Uber Cab में महिला पत्रकार की भयावह यात्रा… बॉर्डर से UP पुलिस को कॉल में परेशानी, ये तीन नंबर करेंगे आपकी सहायता

13
Uber Cab में महिला पत्रकार की भयावह यात्रा… बॉर्डर से UP पुलिस को कॉल में परेशानी, ये तीन नंबर करेंगे आपकी सहायता

Uber Cab में महिला पत्रकार की भयावह यात्रा… बॉर्डर से UP पुलिस को कॉल में परेशानी, ये तीन नंबर करेंगे आपकी सहायता


गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पिछले दिनों एक नेशनल अंग्रेजी दैनिक अखबार में काम करने वाली महिला को भयावह यात्रा करनी पड़ी। उन्होंने घर से ऑफिस के लिए कैब बुक किया। उबर कैब में यात्रा के दौरान अजीब स्थिति का सामना करना पड़ा। पत्रकार का आरोप है कि कैब ड्राइवर ने दरवाजे बंद कर दिए। उसकी हरकतों के बाद महिला पत्रकार ने बीच में ही कैब रोकने को कहा। इस पर ड्राइवर ने गाड़ी की गति बढ़ा दी। महिला पत्रकार ने किसी प्रकार कैब का दरवाजा खोला तब जाकर ड्राइवर ने गाड़ी रोकी। महिला पत्रकार कैब से बाहर निकली। हालांकि, उनकी भयावह यात्रा यहीं नहीं खत्म हुई। उन्होंने जो ऑटो लिया, कैब ड्राइवर करीब 10 किलोमीटर तक उसका पीछा करता हुआ उनके ऑफिस तक पीछा किया। महिला पत्रकार का दावा है कि उन्होंने इस प्रकार की स्थिति के बाद यूपी पुलिस के हेल्पलाइन 112 पर कई बार कॉल किया, लेकिन वह बिजी हो जा रहा था। दरअसल, बॉर्डर इलाके में इस प्रकार की परेशानी आती है। इस समस्या को देखते हुए तीन नंबरों को जारी किया गया है। इस पर कॉल करके आप इस प्रकार की किसी भी समस्या के समय संपर्क कर सकते हैं।

क्या है पूरा मामला?

गाजियाबाद से महिला पत्रकार ने नोएडा कार्यालय जाने के लिए कैब बुक किया। वह अक्सर गाजीपुर सीमा मार्ग से कार्यालय जाती थी। ड्राइवर ने कहा कि उस रास्ते में टोल देना होगा। उसने दूसरा रास्ता लिया। पत्रकार ने जब नए रास्ते के बारे में पूछा तो ड्राइवर बोला वह मैप के अनुसार गाड़ी चला रहा है। वह उसी को फॉलो करेगा। पत्रकार ने जब गाड़ी रोकने को कहा तो ड्राइवर ने निर्धारित रूट लेने और गाड़ी रोकने से इनकार कर दिया। पत्रकार को लगा कि वह फंस गई है।

पत्रकार ने इसके बाद गाड़ी के गेट को खोलने का प्रयास किया। लेकिन, ड्राइवर ने उसे लॉक कर दिया। इसके बाद पत्रकार गाड़ी की खिड़की को पीटने लगी। ड्राइवर ने इसके बाद गाड़ी रोकी। महिला किसी प्रकार कैब का गेट खोलकर बाहर आ गई। उन्होंने यूपी पुलिस हेल्पलाइन 112 पर कॉल न लगने की भी शिकायत की। पत्रकार की तरह ही गाजियाबाद के विभिन्न इलाकों में लोगों को इस प्रकार की स्थिति का सामना करना पड़ता है।

हंगामा करने पर रोकी गाड़ी

महिला पत्रकार ने कहा कि वह ‘यू डीटी 8847’ कार से यात्रा कर रही थी। जब उसने खुद को परेशानी में पाया और मदद की कोई गुंजाइश नहीं दिख रही थी तो राहगीरों का ध्यान आकर्षित करने के लिए कैब की खिड़कियों को पीटने लगी। चिल्लाने लगी। उस समय कैब इंदिरापुरम के आगे हिंडन कैनाल रोड तक पहुंची थी। यह दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के नीचे और गाजीपुर लैंडफिल को स्कर्ट करने वाला इलाका था। बुधवार शाम 4.45 बजे उन्होंने इस घटना की सूचना पुलिस को दी। उन्होंने पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सुरक्षा की भावना का उल्लंघन करने और परेशान करने का आरोप लगाया। ड्राइवर उबर कैब से संबद्ध है, इसलिए कंपनी के पास उसकी पूरी जानकारी होने की बात भी उन्होंने कही। इस संबंध में उन्होंने यूपी पुलिस को टैग कर ट्वीट भी किया, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला।

