UP बीजेपी संगठन में बड़े बदलाव की आहट, हटाए जाएंगे 2 कार्यकाल पूरा कर चुके जिला और क्षेत्रीय अध्यक्ष
बदल सकते हैं 26 जिलाध्यक्ष-चार क्षेत्रीय अध्यक्ष
भाजपा प्रदेश संगठन ने जो सूची तैयार की है, उसमें करीब 26 जिलाध्यक्ष ऐसे हैं, जो पांच साल से ज्यादा वक्त से इस पद पर कायम हैं। अकेले अवध क्षेत्र में लखनऊ के महानगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा, बहराइच के श्यामकरन टेकरीवाल, हरदोई के सौरभ मिश्र, कन्नौज के नरेंद्र राजपूत, झांसी के जिलाध्यक्ष जमुना कुशवाहा, हमीरपुर के बृज किशोर गुप्ता, वाराणसी के जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, अमेठी के जिलाध्यक्ष दुर्गेश, सुलतानपुर के जिलाध्यक्ष आरए वर्मा के साथ पश्चिम यूपी के भी कई जिला और महानगर अध्यक्ष दो कार्यकाल पूरे कर चुके हैं। कुछ जिलाध्यक्ष तो आठ या दस साल से जिलाध्यक्ष या महानगर अध्यक्ष पद पर ही कायम हैं। इसके अलावा क्षेत्रीय अध्यक्षों में काशी क्षेत्र के महेश श्रीवास्तव, कानपुर क्षेत्र के मानवेंद्र सिंह, बृज क्षेत्र के रजनीकांत माहेश्वरी भी दो कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि इन सभी को नई जिम्मेदारी दी जा सकती है, पर मौजूदा पद से बदले जाने की तैयारी है।
संगठन में बदलाव प्रस्तावित है। इसकी पूरी सूची तैयार कर ली गई है। लंबे वक्त से जिम्मेदारी संभाल रहे जिलाध्यक्ष, क्षेत्रीय अध्यक्ष भी बदले जा सकते हैं। उन्हें संगठन में और जिम्मेदारी दी जा सकती है। बदलाव के लिए केंद्रीय नेतृत्व की सहमति का इंतजार किया जा रहा है। इसके बाद ही बदलाव होगा।
भूपेंद्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा
एमएलसी-विधायक, मंत्री बने पदाधिकारी भी बदलेंगे
सूत्रों का कहना है कि यह भी तैयारी है कि जो जिलाध्यक्ष, क्षेत्रीय अध्यक्ष या पदाधिकारी एमएलसी, विधायक या मंत्री बन चुके हैं, उन्हें भी बदला जाएगा। इनमें कानपुर देहात के जिलाध्यक्ष अविनाश चौहान, महोबा के जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह सेंगर एमएलसी बन चुके हैं। वहीं गोरखपुर के क्षेत्रीय अध्यक्ष धमेंद्र सिंह भी एमएलसी बन चुके हैं। प्रदेश पदाधिकारियों में महामंत्री जेपीएस राठौर, उपाध्यक्ष एके शर्मा और दयाशंकर सिंह, ओबीसी मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कश्यप सरकार में मंत्री बन चुके हैं। इन्हें भी संगठन की जिम्मेदारी से मुक्त किया जाएगा। भाजपा के कई प्रदेश संगठन पदाधिकारी भी एमएलसी और विधायक हैं, उनके नाम भी संगठन से बाहर किए जा सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि संगठन में इस तरह के बदलाव के संकेत हाल ही में लखनऊ दौरे पर आए भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने दिए थे। उनके सुझाव पर ही यह प्रस्ताव तैयार किया गया है।