अगर आप भी जाम के शौकीन हैं तो ये काम की खबर पढ़ें, उत्तर प्रदेश में बदल रहे हैं शराब के कानून

459

अगर आप नोएडा या गाजियाबाद में रहते हैं और सस्ती दरों पर दिल्ली से शराब खरीद कर लाते हैं तो ये महंगा पड़ सकता है. इसे लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार नया कानून लेकर आयी है जिसके मुताबिक दिल्ली से शराब खरीदने पर पांच हज़ार रुपये के जुर्माने के साथ पांच साल की जेल हो सकती है.

यह नियम एक अप्रैल से लागू हो गया है. राज्य में शराब की बिक्री को लेकर मौजूदा कानून में बदलाव करने के लिए कई संशोधन पेश किए गए थे. जिसमें से योगी सरकार ने पिछले साल सितंबर में एक्साइज एक्ट 1910 में संशोधन किया था, ताकि पड़ोसी राज्यों से शराब के आयात की जांच की जा सके.

योगी सरकार द्वारा संशोधित नए कानून के तहत अगर कोई भी व्यक्ति किसी भी अन्य राज्य से एक से ज़्यादा शराब की सील बंद बोतल लेकर उत्तर प्रदेश में दाखिल होता है तो उसे पुलिस जांच का सामना करना पड़ सकता है. बता दें कि, नोएडा और गाजियाबाद के लोगों द्वारा दिल्ली से सस्ती दरों पर शराब खरीदना आम बात है.

सख्त है नया क़ानून

नए कानून के मुताबिक, दूसरे राज्य से यूपी में शराब सप्लाई करने पर इसे गैर-ज़मानती अपराध माना जाएगा और शराब ले जा रहे व्यक्ति को 5 हज़ार रुपये जुर्माने के साथ-साथ अधिकतम 5 साल की जेल की सजा हो सकती है. हालांकि, यह नियम खुली बोतलों पर लागू नहीं होगा.

0604 sharab 1 -

गाजियाबाद जिला के एक्साइज़ ऑफिसर ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि संशोधित कानून के तहत एक बार में अन्य राज्यों से उत्तर प्रदेश में शराब की एक ही बोतल लाने की अनुमति है. अगर कोई एक से अधिक शराब की बोतल ले जाते पकड़ा जाता है तो माना जाएगा कि वो फायदा कमाने के लिए ऐसा कर रहा है. ऐसे में उस व्यक्ति पर शराब की तस्करी का आरोप लगाया जा सकता है और कानूनी कार्रवाई की जा सकती है.

जल्दी बंद होंगी शराब की दुकानें

इसके अलावा, नए संशोधित कानून के तहत उत्तर प्रदेश में शराब की दुकान खुले रखने के समय में भी 4 घंटे की कटौती की गई है. इसके तहत अब दोपहर 12 बजे से और रात के 10 बजे तक ही शराब की दुकानें खुली रहेंगी. इससे पहले, दुकानों को सुबह 9 बजे से रात के 11 बजे तक खुले रखने की अनुमति थी. यह निर्णय विभिन्न आवासीय संघों द्वारा भेजे गए सुझावों के आधार पर लिया गया है.

राज्य के एक्साइज विभाग ने कहा कि नए नियम से शराब के अवैध व्यापार की जांच में मदद मिलेगी और इससे कमाई पर कोई असर नहीं होगा.