उबर की प्रतिक्रिया को बताया निराशाजनक

पत्रकार ने कैब कंपनी उबर को भी शिकायत की। उबर की प्रतिक्रिया ने उन्हें निराश किया। उन्होंने कहा कि उबर की ओर से प्रतिक्रिया आई, ‘अप्रिय अनुभव के लिए खेद है’। कंपनी ने यात्रा के पैसे वापस करने की बात कही। उन्होंने कहा कि कैब कंपनी ने मुझे निराश किया, क्योंकि यह स्थिति की गंभीरता के अनुरूप नहीं था। महिला ने किा कि जब ड्राइवर ने दरवाजा खोला तो मैं बाहर निकली और डर के मारे मेन रोड की ओर भागी। उसने मेरा पीछा किया। मेरे कपड़ों पर टिप्पणी की। उसने कहा, ऐसे कपड़े पहने हो, कहां जा रही हो? ऑफिस जा रही हो क्या? कपड़े, ऑफिस? इन सवालों ने मुझे परेशान किया। मैं अपने नियमित कार्यालय के कपड़े जींस और टॉप में थी। मेन रोड से मैंने एक ऑटो लिया और उबर ने फिर से फोन किया। उन्होंने मुझे एक और कैब भेजने की पेशकश की, लेकिन मैंने कहा, मुझे इसकी आवश्यकता नहीं है।

Ghaziabad Helplie1

ड्राइवर पीछा करता पहुंचा कार्यालय

30 वर्षीय पत्रकार ने कहा कि जब मैं अपने कार्यालय में ऑटो से उतरी तो देखा कि टैक्सी चालक ने मेरा पीछा किया। मैं दंग रह गई। कैब ड्राइवर बाहर निकला और मेरी तरफ आने लगा। मैं जल्दी से अपने कार्यालय की तरफ दौड़ कर गई। इस मामले में उबर के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह हमारे कम्युनिटी गाइडलाइन का उल्लंघन है। यह हमारे प्लेटफॉर्म पर सुरक्षा मानकों को बनाए रखने में मदद करता है। उन्होंने कहा कि हमने उस ड्राइवर को उबर एप से हटा दिया है। यात्री के ट्रासपोर्टेशन चार्ज को भी वापस कर दिया गया है। हम पैसेंजर को हुई दिक्कतों को लेकर किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई में मदद के लिए तैयार हैं।

ट्रांस हिडन के डीसीपी विवेक यादव ने इस मामले में कहा कि पुलिस को इस प्रकार की कोई शिकायत नहीं मिली है। हमें जैसे ही शिकायत मिलेगी, कार्रवाई करेंगे। उन्होंने बॉर्डर इलाके में होने वाली असुविधाओं को स्वीकार किया, जब लोग 112 पर कॉल करते हैं। डीसीपी ने कहा कि हम पहले ही नेटवर्क ऑपरेटरों को इस मुद्दे को हल करने के लिए कह चुके हैं। इस दौरान हमने लोगों को कॉल करने के लिए अन्य नंबर जारी किए हैं।

इन नंबरों पर कर सकते हैं संपर्क

गाजियाबाद पुलिस को जनवरी में हेल्पलाइन नंबर 112 पर किए जाने वाले कॉल में दिक्कत का पता चला। गाजियाबाद से पुलिस कंट्रोल रूम को किए गए 2548 कॉल दिल्ली पुलिस कंट्रोल रूम में पहुंचने की बात सामने आई। इस प्रकार की परेशानी को देखते हुए सिटी एरिया के लिए पुलिस ने तीन नंबर जारी किए हैं, इन पर लोग डायल कर सकते हैं। कंट्रोल रूम के लिए 0120-2989100 और दो मोबाइल नंबर 9643208942 और 7011851051 पर कोई भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। ट्रांस-हिंडन क्षेत्र के लिए हेल्पलाइन नंबर 0120-2990100 और मोबाइल नंबर 9643204440 और 7011851160 जारी किया गया है।

उत्तर प्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Uttar Pradesh News