Udaipur News: 8 साल की बच्ची से दरिंदगी, 10 टुकड़ों में शव फेंका, लोगों में इतना गुस्सा कि आज पूरा उदयपुर सड़कों पर उतरा
उदयपुर: राजस्थान में एक मासूम बच्ची से दरिंदगी और फिर उसकी हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बच्ची से रेप के बाद आरोपी ने उसकी हत्या कर दी। शव के 10 टुकड़े कर फेंक दिए। पुलिस ने समय रहते आरोपी को गिरफ्तार तो कर लिया लेकिन लोगों को इस घटना ने झकझोर कर रख दिया। बच्ची के साथ दरिंदगी को लेकर पूरा भील समाज बुधवार को सड़कों पर उतर आया। बच्ची को न्याय दिलाने के लिए उदयपुर में जिला कलेक्ट्री के बाहर लोग उमड़ पड़े। एक सुर में प्रदर्शनकारी आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग करते नजर आए। इस प्रदर्शन में उदयपुर बार एसोसिएशन के सदस्य भी शामिल हुए। उन्होंने भी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग रखी।
बता दें कि उदयपु के मावली कस्बे में नाबालिक के साथ दुष्कर्म कर उसकी निर्मम हत्या की गई थी। इस मामले में आदिवासियों में लगातार विरोध बढ़ जा रहा है। बुधवार को हजारों की संख्या में आदिवासी जिला कलेक्ट्री के बाहर जमा हुए और प्रदर्शन किया। आदिवासियों की मांग थी कि नाबालिग के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी निर्मम हत्या करने वाले आरोपी को फांसी की सजा दी जाए।
आदिवासियों ने निकाली रैली, कलेक्ट्रेट को किया जाम
जिला कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन करन के बाद आदिवासियों ने कहां कि मावली में जो घटना हुई है वह काफी निंदनीय है। आरोपियों को फांसी दिलाने की मांग को लेकर आदिवासी यहां पर इकठ्ठा हुए हैं। आदिवासियों की मानें तो पूर्व में भी आदिवासियों के साथ ऐसे कई मामले हो चुके हैं। और लगातार आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे हैं। लेकिन अभी तक किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं हुई है। इससे इन अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। वहीं प्रदर्शन के दौरान करीब डेढ़ से दो घंटे कलेक्ट्री के बाहर आदिवासी समाज के लोग हत्यारे को फांसी देने की मांग करते रहे। हजारों की संख्या में प्रदर्शन में युवा शामिल हुए। इस दौरान रास्ता पूरी तरह से जाम रहा।
उदयपुर बार एसोसिएशन के अधिवक्ता नहीं करेंगे पैरवी
इस मामले को लेकर उदयपुर बार एसोसिएशन के सदस्यों ने इस मामले में पैरवी नहीं करने की बात कही। अधिवक्ताओं ने कोर्ट परिसर के बाहर इकठ्ठा होकर अपना विरोध दर्ज करवाया। अधिवक्ताओं ने भी इस मामले के आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की बात कही। अधिवक्ताओं ने कहा कि उनकी तरफ से इस मामले में कोई पैरवी नहीं करेगा। ऐसा बार एसोसिएशन ने कोई प्रस्ताव नहीं लिया है लेकिन जिस तरह की घटना हुई है। उसके बाद सभी अधिवक्ताओं में इस बात का आक्रोश है कि अगर कोई अधिवक्ता पैरवी नहीं करेगा तो उसे सजा जल्द होगी और दूसरे अपराधी भी इस तरह की वारदातों को करने से पहले सौ बार सोचेंगे।
यह था पूरा मामला
29 मार्च को आरोपी कमलेश ने गांव की 8 साल की बच्ची के साथ रेप किया। इसके बाद उसकी हत्या करके शव के 10 टुकड़े कर फेंक दिया। मां किशन कुंवर और पिता रामसिंह घर पहुंचे तो उन्होंने भी कमलेश का साथ दिया। लाश को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। आखिर 1 अप्रैल को बच्ची का शव घर के पास खंडहर में मिला। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया था। वहीं इस जगन्य हत्याकांड में शामिल अन्य दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
रिपोर्ट – भगवान प्रजापत
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