U19 T20 WC: पिता चपरासी हैं, बिटिया ने किया कमाल, प्रयागराज की फलक नाज अब U19 T20 वर्ल्ड कप में खेलेंगी

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U19 T20 WC: पिता चपरासी हैं, बिटिया ने किया कमाल, प्रयागराज की फलक नाज अब U19 T20 वर्ल्ड कप में खेलेंगी


U19 T20 WC: पिता चपरासी हैं, बिटिया ने किया कमाल, प्रयागराज की फलक नाज अब U19 T20 वर्ल्ड कप में खेलेंगी

नई दिल्ली: कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों…! ऐसा ही कुछ कर दिखाया है संगम नगरी प्रयाग राज की उभरती हुई क्रिकेटर फलक नाज ने। फलक ने तमाम मुश्किलों और रुकावटों को धता बताते हुए अपने लक्ष्य पर अडिग रहीं और वह देश के लिए टी20 विश्व कप में प्रतिनिधित्व करने जा रही हैं। फलक ने 12 साल की उम्र में ही एक सपना देख लिया था कि वह देश के लिए क्रिकेट खेलना चाहती और अब उन्होंने उस सपने को पूरा लिया है। बेहद गरीब परिवार से आने वाली फलक नाज का साउथ अफ्रीका में होने वाले अंडर-19 विश्व कप की टीम में चयन हुआ है।

फलक नाज का इस मुकाम तक पहुंचने का सफर भी बिल्कुल फिल्मी रहा है। फलक जिस मुस्लिम परिवेश से आती हैं वहां लड़कियों को क्रिकेट तो दूर स्कूल जाने के लिए भी जद्दोजहद करनी पड़ती है लेकिन इसके बावजूद फलक ने जिस तरह से संघर्षों का सामना करते हुए भारत के नेशनल टीम में अपनी जगह बनाई है वह काबिले तारीफ है।

फलक के पिता है चपरासी

फलक के घर की माली हालत काफी खराब रही है। पिता एक प्राइवेट स्कूल में चपरासी का काम करते हैं जहां उन्हें बहुत ही मामूली वेतन मिलता है। फलक के लगन और मेहनत को देखकर उनके पिता ने चपरासी की नौकरी के अलावा वह पार्ट टाइम में दूसरा काम भी करने लगे ताकि कुछ और पैसे कमा कर वह फलक के साथ-साथ अपने परिवार की जरूरतों को पूरा कर सके। ऐसे में टीम इंडिया में चयन के बाद अब उनके पिता को भी उम्मीद है कि उनकी बेटी देश के लिए शानदार प्रदर्शन कर सबका नाम रौशन करेगी।

बता दें कि फलक की उम्र अभी 18 साल की है। फलक नाज जब 12 साल की थी तो उन्होंने गली में बच्चों को देखकर क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। फलक ने जब इस खेल को अपनाया तो उस दौरान उनके घर में टीवी तक नहीं जिस पर वह क्रिकेट मैच देख सके लेकिन बावजूद इसके उन्होंने हार नहीं मानी।

पैसे की तंगी के कारण एकेडमी में नहीं मिला दाखिला

फलक नाज ने जो सपना देखा था उसे पूरा करने के लिए यह जरूरी था कि वह किसी अच्छे एकेडमी में जाकर क्रिकेट की बारीकियों को सीखे लेकिन घर की माली हालत ऐसी नहीं थी कि एकेडमी का फीस वह दे सकें। इस दौरान फलक ने कई एकेडमी में कोशिश की लेकिन किसी ने उन्हें नहीं रखा।

हालांकि उन्हें अजय यादव के स्पोर्ट्स टैलेंट एकेडमी में मौका मिल गया। कोच अजय यादव ने फलक के लगन और जज्बे को देखकर उसे बिना कोई फीस लिए ट्रेनिंग देने का फैसला लिया और उन्होंने जो सपना देखा उसे अब सच करने की ओर आगे बढ़ रही है।

तेज गेंदबाज बनने का था सपना

फलक नाज ने जब क्रिकेट खेलना शुरू किया था उन्होंने तय कर लिया था वह भुवनेश्वर कुमार की तरह तेज गेंदबाज बनना चाहती थीं। हालांकि कोच अजय यादव की सलाह से फलक ने बल्लेबाजी में भी कड़ी मेहनत की। उनकी मेहनत ने रंग भी लाया और उन्हें यूपी के जूनियर महिला टीम में चुन लिया और उसके बाद उन्हें भारत के लिए अंडर-19 टीम की तरफ से विश्व कप के लिए शामिल किया गया है।

कोच अजय यादव फलक को सलाह दी थी कि अगर उन्हें आज के मौजूदा समय में फटाफट क्रिकेट में अपनी जगह को लंबे समय तक बरकरार रखनी है तो उन्हें सिर्फ गेंदबाजी ही नहीं बल्लेबाजी में अपना जौहर दिखाना होगा। इसी कारण फलक ने ऑलराउंडर बनने का फैसला किया।

अंडर-19 टी20 विश्व कप का शेड्यूल

आईसीसी अंडर-19 टी20 विश्व की शुरुआत 14 जनवरी से साउथ अफ्रीका में खेला जाएगा। वहीं टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला 29 जनवरी को खेला जाएगा। आईसीसी के इस खिताब को पाने के लिए कुल 16 टीमें एक दूसरे से टकराएगी। टूर्नामेंट में भारतीय महिला टीम को ग्रुप डी में रखा गया है। वहीं टी20 विश्व कप में शेफाली वर्मा को कप्तान नियुक्त किया गया है जो सीनियर टीम की भी सदस्य रही है।

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