीं पड़ी। क्योंकि नौकरी छोड़ने के बाद उन्हें समय मिलना शुरू हुआ। वह दिन के पहले आधे हिस्से में ऑप्शनल की तैयारी और दूसरे आधे हिस्से में जनरल स्टडीज की तैयारी करते थे।

ऐसे की तैयारी:

वह बताते हैं, ‘मैंने टॉपर्स के ब्लॉग पढ़े, वीडियो देखे और किताबों की लिस्ट तैयार की। मैंने एनसीईआरटी की किताबें पढ़ने की कोशिश की, लेकिन उनमें बहुत कुछ समझ नहीं पाया। गंभीरता से तैयारी जून 2020 में शुरू की थी, और प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन 26 जून 2021 को होने वाला था।’ उन्होंने कोचिंग भी जॉइन की। नौकरी में 8-10 घंटे जाते। उनके शब्दों में, ‘मैं सुबह 5 बजे उठता, सात बजे तक सेल्फ स्टडी और एक घंटे अखबार पढ़ने के लिए निकालता था। उसके बाद ऑफिस में लग जाता था। शाम को क्लासेज खत्म करता, खाने के बाद 30-45 मिनट तक पढ़ाई करता और 11 बजे सो जाता था।’

खुद से जरूर पूछें कि क्यों कर रहे हैं:

एक अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर साक्षात्कार में शुभंकर कहते हैं कि सीएसई की तैयारी में निराशा, बोरियत और घबराहट के कई पल आते हैं। इस परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले खुद से पूछें कि आप इसे करना क्यों चाहते हो। जवाब में जो भी कारण हो, वह आपका होना चाहिए। यही प्रेरणा बनता है। किताब को 3-4 बार पढ़ने के बाद ही नोट्स बनाएं। जो जरूरी टॉपिक आप अकसर भूल जाते हैं, उसे हाइलाइट करें और बाद में रिवाइज करें। शुरुआत में तैयारी प्रीलिम्स या मेन्स सोचकर ना करें। ये स्पष्टता आपको तीन-चार महीने बाद अपने-आप आ जाएगी।’ 

प्रस्तुति- प्रियंका

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